२९. इस दृष्टि से परिवार शिक्षा के विविध आयामों को विधिवत पाठ्यक्रम, पठन-पाठन सामग्री की सहायता से मुख्य प्रवाह की शिक्षा के साथ अथवा समानान्तर चलाना होगा । लडके और लडकियों के मानस परिवार बनाने के अनुकूल बनाना होगा । इससे विवाह की आयु कम होगी । इससे जन्म लेने वाले बच्चे स्वस्थ होंगे । लडकों और लडकियों में गृहस्थ और गृहिणी बनने की चाह भी निर्माण करनी होगी । विवाह को अधथर्जिन से वरीयता देनी होगी । | २९. इस दृष्टि से परिवार शिक्षा के विविध आयामों को विधिवत पाठ्यक्रम, पठन-पाठन सामग्री की सहायता से मुख्य प्रवाह की शिक्षा के साथ अथवा समानान्तर चलाना होगा । लडके और लडकियों के मानस परिवार बनाने के अनुकूल बनाना होगा । इससे विवाह की आयु कम होगी । इससे जन्म लेने वाले बच्चे स्वस्थ होंगे । लडकों और लडकियों में गृहस्थ और गृहिणी बनने की चाह भी निर्माण करनी होगी । विवाह को अधथर्जिन से वरीयता देनी होगी । |