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पेड़ के नीचे आराम करते-करते उसकी कब आंख लग गई, उसे पता भी नहीं चला। उधर, कछुआ धीरे-धीरे और बिना रुके लक्ष्य तक बढ़ता गया। कछुए को आगे बढ़ते देखकर बाकी जानवरों ने जोर-जोर से तालियां बजानी शुरू कर दी। तालियों की आवाज सुनकर खरगोश की नींद खुल गई और वो दौड़कर अंतिम रेखा तक पहुंचा परन्तु खरगोश ने देखा कि कछुआ पहले ही अंतिम रेखा पर पहुँच कर स्पर्धा जीत चुका था और खरगोश अपने घमंड के बारे में सोच कर पछताता रह गया।
 
पेड़ के नीचे आराम करते-करते उसकी कब आंख लग गई, उसे पता भी नहीं चला। उधर, कछुआ धीरे-धीरे और बिना रुके लक्ष्य तक बढ़ता गया। कछुए को आगे बढ़ते देखकर बाकी जानवरों ने जोर-जोर से तालियां बजानी शुरू कर दी। तालियों की आवाज सुनकर खरगोश की नींद खुल गई और वो दौड़कर अंतिम रेखा तक पहुंचा परन्तु खरगोश ने देखा कि कछुआ पहले ही अंतिम रेखा पर पहुँच कर स्पर्धा जीत चुका था और खरगोश अपने घमंड के बारे में सोच कर पछताता रह गया।
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'''कहानी से सीख :''' '''जो शांत भाव से और पूरी मेहनत के साथ काम करता है, उसकी जीत होती ही है, और जो अपने पर या अपने किए हुए कार्यों पर घमंड करता है, उसका घमंड कभी न कभी टूटता ही है।'''
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== कहानी से सीख ==
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जो शांत भाव से और पूरी मेहनत के साथ काम करता है, उसकी जीत होती ही है, और जो अपने पर या अपने किए हुए कार्यों पर घमंड करता है, उसका घमंड कभी न कभी टूटता ही है।
    
[[Category:बाल कथाए एवं प्रेरक प्रसंग]]
 
[[Category:बाल कथाए एवं प्रेरक प्रसंग]]

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