Changes

Jump to navigation Jump to search
m
no edit summary
Line 11: Line 11:  
== करणों के प्रकार ==
 
== करणों के प्रकार ==
   −
=== '''चर करण-''' ===
+
=== चर करण- ===
 
<blockquote>ववाह्वयं वालव कौलवाख्यं ततो भवेत्तैतिलनामधेयम् । गराभिधानं वणिजं च विष्टिरित्याहुरार्या करणानि सप्त॥(बृह०अव०)<ref name=":0">पं०मदन गोपाल बाजपेयी, बृहदवकहडा चक्रम् ,सन् १९९८ वाराणसीः भारतीय विद्या प्रकाशन श्लो०९ (पृ०१़९)।</ref></blockquote>'''अर्थ-''' वव, वालव, कौलव, तैतिल, गर वणिज और विष्टि ये सात चर करण होते हैं।
 
<blockquote>ववाह्वयं वालव कौलवाख्यं ततो भवेत्तैतिलनामधेयम् । गराभिधानं वणिजं च विष्टिरित्याहुरार्या करणानि सप्त॥(बृह०अव०)<ref name=":0">पं०मदन गोपाल बाजपेयी, बृहदवकहडा चक्रम् ,सन् १९९८ वाराणसीः भारतीय विद्या प्रकाशन श्लो०९ (पृ०१़९)।</ref></blockquote>'''अर्थ-''' वव, वालव, कौलव, तैतिल, गर वणिज और विष्टि ये सात चर करण होते हैं।
  
746

edits

Navigation menu