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, 22:07, 28 July 2022
व्रतों का विधान बहुधा आध्यात्मिक अथवा मानसिक शक्ति की प्राप्ति के लिये, ईश्वर की भक्ति और श्रद्धा के विकास के लिये, वातावरण की पवित्रता के लिये, अपने विचारों को उच्च एवं परिष्कृत करने के लिये तथा प्रकारान्तर से स्वास्थ्य की प्रगति के लिये किया जाता है।