महाराज ने साहूकार को जुर्माना लगाया। साहूकार सोचता रह गया कि मेरे लालच की वजह से मुझे बहुत बड़ा नुकसान हो गया। आगे से मैं कभी लालच नहीं करूंगा और किसी को कभी धोखा नही दूंगा। तेनालीरामा की बुद्धिकौशल और राष्ट्रभक्ति से महाराज बहुत प्रसन्न होते है। | महाराज ने साहूकार को जुर्माना लगाया। साहूकार सोचता रह गया कि मेरे लालच की वजह से मुझे बहुत बड़ा नुकसान हो गया। आगे से मैं कभी लालच नहीं करूंगा और किसी को कभी धोखा नही दूंगा। तेनालीरामा की बुद्धिकौशल और राष्ट्रभक्ति से महाराज बहुत प्रसन्न होते है। |