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ये पूर्व पक्ष के अहो (दिवसों) के प्रत्येक वाक्य में पाँच-पाँच और सब मिलकर १५ नाम है। दर्शा दृष्टा दर्शता विश्वरूपा सुदर्शना। अप्यायमाना प्यायमाना श्याया सुनेतरा। आपूर्यमाणा पूर्यमाणा पूरन्ति पूर्णा पौर्णमासी॥(तै०ब्रा०३।१०।१।१)
 
ये पूर्व पक्ष के अहो (दिवसों) के प्रत्येक वाक्य में पाँच-पाँच और सब मिलकर १५ नाम है। दर्शा दृष्टा दर्शता विश्वरूपा सुदर्शना। अप्यायमाना प्यायमाना श्याया सुनेतरा। आपूर्यमाणा पूर्यमाणा पूरन्ति पूर्णा पौर्णमासी॥(तै०ब्रा०३।१०।१।१)
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ये पूर्वपक्ष की १५ रात्रियों के १५ नाम हैं। पौर्णमासी इत्यादि शब्दों से स्पष्ट हो जाता है कि यहाँ पूर्वपक्ष का अर्थ शुक्लपक्ष है।
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प्रस्तुतं विष्टुतं सस्तुतं कल्याणं विश्वरूपं। शुक्रममृतं तेजस्वि तेजः समृद्धं। अरुणं भानुमन् मरीचिमभितपतं तपस्वत् । (तै० ब्रा० ३।१०।११२)
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=== शुभकाल ===
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=== ग्रह ===
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=== ग्रहण ===
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=== अवयव ===
    
== उद्धरण ==
 
== उद्धरण ==
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