| Line 116: |
Line 116: |
| | | | |
| | === [[भारत की दृष्टि से देखें]] === | | === [[भारत की दृष्टि से देखें]] === |
| − | १. भारत की दृष्टि से क्यों देखना,
| + | # भारत की दृष्टि से क्यों देखना, |
| − | | + | # भारत को भारत बनने की आवश्यकता, |
| − | २. भारत को भारत बनने की आवश्यकता,
| + | # अपनी भूमिका निभाने की सिद्धता, |
| − | | + | # विश्व के सन्दर्भ में विचार, |
| − | ३. अपनी भूमिका निभाने की सिद्धता,
| + | # भारत का विश्वकल्याणकारी मानस, |
| − | | + | # आन्तर्राष्ट्रीय मानक कैसे होने चाहिये !, |
| − | ४. विश्व के सन्दर्भ में विचार,
| + | # भारत अपने मानक तैयार करे |
| − | | |
| − | ५. भारत का विश्वकल्याणकारी मानस,
| |
| − | | |
| − | ६. आन्तर्राष्ट्रीय मानक कैसे होने चाहिये !,
| |
| − | | |
| − | ७. भारत अपने मानक तैयार करे
| |
| | | | |
| | === [[मनोस्वास्थ्य प्राप्त करें]] === | | === [[मनोस्वास्थ्य प्राप्त करें]] === |
| − | | + | # अंग्रेजी और अंग्रेजीयत से मुक्ति |
| − | ==== अंग्रेजी और अंग्रेजीयत से मुक्ति ====
| + | # ज्ञानात्मक हल ढूँढने की प्रवृत्ति, |
| − | | + | # पतित्रता की रक्षा |
| − | ==== ज्ञानात्मक हल ढूँढने की प्रवृत्ति, ====
| + | # आत्मविश्वास प्राप्त करना |
| − | | + | # हीनताबोध से मुक्ति |
| − | ==== पतित्रता की रक्षा ====
| + | # स्वतन्त्रता |
| − | | + | # श्रद्धा और विश्वास |
| − | ==== आत्मविश्वास प्राप्त करना ====
| + | # [[प्राणशक्ति का अभाव]] |
| − | | |
| − | ==== हीनताबोध से मुक्ति ====
| |
| − | | |
| − | ==== स्वतन्त्रता ====
| |
| − | | |
| − | ==== श्रद्धा और विश्वास ====
| |
| − | | |
| − | ==== प्राणशक्ति का अभाव ====
| |
| | | | |
| | === संस्कृति के आधार पर विचार करें === | | === संस्कृति के आधार पर विचार करें === |