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| सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक दृष्टि से अति समृद्ध यह क्षेत्र बंगाल, असम,अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर व त्रिपुरा तक विस्तृत है।आज का बर्मा (मायन्मार) सांस्कृतिक भारत का ब्रह्मा देश है। अति बलिष्ठ हाथियों (ऐरावत) के लिए प्रसिद्ध इरावती (ऐरावती) नदी इसी क्षेत्र में बहती है। | | सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक दृष्टि से अति समृद्ध यह क्षेत्र बंगाल, असम,अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर व त्रिपुरा तक विस्तृत है।आज का बर्मा (मायन्मार) सांस्कृतिक भारत का ब्रह्मा देश है। अति बलिष्ठ हाथियों (ऐरावत) के लिए प्रसिद्ध इरावती (ऐरावती) नदी इसी क्षेत्र में बहती है। |
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− | '''पूर्वोत्तर एवं पूर्वी भारत के [[पुर्वोत्तेर एवं पूर्वी भारत|विस्तृत लेख]] देखे''' | + | '''पूर्वोत्तर एवं पूर्वी भारत के [[पुर्वोत्तेर एवं पूर्वी भारत|विस्तृत लेख]] देखे''' |
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| + | = मध्य भारत = |
| + | भारतभूमि के उत्तर-पश्चिमी, उत्तरी तथा उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों के महत्त्वपूर्ण स्थलों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करने के उपरांत अब हम मध्यभारत (उड़ीसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व गुजरात) में स्थित प्रमुख स्थलों के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व धार्मिक परिदृश्य को हरदयंगम करने का प्रयत्न करेंगे। उपर्युक्त विवेचन में यद्यपि वर्तमान राजनीतिक इकाइयों को ध्यान में रखते हुए विषय का प्रस्तुतीकरण किया है, परन्तु कहीं-कहीं सामीप्यता के कारण दो राजनीतिक इकाइयों के स्थानों का वर्णन एक साथ कर दिया है। उद्देश्य एक ही रहा है कि तारतम्यता बनी रहे और कोई महत्त्वपूर्ण स्थल छूट न जाये। |
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| + | एक और महत्त्व की बात यह है कि पुनरुक्ति से बचने का प्रयत्न किया |
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| + | गया है। अतः कहीं-कहीं ऐसा लग सकता है कि कुछ स्थान छूट गये हैं। |
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| + | पवित्र नदियों अथवा पर्वतों आदि की महिमा का प्रतिपादन करते समय |
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| + | कुछ स्थलों का विवरण भी आ गया है, अतः व्यर्थ ही पुस्तक के आकार |
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| + | में वृद्धि से बचने के लिए स्थानों के वर्णन में उन्हें छोड़ दिया गया है। आगे |
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| + | भी इसी बात को ध्यान में रखकर विषय का प्रतिपादन करेंगे। |
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| + | शुवनेश्वर |
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| + | यह ऐतिहासिक नगर वर्तमान उड़ीसा की राजधानी है। प्राचीन |
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| + | स |
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| + | उत्कल राज्य की राजधानी भी यह नगर रहा है। यह मन्दिरों का नगर |
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| + | सू- |
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| + | है। श्री लिंगराज मन्दिर, राजारानी मन्दिर तथा भुवनेश्वर मन्दिर यहाँ के |
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| + | है) |
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| + | विशाल व भव्य मन्दिर हैं। महाप्रतापी खारवेल की राजधानी भी यह नगर |
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| + | और |
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| + | रहा है। खारवेल ने ग्रीक आक्रमणकारी डेमेट्रियस को भारत से बाहर |
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| + | खदेड़ दिया। |
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| ==References== | | ==References== |