Line 58: |
Line 58: |
| | | |
| == शुभ अनुभवों की अनिवार्यता == | | == शुभ अनुभवों की अनिवार्यता == |
− | इस अवस्था में चित्त तो सक्रिय होता ही है, साथ ही | + | इस अवस्था में चित्त तो सक्रिय होता ही है, साथ ही ज्ञानेन्द्रियाँ भी सक्रिय होकर अनुभव प्राप्त करती हैं । शब्द, स्पर्श, रूप, रस, गन्ध के उसके अनुभव शुभ होना आवश्यक है । उसी प्रकार चित्त पर पड़नेवाले संस्कार भी शुभ होना आवश्यक है । जीवन में सुन्दर असुन्दर, शुभ और अशुभ दोनों अनुभव होते हैं । दोनों ग्रहण करने के अवसर आते ही हैं । दोनों को सहना भी पड़ता है । परन्तु प्रारंभ के अनुभव सुन्दर और शुभ होना इसलिये आवश्यक है क्योंकि इससे उसका जीवनविषयक दृष्टिकोण सकारात्मक बनता है । जीवन और जगत् अच्छे हैं यह उसके विचार और व्यवहार का आधार बनता है । इस दृष्टि से उसका खानपान, उसके खानेपीने के पात्र, उसका बिस्तर, उसके कपड़े, आभूषण और खिलौने आदि का चयन ज्ञानेन्द्रियों की अनुभवक्षमता को ध्यान में रखकर करने चाहिये । सूती या रेशमी वस्त्र, देशी गाय के घी-दूध-मक्खन, लकड़ी के खिलौने, सोने-चाँदी और रत्नों के आभूषण आदि का प्रावधान करना चाहिये । उसी प्रकार मधुर संगीत, उत्तम दृश्य, मधुर गन्ध आदि का भी अनुभव |
− | | |
− | ज्ञानेन्द्रियाँ भी सक्रिय होकर अनुभव प्राप्त करती हैं । शब्द, | |
− | | |
− | स्पर्श, रूप, रस, गन्ध के उसके अनुभव शुभ होना | |
− | | |
− | आवश्यक है । उसी प्रकार चित्त पर पड़नेवाले संस्कार भी | |
− | | |
− | शुभ होना आवश्यक है । जीवन में सुन्दर असुन्दर, शुभ | |
− | | |
− | और अशुभ दोनों अनुभव होते हैं । दोनों ग्रहण करने के | |
− | | |
− | अवसर आते ही हैं । दोनों को सहना भी पड़ता है । परन्तु | |
− | | |
− | प्रास्भ के अनुभव सुन्दर और शुभ होना इसलिये आवश्यक
| |
− | | |
− | है क्योंकि इससे उसका जीवनविषयक दृष्टिकोण सकारात्मक | |
− | | |
− | बनता है । जीवन और जगत् अच्छे हैं यह उसके विचार | |
− | | |
− | और व्यवहार का आधार बनता है । इस दृष्टि से उसका | |
− | | |
− | खानपान, उसके खानेपीने के पात्र, उसका बिस्तर, उसके | |
− | | |
− | कपड़े, आभूषण और खिलौने आदि का चयन ज्ञानेन्द्रियों | |
− | | |
− | ............. page-216 .............
| |
− | | |
− | की अनुभवक्षमता को ध्यान में रखकर | |
− | | |
− | करने चाहिये । सूती या रेशमी वस्त्र, देशी गाय के घी-दूध- | |
− | | |
− | मक्खन, लकड़ी के खिलौने, सोने-चाँदी और रत्नों के | |
− | | |
− | आभूषण आदि का प्रावधान करना चाहिये । उसी प्रकार | |
− | | |
− | मधुर संगीत, उत्तम दृश्य, मधुर गन्ध आदि का भी अनुभव | |
| | | |
| आवश्यक है । ज्ञानेन्द्रियाँ WAN प्रक्रिया में महत्त्वपूर्ण | | आवश्यक है । ज्ञानेन्द्रियाँ WAN प्रक्रिया में महत्त्वपूर्ण |