एक राज्य में बहुत ही तपस्वी और ज्ञानी साधू रहते थे, उनका दिया हुआ आशीर्वाद कभीअसफल नही होता था। साधू महाराज एक दिन नगर में घुमने निकले। साधू महाराज जब नगर में घूम रहे थे तो उन्होंने देखा की एक व्यक्ति गरीबो में जीवन उपयोगी वस्तुए और धन दान कर रहा था। साधू महाराज को देखकर उस दानी ने साधू महाराज से अपने घर में कुछ दिन विश्रांति का आग्रह किया। साधू महाराज उस दानी व्यक्ति का आग्रह टाल ना सके और उस दानी व्यक्ति के घर ठहरने का निश्चय किया । | एक राज्य में बहुत ही तपस्वी और ज्ञानी साधू रहते थे, उनका दिया हुआ आशीर्वाद कभीअसफल नही होता था। साधू महाराज एक दिन नगर में घुमने निकले। साधू महाराज जब नगर में घूम रहे थे तो उन्होंने देखा की एक व्यक्ति गरीबो में जीवन उपयोगी वस्तुए और धन दान कर रहा था। साधू महाराज को देखकर उस दानी ने साधू महाराज से अपने घर में कुछ दिन विश्रांति का आग्रह किया। साधू महाराज उस दानी व्यक्ति का आग्रह टाल ना सके और उस दानी व्यक्ति के घर ठहरने का निश्चय किया । |