इस विधि से वर्षा ज्ञान के लिये निम्न तथ्यों का समय-समय पर निरीक्षण करते रहने से वृष्टिज्ञान की महत्त्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध होती है। | इस विधि से वर्षा ज्ञान के लिये निम्न तथ्यों का समय-समय पर निरीक्षण करते रहने से वृष्टिज्ञान की महत्त्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध होती है। |