विद्यालय सरस्वती का मन्दिर है । अध्ययन रोज उसी की वन्दना से शुरु होना चाहिये । पूजन करना शुद्ध एवं सुस्वर में वन्दना करना। वन्दना मे शिक्षक, मुख्याध्यापक, उपस्थित अतिथि एवं अभिभावकों को भी सम्मिलित करें । | विद्यालय सरस्वती का मन्दिर है । अध्ययन रोज उसी की वन्दना से शुरु होना चाहिये । पूजन करना शुद्ध एवं सुस्वर में वन्दना करना। वन्दना मे शिक्षक, मुख्याध्यापक, उपस्थित अतिथि एवं अभिभावकों को भी सम्मिलित करें । |