− | आप सभी राजा कृष्णदेवराय और उनके प्रिय तेनालीरामा जी से परिचित है | तेनालीरामा और कृष्णदेवराय की जोड़ी की निर्मिती किस प्रकार होती है इस घटना को कहानी रूप में आपके समक्ष रखने का प्रयास कर रहा हूँ |विजयनगर राज्य के नजदीकी गावं तेनाली में रामाकृष्णा नाम का पंडित रहता था | वह पंडित बहुत चतुर था इसलिए नाम के आगे उसके गाव का नाम लगा दिया इस कारन उनका नाम तेनालीरामा रख दिया गया | तेनालीरामा के मन में | + | आप सभी राजा कृष्णदेवराय और उनके प्रिय तेनालीरामा जी से परिचित है | तेनालीरामा और कृष्णदेवराय की जोड़ी की निर्मिती किस प्रकार होती है इस घटना को कहानी रूप में आपके समक्ष रखने का प्रयास कर रहा हूँ |विजयनगर राज्य के नजदीकी गावं तेनाली में रामाकृष्णा नाम का पंडित रहता था | वह पंडित बहुत चतुर था इसलिए नाम के आगे उसके गाव का नाम लगा दिया इस कारन उनका नाम तेनालीरामा रख दिया गया | तेनालीरामा ने महाराज कृष्णदेव राय के बारे में चर्चा सुना था | तभी तेनालीरामा ने तय किया की ओ महाराज कृष्णदेव राय से मिलने जायेंगे | तेनालीरामा ने महाराज कृष्णदेव राय से मिलने के लिए यात्रा पर निकल गये | तभी रास्ते में तेनालीरामा को राजगुरु मिले | तेनालीरामा ने राजगुरु को प्रणाम किया और अपना परिचय दिया की मै पंडित रामाकृष्णा हूँ और तेनाली गावं से आया हूँ | |