यह पावन पर्व फाल्गुन मास में शुक्लपक्ष की पूर्णिमा के दिन हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह हिन्दुओं का पावन पर्व है। इस रोज नर-नारी एवं बच्चे, बड़े सभी श्रद्धा तथा प्रेमपूर्वक होली का पूजन करते हैं। पूजन के उपरान्त रात्रि में होलिका द्रन होता है। इस पर्व पर व्रत भी रखना चाहिये। होलिका दहन के उपरान्त ही व्रत खोलना चाहिये। | यह पावन पर्व फाल्गुन मास में शुक्लपक्ष की पूर्णिमा के दिन हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह हिन्दुओं का पावन पर्व है। इस रोज नर-नारी एवं बच्चे, बड़े सभी श्रद्धा तथा प्रेमपूर्वक होली का पूजन करते हैं। पूजन के उपरान्त रात्रि में होलिका द्रन होता है। इस पर्व पर व्रत भी रखना चाहिये। होलिका दहन के उपरान्त ही व्रत खोलना चाहिये। |