भूतकाल में कभी भारत की प्रतिष्ठा अत्यन्त नीतिमान, सच्चरित्र और सत्यवादी देश की रही है । हम भारत के भव्य भूतकाल का वर्णन तो गौरवपूर्वक करते हैं परन्तु हमारा वर्तमान प्रशंसा के योग्य नहीं है। हमारा नैतिक स्तर गिरा है, गिर रहा है। यह अत्यन्त चिन्ताजनक और लज्जास्पद है । हमें इस स्थिति की चिन्ता करनी चाहिये । | भूतकाल में कभी भारत की प्रतिष्ठा अत्यन्त नीतिमान, सच्चरित्र और सत्यवादी देश की रही है । हम भारत के भव्य भूतकाल का वर्णन तो गौरवपूर्वक करते हैं परन्तु हमारा वर्तमान प्रशंसा के योग्य नहीं है। हमारा नैतिक स्तर गिरा है, गिर रहा है। यह अत्यन्त चिन्ताजनक और लज्जास्पद है । हमें इस स्थिति की चिन्ता करनी चाहिये । |