भूगोल के ज्ञान का उपयोग हमारे स्वास्थ्य के लिए भी उपयुक्त होता है। आयुर्वेद का एक सूत्र है - यद्देशस्य यो जंतु: तद्देशस्य तदौषधि: । रोगों के उपचार के लिए औषधि, जिस भूक्षेत्र का रोग होगा उसी भूक्षेत्र में उपलब्ध होती है। इसलिए किस भूक्षेत्र में कौनसी प्राकृतिक वनस्पतियाँ, पेड़, पौधे पाए जाते हैं इसे जानना होता है। औषधि तो बाद की बात है उस भूक्षेत्र का अन्न ही उस भूक्षेत्र के रोगों का निवारण कर सकता है। लेकिन इस के लिए उस भूक्षेत्र के लिए उपयुक्त आहार क्या है और उस आहार के लिए किन उपजों की पैदावार करनी चाहिए इसका ज्ञान भूगोल से ही प्राप्त होता है। | भूगोल के ज्ञान का उपयोग हमारे स्वास्थ्य के लिए भी उपयुक्त होता है। आयुर्वेद का एक सूत्र है - यद्देशस्य यो जंतु: तद्देशस्य तदौषधि: । रोगों के उपचार के लिए औषधि, जिस भूक्षेत्र का रोग होगा उसी भूक्षेत्र में उपलब्ध होती है। इसलिए किस भूक्षेत्र में कौनसी प्राकृतिक वनस्पतियाँ, पेड़, पौधे पाए जाते हैं इसे जानना होता है। औषधि तो बाद की बात है उस भूक्षेत्र का अन्न ही उस भूक्षेत्र के रोगों का निवारण कर सकता है। लेकिन इस के लिए उस भूक्षेत्र के लिए उपयुक्त आहार क्या है और उस आहार के लिए किन उपजों की पैदावार करनी चाहिए इसका ज्ञान भूगोल से ही प्राप्त होता है। |