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| * विज्ञान की घटना के अनुरूप वार्ता कथन; उदा- बरसात, वृक्ष की कथा)। | | * विज्ञान की घटना के अनुरूप वार्ता कथन; उदा- बरसात, वृक्ष की कथा)। |
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− | ==== G. ==== | + | === विषय-संस्कृत === |
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− | ===== '''1. पूर्वजों का परिचय :''' =====
| + | ==== '''1. पूर्वजों का परिचय :''' ==== |
| * रामायण, महाभारत के पात्रों के जीवन प्रसंग (चित्र दिखाना)। | | * रामायण, महाभारत के पात्रों के जीवन प्रसंग (चित्र दिखाना)। |
| (राम, हनुमान, कृष्ण, भीम, अर्जुन...... हम सब उनके संतान हैं।) | | (राम, हनुमान, कृष्ण, भीम, अर्जुन...... हम सब उनके संतान हैं।) |
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| (संत मेकरण, श्यामजी कृष्णवर्मा ......... हम सब उनके प्रदेश से हैं) | | (संत मेकरण, श्यामजी कृष्णवर्मा ......... हम सब उनके प्रदेश से हैं) |
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− | ===== '''2. भारत गौरव :''' =====
| + | ==== '''2. भारत गौरव :''' ==== |
| * पुण्यभूमि भारत का (अखंड भारत का) और भारत माता का मानचित्र दिखाना। | | * पुण्यभूमि भारत का (अखंड भारत का) और भारत माता का मानचित्र दिखाना। |
| * भाषा, कला, संगीत, विज्ञान के क्षेत्र में भारत की श्रेष्ठता दर्शाती कथाएँ सुनाना। | | * भाषा, कला, संगीत, विज्ञान के क्षेत्र में भारत की श्रेष्ठता दर्शाती कथाएँ सुनाना। |
| * वर्तमान भारत की महत्त्वपूर्ण सिद्धिओं से अवगत कराएँ। | | * वर्तमान भारत की महत्त्वपूर्ण सिद्धिओं से अवगत कराएँ। |
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− | ===== '''3. प्रकृति माता और पर्यावरण सुरक्षा :''' =====
| + | ==== '''3. प्रकृति माता और पर्यावरण सुरक्षा :''' ==== |
| * प्रकृति के तत्वों की पहचान करवाना। (सूर्य, चंद्र, तारा, धरती, वृक्ष, नदियाँ, पर्वत, प्राणि, पक्षी ........) | | * प्रकृति के तत्वों की पहचान करवाना। (सूर्य, चंद्र, तारा, धरती, वृक्ष, नदियाँ, पर्वत, प्राणि, पक्षी ........) |
| * हमारे सुखी-समृद्ध जीवन के लिए प्रकृति में से कौन-कौन हमें क्या-क्या देते हैं? | | * हमारे सुखी-समृद्ध जीवन के लिए प्रकृति में से कौन-कौन हमें क्या-क्या देते हैं? |
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| * तुलसी का पौधा रोपना और उसे बड़ा होने देना। | | * तुलसी का पौधा रोपना और उसे बड़ा होने देना। |
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− | ===== '''4. उत्सव एवं पर्व :''' =====
| + | ==== '''4. उत्सव एवं पर्व :''' ==== |
| * समाज में स्वयंभू मनाए जाने वाले त्योहार जब-जब आएँ, तब-तब कुछ दिन पहले उसकी चर्चा करना। किसी विद्यालय में उत्सव मनाएँ । (रामनवमो. जन्माष्टमी, होली, नवरात्रि, रक्षाबंधन ...........) | | * समाज में स्वयंभू मनाए जाने वाले त्योहार जब-जब आएँ, तब-तब कुछ दिन पहले उसकी चर्चा करना। किसी विद्यालय में उत्सव मनाएँ । (रामनवमो. जन्माष्टमी, होली, नवरात्रि, रक्षाबंधन ...........) |
| * त्योहार कौन-से दिन आ रहा है, और उसे मनाने की सच्ची रीति। | | * त्योहार कौन-से दिन आ रहा है, और उसे मनाने की सच्ची रीति। |
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| * जन्मदिनोत्सव मनाना। (भारतीय परंपरा से) | | * जन्मदिनोत्सव मनाना। (भारतीय परंपरा से) |
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− | ===== 5. दान, सेवा और ऐकात्मकताः =====
| + | ==== 5. दान, सेवा और ऐकात्मकताः ==== |
| * कुत्ते को, बिल्ली को, कबूतर को, गाय को खिलाना, उसे प्रेम करना। | | * कुत्ते को, बिल्ली को, कबूतर को, गाय को खिलाना, उसे प्रेम करना। |
| * शुभ दिवस पर दूसरों को कुछ न कुछ देना। | | * शुभ दिवस पर दूसरों को कुछ न कुछ देना। |