Changes

Jump to navigation Jump to search
1,574 bytes added ,  12:16, 13 March 2020
Creating Hindi article pages based on children's stories
{{StubArticle}} {{NeedCitation}}

जनक की गणना राजर्षियों में की जाती है। ये विदेह नाम से प्रख्यात थे। मिथिला में इनका राज्य था। ये महान आत्मज्ञानी, ब्रह्मज्ञानी थे। बड़े-बड़े योगी-तपस्वी इनसे आत्मज्ञान प्राप्त करने आते थे। राजा जनक की पुत्री होने से सीता जानकी कहलायीं। मर्त्यदेह का त्याग कर जब जनक ऊर्ध्वगमन करने लगे तो उन्होंने मार्ग में यमलोक देखा और अपना सारा पुण्य देकर वहाँ के दुःखी जीवों का उद्धार किया। संसार में रहकर भी कैसे निरासक्त रहा जा सकता है, इसका अनुपम उदाहरण राजर्षि जनक के पुण्यचरित से मिलता है। देहासक्ति से मुक्त होने के कारण ही इनके लिए विदेह विशेषण का प्रयोग किया जाता था।
[[Category:Hindi Articles]]
[[Category:Stories]]
[[Category:Rishis]]

Navigation menu