गत वर्ष में सोवियट संघ के विध्वंस के पचीस साल पूरे हुए। तो इस वर्ष युरोपिअन युनिअन के जन्म को पचीस वर्ष पूरे हो रहे हैं । परंतु अपनी पचीसी पूरी कर रहे युरोपिअन युनिअन को अपना कोई भविष्य है कि नहीं यह प्रश्न विश्व के विचारक लोग पूछने लगे हैं। तात्पर्य यह है कि 'वर्तमानकालीन वैश्विक परिस्थिति' यह विषय सांप्रत अत्यंत महत्त्वपूर्ण और प्रस्तुत है । इस लेख में जिस क्रम से हम विषय का विवेचन करने जा रहे हैं वह इस प्रकार है - | गत वर्ष में सोवियट संघ के विध्वंस के पचीस साल पूरे हुए। तो इस वर्ष युरोपिअन युनिअन के जन्म को पचीस वर्ष पूरे हो रहे हैं । परंतु अपनी पचीसी पूरी कर रहे युरोपिअन युनिअन को अपना कोई भविष्य है कि नहीं यह प्रश्न विश्व के विचारक लोग पूछने लगे हैं। तात्पर्य यह है कि 'वर्तमानकालीन वैश्विक परिस्थिति' यह विषय सांप्रत अत्यंत महत्त्वपूर्ण और प्रस्तुत है । इस लेख में जिस क्रम से हम विषय का विवेचन करने जा रहे हैं वह इस प्रकार है - |