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== हिन्दूओं की मान्यताएँ<ref>हिंदुत्व की यात्रा : लेखक – गुरुदत्त, प्रकाशक, शाश्वत संस्कृति परिषद्, नई दिल्ली</ref> ==
 
== हिन्दूओं की मान्यताएँ<ref>हिंदुत्व की यात्रा : लेखक – गुरुदत्त, प्रकाशक, शाश्वत संस्कृति परिषद्, नई दिल्ली</ref> ==
 
प्रसिद्ध विद्वान श्री गुरूदत्त अपनी  ‘हिंदुत्व की यात्रा’ पुस्तक में नौ मान्यताएँ बताते हैं । यह इस प्रकार हैं<ref>हिंदुत्व की यात्रा, गुरुदत्त</ref>:
 
प्रसिद्ध विद्वान श्री गुरूदत्त अपनी  ‘हिंदुत्व की यात्रा’ पुस्तक में नौ मान्यताएँ बताते हैं । यह इस प्रकार हैं<ref>हिंदुत्व की यात्रा, गुरुदत्त</ref>:
# एक परमात्मा है जो इस जगत् का निर्माण करनेवाला है ओर करोड़ों वर्षों से इसे चला रहा है ।
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# एक परमात्मा है जो इस जगत का निर्माण करनेवाला है ओर करोड़ों वर्षों से इसे चला रहा है ।
 
# मनुष्य में एक तत्व है जीवात्मा । जीवात्मा कर्म करने में स्वतन्त्र है । इसके कर्म करने की सामर्थ्य पर सीमा है । वह जीवात्मा की अल्प शक्ति और अल्प ज्ञान के कारण है । फिर भी इस सीमा में वह कर्म करने को वह स्वतन्त्र है ।
 
# मनुष्य में एक तत्व है जीवात्मा । जीवात्मा कर्म करने में स्वतन्त्र है । इसके कर्म करने की सामर्थ्य पर सीमा है । वह जीवात्मा की अल्प शक्ति और अल्प ज्ञान के कारण है । फिर भी इस सीमा में वह कर्म करने को वह स्वतन्त्र है ।
 
# कर्म का फल इस जीवात्मा के हाथ में नहीं है । वह उसे प्रकृति के नियमों के अनुसार ही मिलता है ।
 
# कर्म का फल इस जीवात्मा के हाथ में नहीं है । वह उसे प्रकृति के नियमों के अनुसार ही मिलता है ।

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