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पृथ्वी के कक्ष का आकार दीर्घवृत्ताकार होता है। कक्ष के इस आकार के कारण पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी पूरे साल में बदलती रहती है। कभी पृथ्वी सूर्य के बहुत नजदीक होती है तो कभी बहुत दूर हो जाती है।<ref name=":0" />
 
पृथ्वी के कक्ष का आकार दीर्घवृत्ताकार होता है। कक्ष के इस आकार के कारण पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी पूरे साल में बदलती रहती है। कभी पृथ्वी सूर्य के बहुत नजदीक होती है तो कभी बहुत दूर हो जाती है।<ref name=":0" />
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=== उपसौर(Perihelion) पेरीहेलियन ===
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=== उपसौर(Perihelion) ===
 
[[File:दीर्घवृत्ताकार पथ पर गति.png|right|frameless|402x402px]]
 
[[File:दीर्घवृत्ताकार पथ पर गति.png|right|frameless|402x402px]]
परिक्रमा करती हुई पृथ्वी जब सूर्य के अत्यधिक नजदीक होती हैं तब इस स्थिति को '''उपसौर (Perihelion)''' कहते हैं। यह स्थिति सामान्यतया ३ जनवरी को होती है।  
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परिक्रमा करती हुई पृथ्वी जब सूर्य के अत्यधिक नजदीक होती है तब इस स्थिति को '''उपसौर (Perihelion)''' कहते हैं। यह स्थिति सामान्यतया ३ जनवरी को होती है।  
    
=== अपसौर (Aphelion) ===
 
=== अपसौर (Aphelion) ===
पृथ्वी अपने परिक्रमण के दौरान जब सूर्य से अधिकतम दूरी पर होती है। तब इस स्थिति को '''अपसौर(Aphelion)''' कहते हैं। यह स्थिति ४ जुलाई को होती है।
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पृथ्वी अपने परिक्रमण के दौरान जब सूर्य से अधिकतम दूरी पर होती है। तब इस स्थिति को '''अपसौर (Aphelion)''' कहते हैं। यह स्थिति ४ जुलाई को होती है।
    
'''ऋतु परिवर्तन (Seasonal changes)'''
 
'''ऋतु परिवर्तन (Seasonal changes)'''
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=== उत्तर अयनांत (summer solstice) ===
 
=== उत्तर अयनांत (summer solstice) ===
सूर्य की किरणें २१ जून को कर्क रेखा (Tropic of Cancer) पर लम्बवत् पडती हैं। इसके कारण इन क्षेत्रों में अधिक ऊष्मा की प्राप्ति होती है तथा उत्तरी गोलार्द्ध में ग्रीष्म ऋतु(Summer Season) होता है। उत्तरी गोलार्द्ध के सूर्य के सम्मुख होने के कारण उत्तरी ध्रुव के समीपवर्ती क्षेत्रों में लगातार छः महीने तक दिन रहता है। २१ जून को इन क्षेत्रों में सबसे बडा दिन तथा सबसे छोटी रात होती है। दक्षिणी गोलार्ध में इस समय शीत ऋतु(Winter Season) होती हैं। पृथ्वी की इस अवस्था को उत्तर अयनांत कहते हैं।
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सूर्य की किरणें २१ जून को कर्क रेखा (Tropic of Cancer) पर लम्बवत् पडती हैं। इसके कारण इन क्षेत्रों में अधिक ऊष्मा की प्राप्ति होती है तथा उत्तरी गोलार्द्ध में ग्रीष्म ऋतु (Summer Season) होता है। उत्तरी गोलार्द्ध के सूर्य के सम्मुख होने के कारण उत्तरी ध्रुव के समीपवर्ती क्षेत्रों में लगातार छः महीने तक दिन रहता है। २१ जून को इन क्षेत्रों में सबसे बडा दिन तथा सबसे छोटी रात होती है। दक्षिणी गोलार्ध में इस समय शीत ऋतु (Winter Season) होती है। पृथ्वी की इस अवस्था को उत्तर अयनांत कहते हैं।
    
=== दक्षिण अयनांत (Winter Solstice) ===
 
=== दक्षिण अयनांत (Winter Solstice) ===
सूर्य की किरणें २२ दिसम्बर को मकर रेखा (Tropic of Capricorn) पर लंबवत् पडती हैं। इसीलिये दक्षिणी गोलार्द्ध के बहुत बडे भाग में सूर्य प्रकाश प्राप्त होता है। इस स्थिति में दक्षिणी गोलार्द्ध में ग्रीष्म ऋतु होती है। जिसमें सिन की अवधि लम्बी तथा रातें छोटी होती हैं।
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सूर्य की किरणें २२ दिसम्बर को मकर रेखा (Tropic of Capricorn) पर लंबवत् पडती हैं। इसीलिये दक्षिणी गोलार्द्ध के बहुत बडे भाग में सूर्य प्रकाश प्राप्त होता है। इस स्थिति में दक्षिणी गोलार्द्ध पर ग्रीष्म ऋतु होती है। जिसमें दिन की अवधि लम्बी तथा रातें छोटी होती हैं।
    
इसके विपरीत इस समय उत्तरी गोलार्द्ध में सूर्य की किरणें तिरछी पडने के कारण वहाँ शीत ऋतु होती है। २२ दिसम्बर को इन क्षेत्रों में सबसे बडी रात तथा सबसे छोटा दिन होता है।   
 
इसके विपरीत इस समय उत्तरी गोलार्द्ध में सूर्य की किरणें तिरछी पडने के कारण वहाँ शीत ऋतु होती है। २२ दिसम्बर को इन क्षेत्रों में सबसे बडी रात तथा सबसे छोटा दिन होता है।   
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