किसी व्यवस्था को तोड़ना तुअलना में आसान होता है| लेकिन व्यवस्था निर्माण करना अत्यंत कठिन काम होता है| हमने वर्ण व्यवस्था का कोइ विकल्प ढूँढे बिना ही इसे नष्ट होने दिया है यह बुद्धिमानी का लक्षण तो नहीं है| ऐसे तो हम नहीं थे| इस परिप्रेक्ष में हमें वर्ण व्यवस्था को समझना होगा| | किसी व्यवस्था को तोड़ना तुअलना में आसान होता है| लेकिन व्यवस्था निर्माण करना अत्यंत कठिन काम होता है| हमने वर्ण व्यवस्था का कोइ विकल्प ढूँढे बिना ही इसे नष्ट होने दिया है यह बुद्धिमानी का लक्षण तो नहीं है| ऐसे तो हम नहीं थे| इस परिप्रेक्ष में हमें वर्ण व्यवस्था को समझना होगा| |