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'''न स्युः कथन्चिदपि ते निज कार्य दक्षाः ।।'''</blockquote>
'''न स्युः कथन्चिदपि ते निज कार्य दक्षाः ।।'''</blockquote>
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[[File:Vidyarambha article version.jpg|thumb|555x555px|'''<big>Vidyarambh Samskara</big>''']]
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[[File:Vidyarambha article version.jpg|thumb|540x540px|'''<big>Vidyarambh Samskara</big>''']]
बच्चे की प्रारंभिक शिक्षा घर से ही शुरू होती है। अक्षरों और संख्याओं की पहचान यह माता-पिता द्वारा तीसरे या चौथे वर्ष की उम्र में की जाती है । गहरे ज्ञान सागर में बालक को प्रवेश कराने का संस्कार अर्थात विद्यारंभ संस्कार । जिसके कारण उनके जीवनयात्रा का शुभारम्भ अच्छे सोच , अच्छे विचारों, शुभ आशीर्वादों से सुरक्षित होता है।
बच्चे की प्रारंभिक शिक्षा घर से ही शुरू होती है। अक्षरों और संख्याओं की पहचान यह माता-पिता द्वारा तीसरे या चौथे वर्ष की उम्र में की जाती है । गहरे ज्ञान सागर में बालक को प्रवेश कराने का संस्कार अर्थात विद्यारंभ संस्कार । जिसके कारण उनके जीवनयात्रा का शुभारम्भ अच्छे सोच , अच्छे विचारों, शुभ आशीर्वादों से सुरक्षित होता है।
=== '''प्राचीन रूप''' : ===
=== '''प्राचीन रूप''' : ===