कक्षा 7 से 9 : आयु 13 से 15:- बुद्धि के साथ-साथ अहंकार का विकास । “मैं भी कुछ हूँ' ऐसा भाव। जिम्मेदारियोँ लेना और निभाना , चुनौतियाँ लेना और निभाना । शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक क्षमताओं का विकास । अंतस्फूर्ति, ब्रह्मचर्यपालन, ओज-तेज का विकास । स्व' भाव ओर क्षमताओं को समझना आदि।
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कक्षा 7 से 9 : आयु 13 से 15:- बुद्धि के साथ-साथ अहंकार का विकास <ref>दिलीप केलकर, भारतीय शिक्षण मंच</ref> । “मैं भी कुछ हूँ' ऐसा भाव। जिम्मेदारियोँ लेना और निभाना , चुनौतियाँ लेना और निभाना । शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक क्षमताओं का विकास । अंतस्फूर्ति, ब्रह्मचर्यपालन, ओज-तेज का विकास । स्व' भाव ओर क्षमताओं को समझना आदि।
# मानव जीवन का लक्ष्य मोक्ष, मुक्ति, स्वतंत्रता, स्वावलंबन, अहंकार पर विजय, परमेष्ठिगत विकास का बुद्धियुक्त समर्थन ।
# मानव जीवन का लक्ष्य मोक्ष, मुक्ति, स्वतंत्रता, स्वावलंबन, अहंकार पर विजय, परमेष्ठिगत विकास का बुद्धियुक्त समर्थन ।
# अभारतीय जीवनदृष्टि से तुलना। चराचर में व्याप्त एकात्मता, जीवन की समग्रता, ओर धर्माधिष्ठित जीवन के प्रतिमान को समझना । जीवन को भारतीय बनाने का संकल्प करना ।
# अभारतीय जीवनदृष्टि से तुलना। चराचर में व्याप्त एकात्मता, जीवन की समग्रता, ओर धर्माधिष्ठित जीवन के प्रतिमान को समझना । जीवन को भारतीय बनाने का संकल्प करना ।
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# संकल्प
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# पूर्वकक्षाओं में किया हुआ/ सीखा हुआ आगे की कक्षाओं में चालू रखना ।
# पूर्वकक्षाओं में किया हुआ/ सीखा हुआ आगे की कक्षाओं में चालू रखना ।