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, 14:32, 4 April 2022
<blockquote>'''शोक रक्तिविमोक्षं च साहसं कुक्कुटासनम् ।'''
'''व्यावायंच दिवास्वापं रात्री जागरणं त्यजेत् ।।'''
'''अतिरूक्षंतु नाश्नीयात् अत्यत्यम्लम् अतिभोजनम् ।'''
'''अत्युष्णम् अतिशीतं च गुर्वाहार विवर्जयेत् ।।'''
'''गर्भ रक्षा सदा कार्या नित्यं शौच निषेवणात् ।'''
'''प्रशस्त्र मन्त्र लिखनाच्छस्त साल्यानुलेपनात् ।।'''</blockquote>