| कई विद्वान ऐसा कहते हैं कि धर्म यह अफीम की गोली है| धर्म के कारण विश्वभर में खून की नदियाँ बहीं हैं| भीषण कत्लेआम हुए हैं| इन विद्वानों का कथन धर्म और रिलीजन या मजहब इन शब्दों के वास्तविक अर्थ और धर्म से भिन्नता न समझाने के कारण ही वे ऐसा कहते हैं| इस दृष्टी से हमने पूर्व के अध्याय में धर्म शब्द के अर्थों को समझा है| अब हम धर्म और रिलीजन या मजहब इन शब्दों के वास्तविक अर्थ जानने का प्रयास करेंगे| | | कई विद्वान ऐसा कहते हैं कि धर्म यह अफीम की गोली है| धर्म के कारण विश्वभर में खून की नदियाँ बहीं हैं| भीषण कत्लेआम हुए हैं| इन विद्वानों का कथन धर्म और रिलीजन या मजहब इन शब्दों के वास्तविक अर्थ और धर्म से भिन्नता न समझाने के कारण ही वे ऐसा कहते हैं| इस दृष्टी से हमने पूर्व के अध्याय में धर्म शब्द के अर्थों को समझा है| अब हम धर्म और रिलीजन या मजहब इन शब्दों के वास्तविक अर्थ जानने का प्रयास करेंगे| |
| हिन्दुस्तान को किराने की दूकान की उपमा दी जाती है| किराने की दुकान में चीनी, दाल, आटा, तेल, मसाले ऐसे भिन्न भिन्न सैंकड़ों पदार्थ होते हैं लेकिन किराना नाम का कोई पदार्थ नहीं होता है| इसी तरह से हिन्दुस्तान में शैव हैं, बौद्ध हैं, वैष्णव हैं, गाणपत्य हैं, लिंगायत हैं, जैन हैं, सिख्ख हैं, इसाई हैं, मुस्लिम हैं लेकिन हिन्दू नहीं है| | | हिन्दुस्तान को किराने की दूकान की उपमा दी जाती है| किराने की दुकान में चीनी, दाल, आटा, तेल, मसाले ऐसे भिन्न भिन्न सैंकड़ों पदार्थ होते हैं लेकिन किराना नाम का कोई पदार्थ नहीं होता है| इसी तरह से हिन्दुस्तान में शैव हैं, बौद्ध हैं, वैष्णव हैं, गाणपत्य हैं, लिंगायत हैं, जैन हैं, सिख्ख हैं, इसाई हैं, मुस्लिम हैं लेकिन हिन्दू नहीं है| |