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− | अध्याय ११ | + | === अध्याय ११ === |
− | विद्यालय का समाज में स्थान | + | |
− | विद्यालय किसका ? | + | === विद्यालय का समाज में स्थान === |
− | १, प्रबन्धसमिति २. शासन 2. इन सभी की आपसी सम्बन्ध की व्यावहारिक | + | |
− | ३. प्रधानाचार्य ४. आचार्य भूमिका कैसी होनी चाहिये ? | + | ==== विद्यालय किसका ? ==== |
− | ५. अन्य कर्मचारी ६. छात्र 3. ऐसी कौन सी बातें हैं जो इन सभी को समान रूप | + | १, प्रबन्धसमिति |
− | ७. अभिभावक से लागू होनी चाहिये ? | + | |
| + | २. शासन 2. इन सभी की आपसी सम्बन्ध की व्यावहारिक |
| + | |
| + | ३. प्रधानाचार्य |
| + | |
| + | ४. आचार्य |
| + | |
| + | ५. अन्य कर्मचारी |
| + | |
| + | ६. छात्र |
| + | |
| + | ७. अभिभावक |
| + | |
| + | से लागू होनी चाहिये ? |
| | | |
| इन सभी के विद्यालय के साथ के स्वस्थ सम्बन्धों | | इन सभी के विद्यालय के साथ के स्वस्थ सम्बन्धों |
| + | |
| का व्यवहारिक स्वरूप कैसा होना चाहिये ? | | का व्यवहारिक स्वरूप कैसा होना चाहिये ? |
| | | |
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| इन सभी में विद्यालय किस दृष्टि से किसका होता | | इन सभी में विद्यालय किस दृष्टि से किसका होता |
| + | |
| है? | | है? |
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| इस वैचारिक स्वरूप की प्रश्नावली पर गुजरात के | | इस वैचारिक स्वरूप की प्रश्नावली पर गुजरात के |
| + | |
| आचार्यो ने अपने कुछ मत प्रकट किए । | | आचार्यो ने अपने कुछ मत प्रकट किए । |
| | | |
| वास्तव में विद्यालय मे अध्ययन अध्यापन प्रक्रिया में | | वास्तव में विद्यालय मे अध्ययन अध्यापन प्रक्रिया में |
| + | |
| आचार्य और छात्रो के बीच आंतरक्रिया चलती है; अतः इन | | आचार्य और छात्रो के बीच आंतरक्रिया चलती है; अतः इन |
| + | |
| दोनो का ही विद्यालय होता है । प्रबंध समिती, शासन, | | दोनो का ही विद्यालय होता है । प्रबंध समिती, शासन, |
| + | |
| प्रधानाचार्य अन्य कर्मचारी अभिभावक ये पाँच घटक पूरक | | प्रधानाचार्य अन्य कर्मचारी अभिभावक ये पाँच घटक पूरक |
| + | |
| बनना चाहिये । | | बनना चाहिये । |
| | | |
| विद्यालय का परिचय गुरु के ही नाम से होता है ऐसी | | विद्यालय का परिचय गुरु के ही नाम से होता है ऐसी |
| + | |
| परंपरा भारत मे रही है । वसिष्ठ, सांदिपनी, द्रोणाचार्य इनके | | परंपरा भारत मे रही है । वसिष्ठ, सांदिपनी, द्रोणाचार्य इनके |
| + | |
| गुरुकुल उनके ही नाम से पहचाने जाते थे । टेगोरजी का | | गुरुकुल उनके ही नाम से पहचाने जाते थे । टेगोरजी का |
| + | |
| शान्तिनिकेतन, तिलक जी का न्यूइंग्लिश स्कूल, गांधीजी का | | शान्तिनिकेतन, तिलक जी का न्यूइंग्लिश स्कूल, गांधीजी का |
| + | |
| बुनियादी विद्यालय रहा है । इसलिए आचार्य और छात्र | | बुनियादी विद्यालय रहा है । इसलिए आचार्य और छात्र |
| + | |
| दोनों का ही विद्यालय अभिप्रेत है । | | दोनों का ही विद्यालय अभिप्रेत है । |
| | | |
| प्रबंध समिति भवन आदि व्यवस्था करे । आज शासन | | प्रबंध समिति भवन आदि व्यवस्था करे । आज शासन |
| + | |
| अनुदान द्वारा आचार्यों की बेतनपूर्ति , प्रधानाचार्य आचार्यों को | | अनुदान द्वारा आचार्यों की बेतनपूर्ति , प्रधानाचार्य आचार्यों को |
| + | |
| शैक्षिक मार्गदर्शन, अन्य कर्मचारी प्रशासकीय व्यवस्थाएँ | | शैक्षिक मार्गदर्शन, अन्य कर्मचारी प्रशासकीय व्यवस्थाएँ |
| + | |
| सम्भालना, अभिभावक विद्यालय की आपूर्ति करना, इसमे | | सम्भालना, अभिभावक विद्यालय की आपूर्ति करना, इसमे |
| + | |
| सहायक बने । परंतु आज प्रबंध समिति एवं शासन अपना | | सहायक बने । परंतु आज प्रबंध समिति एवं शासन अपना |
| + | |
| अधिकार जमाने का कार्य करते है । | | अधिकार जमाने का कार्य करते है । |
| | | |
| इन सब घटकों का व्यवहारिक स्वरूप के संदर्भ मे | | इन सब घटकों का व्यवहारिक स्वरूप के संदर्भ मे |
| + | |
| प्रबंध समिति एवं शासन विद्यालय के संरक्षक प्रधानाचार्य | | प्रबंध समिति एवं शासन विद्यालय के संरक्षक प्रधानाचार्य |
| + | |
| आचार्य एवं कर्मचारियों के मार्गदर्शक तथा शासन प्रबंध | | आचार्य एवं कर्मचारियों के मार्गदर्शक तथा शासन प्रबंध |
| + | |
| समिती और विद्यालय के बीच सेतू के रूप में कार्य करे, | | समिती और विद्यालय के बीच सेतू के रूप में कार्य करे, |
| + | |
| अभिभावक का आचार्यों के साथ आत्मीय सबंध हो । | | अभिभावक का आचार्यों के साथ आत्मीय सबंध हो । |
| + | |
| विद्यालय मे श्रद्धा हो ऐसा मत प्रकट हुआ । | | विद्यालय मे श्रद्धा हो ऐसा मत प्रकट हुआ । |
| | | |
| छात्र का विकास यह बात समान रूप से यह सभी को | | छात्र का विकास यह बात समान रूप से यह सभी को |
| + | |
| लागू चाहिये तथा सभी में घनिष्टता होनी चाहिये । | | लागू चाहिये तथा सभी में घनिष्टता होनी चाहिये । |
| | | |
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| | | |
| विद्यालय किसका इस प्रश्न पर चर्चा करने से पूर्व हम | | विद्यालय किसका इस प्रश्न पर चर्चा करने से पूर्व हम |
| + | |
| जरा इस विषय पर भी विचार करें कि विद्यालय किसे कहते | | जरा इस विषय पर भी विचार करें कि विद्यालय किसे कहते |
| + | |
| हैं । जिस प्रकार मकान घर नहीं होता है, मकान में रहने | | हैं । जिस प्रकार मकान घर नहीं होता है, मकान में रहने |
| + | |
| वाला परिवार घर होता है उस प्रकार केवल मकान विद्यालय | | वाला परिवार घर होता है उस प्रकार केवल मकान विद्यालय |
| + | |
| नहीं होता है, उसमें होनेवाले अध्ययन, अध्यापन के कारण, | | नहीं होता है, उसमें होनेवाले अध्ययन, अध्यापन के कारण, |
| | | |
| श्८्५् | | श्८्५् |
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− |
| + | उसमें पढने वाले विद्यार्थी और पढ़ाने |
− |
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− |
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− | उसमें पढने वाले विद्यार्थी और पढ़ाने
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| वाले अध्यापकों के कारण विद्यालय विद्यालय होता है । | | वाले अध्यापकों के कारण विद्यालय विद्यालय होता है । |
| | | |
| इस प्रकार तीन घटकों का मिलकर विद्यालय होता है । | | इस प्रकार तीन घटकों का मिलकर विद्यालय होता है । |
| + | |
| १, शिक्षा का कार्य अर्थात् अध्ययन अध्यापन का कार्य, 2. | | १, शिक्षा का कार्य अर्थात् अध्ययन अध्यापन का कार्य, 2. |
| + | |
| विद्यार्थी और शिक्षक तथा ३. विद्यालय का भवन । इन तीनों | | विद्यार्थी और शिक्षक तथा ३. विद्यालय का भवन । इन तीनों |
| + | |
| के एक दूसरे से सम्बन्ध से ही विद्यालय विद्यालय बनता है । | | के एक दूसरे से सम्बन्ध से ही विद्यालय विद्यालय बनता है । |
| | | |
| विद्यालय के भवन की बात आती है तब और एक | | विद्यालय के भवन की बात आती है तब और एक |
| + | |
| घटक भी साथ जुड़ता है । वह है संचालक । साथ ही एक | | घटक भी साथ जुड़ता है । वह है संचालक । साथ ही एक |
| + | |
| घटक और भी जुड़ता है । वह है सरकार । | | घटक और भी जुड़ता है । वह है सरकार । |
| | | |
| विद्यार्थी, शिक्षक, संचालक और सरकार इन चार | | विद्यार्थी, शिक्षक, संचालक और सरकार इन चार |
| + | |
| घटकों में विद्यालय किसका होता है ? | | घटकों में विद्यालय किसका होता है ? |
| | | |
| विद्यार्थी कहेंगे कि विद्यालय हमारा है क्योंकि हम | | विद्यार्थी कहेंगे कि विद्यालय हमारा है क्योंकि हम |
| + | |
| उसमें पढते हैं । | | उसमें पढते हैं । |
| | | |
| शिक्षक कहेंगे कि विद्यालय हमारा है क्योंकि हम उसमें | | शिक्षक कहेंगे कि विद्यालय हमारा है क्योंकि हम उसमें |
| + | |
| पढाते हैं । | | पढाते हैं । |
| | | |
| संचालक कहेंगे कि विद्यालय हमारा है क्योंकि हमने | | संचालक कहेंगे कि विद्यालय हमारा है क्योंकि हमने |
| + | |
| उसे बनाया है । | | उसे बनाया है । |
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| सरकार कहेगी कि विद्यालय हमारा है क्योंकि हमने उसे | | सरकार कहेगी कि विद्यालय हमारा है क्योंकि हमने उसे |
| + | |
| मान्यता दी है । | | मान्यता दी है । |
| | | |
| इस प्रकार सब कहेंगे कि विद्यालय हमारा है । तो फिर | | इस प्रकार सब कहेंगे कि विद्यालय हमारा है । तो फिर |
| + | |
| वास्तव में विद्यालय किसका होता है ? | | वास्तव में विद्यालय किसका होता है ? |
| | | |
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| किसी विद्यार्थी पर तथाकथित अन्याय होता है, अथवा | | किसी विद्यार्थी पर तथाकथित अन्याय होता है, अथवा |
| + | |
| विद्यार्थी संघकी कोई बात नहीं मानी जाती है तब विद्यार्थी | | विद्यार्थी संघकी कोई बात नहीं मानी जाती है तब विद्यार्थी |
| + | |
| आन्दोलन करते हैं, हडताल करते हैं, विरोध प्रदर्शन करते | | आन्दोलन करते हैं, हडताल करते हैं, विरोध प्रदर्शन करते |
| + | |
| हैं । विरोध प्रदर्शन में पथराव होता है, फर्नीचर तोडा जाता है, | | हैं । विरोध प्रदर्शन में पथराव होता है, फर्नीचर तोडा जाता है, |
| + | |
| विद्यालय को भारी नुकसान पहुँचता है। तब विद्यालय | | विद्यालय को भारी नुकसान पहुँचता है। तब विद्यालय |
| + | |
| किसका होता है ? क्या विद्यार्थियों का होता है ? यदि वह | | किसका होता है ? क्या विद्यार्थियों का होता है ? यदि वह |
| + | |
| विद्यार्थियों का है तो उसे नुकसान कैसे पहुँचाया जा सकता | | विद्यार्थियों का है तो उसे नुकसान कैसे पहुँचाया जा सकता |
| + | |
| है ? | | है ? |
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| बडे विद्यार्थियों की ही बात क्यों करें ? छोटे विद्यार्थी | | बडे विद्यार्थियों की ही बात क्यों करें ? छोटे विद्यार्थी |
| + | |
| बेन्च और डेस्क पर कुछ लिखते हैं, पंखों के पंख मरोडते हैं, | | बेन्च और डेस्क पर कुछ लिखते हैं, पंखों के पंख मरोडते हैं, |
| + | |
| स्वीचों को तोडते हैं, दीवारों को गन्दा करते हैं, कूडा कहीं पर | | स्वीचों को तोडते हैं, दीवारों को गन्दा करते हैं, कूडा कहीं पर |
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| भी फैंकते हैं तब विद्यालय किसका होता है ? | | भी फैंकते हैं तब विद्यालय किसका होता है ? |
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| भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम | | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
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| विद्यालय के भवन को यदि आग. से, विद्यालय की व्यवस्था से, विद्यालय की रीतिनीति से | | विद्यालय के भवन को यदि आग. से, विद्यालय की व्यवस्था से, विद्यालय की रीतिनीति से |
| | | |
− |
| + | लग जाय तो किसकी क्या प्रतिक्रिया होगी ? उसका सम्बन्ध समाप्त हो जाता है । परीक्षा में उत्तीर्ण होने के |
| | | |
− | लग जाय तो किसकी क्या प्रतिक्रिया होगी ? उसका सम्बन्ध समाप्त हो जाता है । परीक्षा में उत्तीर्ण होने के
| |
| विद्यार्थी का कोई नुकसान नहीं होता, उन्हें दुःख नहीं... अलावा उसे और कुछ नहीं करना है । इसलिये विद्यालय के | | विद्यार्थी का कोई नुकसान नहीं होता, उन्हें दुःख नहीं... अलावा उसे और कुछ नहीं करना है । इसलिये विद्यालय के |
| + | |
| होता, न वे नुकसान भरपाई के लिये कुछ भी करते हैं । भवन को आग लगे, या शिक्षकों पर कोई आरोप लगे या | | होता, न वे नुकसान भरपाई के लिये कुछ भी करते हैं । भवन को आग लगे, या शिक्षकों पर कोई आरोप लगे या |
| + | |
| शिक्षकों को कोई दुःख नहीं होगा । उल्टे दो तीन दिन... विद्यालय की प्रतिष्ठा दाँव पर लगे उसका कोई नुकसान नहीं | | शिक्षकों को कोई दुःख नहीं होगा । उल्टे दो तीन दिन... विद्यालय की प्रतिष्ठा दाँव पर लगे उसका कोई नुकसान नहीं |
| + | |
| की छुट्टी होने की खुशी ही होगी । होता । यह हकीकत बताती है कि विद्यालय विद्यार्थियों का | | की छुट्टी होने की खुशी ही होगी । होता । यह हकीकत बताती है कि विद्यालय विद्यार्थियों का |
| + | |
| संचालकों का क्या होगा ? यदि भवन की मालिकी तो नहीं है । वे विद्यालयके लिये कुछ भी नहीं करेंगे । | | संचालकों का क्या होगा ? यदि भवन की मालिकी तो नहीं है । वे विद्यालयके लिये कुछ भी नहीं करेंगे । |
| + | |
| किसी एक व्यक्ति की है तो उसे चिन्ता होगी, यदि ट्रस्ट की है शिक्षकों का भाव कैसा है ?हम सरकार के अथवा | | किसी एक व्यक्ति की है तो उसे चिन्ता होगी, यदि ट्रस्ट की है शिक्षकों का भाव कैसा है ?हम सरकार के अथवा |
| | | |
| तो भागदौड की परेशानी होगी अन्यथा कोई दुःख नहीं होगा... संचालकों के विद्यालय में नौकरी करते हैं । वेतन के बदले में | | तो भागदौड की परेशानी होगी अन्यथा कोई दुःख नहीं होगा... संचालकों के विद्यालय में नौकरी करते हैं । वेतन के बदले में |
| + | |
| क्योंकि वह समाज के पैसे से बना है इसलिये समाज का... पढ़ाना हमारा काम है । पढ़ाने के सम्बन्ध में जो नियम कानून | | क्योंकि वह समाज के पैसे से बना है इसलिये समाज का... पढ़ाना हमारा काम है । पढ़ाने के सम्बन्ध में जो नियम कानून |
| + | |
| नुकसान होगा | हैं उनको हम मानेंगे, उनका पालन करेंगे । पढ़ाने के सम्बन्ध | | नुकसान होगा | हैं उनको हम मानेंगे, उनका पालन करेंगे । पढ़ाने के सम्बन्ध |
| | | |
| सरकार को तो दुःख होने का प्रश्न ही नहीं है क्योंकि... में हमारे जो अधिकार हैं वे माँगेंगे । विद्यालय का समय पूरा | | सरकार को तो दुःख होने का प्रश्न ही नहीं है क्योंकि... में हमारे जो अधिकार हैं वे माँगेंगे । विद्यालय का समय पूरा |
| + | |
| सरकार किसी व्यक्ति की नहीं बनती, वह एक व्यवस्था है, हुआ हमारा काम भी पूरा हुआ । शेष समय हमारा है । उस | | सरकार किसी व्यक्ति की नहीं बनती, वह एक व्यवस्था है, हुआ हमारा काम भी पूरा हुआ । शेष समय हमारा है । उस |
| | | |
| एक तन्त्र है व्यवस्था में भावना नहीं होती । शेष समय में विद्यालय का विचार करने की हमारी जिम्मेदारी | | एक तन्त्र है व्यवस्था में भावना नहीं होती । शेष समय में विद्यालय का विचार करने की हमारी जिम्मेदारी |
| + | |
| यह तो विद्यालय के भवन की बात हुई । यह तो... नहीं । | | यह तो विद्यालय के भवन की बात हुई । यह तो... नहीं । |
| + | |
| केवल भौतिक पदार्थ है । संचालक कहते हैं कि विद्यालय के भवन की मालिकी | | केवल भौतिक पदार्थ है । संचालक कहते हैं कि विद्यालय के भवन की मालिकी |
| | | |
| परन्तु विद्यालय में किसी विद्यार्थी ने किसी लडकी पर... हमारी है, हमने शिक्षकों को नियुक्त किया है, हमने विद्र्थियों | | परन्तु विद्यालय में किसी विद्यार्थी ने किसी लडकी पर... हमारी है, हमने शिक्षकों को नियुक्त किया है, हमने विद्र्थियों |
| + | |
| बलात्कार किया, या विद्यालय के विद्यार्थी परीक्षा में नकल. को प्रवेश दिया है इसलिये हमारा अधिकार है परन्तु पढ़ाने का | | बलात्कार किया, या विद्यालय के विद्यार्थी परीक्षा में नकल. को प्रवेश दिया है इसलिये हमारा अधिकार है परन्तु पढ़ाने का |
| + | |
| करते पकडे गये या विद्यालय के शिक्षक परीक्षा में भ्रष्टाचार... काम हमारा नहीं है, उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं है। | | करते पकडे गये या विद्यालय के शिक्षक परीक्षा में भ्रष्टाचार... काम हमारा नहीं है, उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं है। |
| + | |
| करते पकडे गये तो विद्यार्थी, शिक्षक, संचालक और सरकार. अध्ययन विषयक, विद्यार्थियों के चरित्र विषयक कोई | | करते पकडे गये तो विद्यार्थी, शिक्षक, संचालक और सरकार. अध्ययन विषयक, विद्यार्थियों के चरित्र विषयक कोई |
| | | |
| की क्या प्रतिक्रिया होगी ? अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी शिक्षकों और | | की क्या प्रतिक्रिया होगी ? अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी शिक्षकों और |
| + | |
| या विद्यालय में अच्छी पढाई नहीं होती ऐसा बोला... अभिभावकों की है । हम उनके विरुद्ध कार्यवाही करेंगे, उन्हें | | या विद्यालय में अच्छी पढाई नहीं होती ऐसा बोला... अभिभावकों की है । हम उनके विरुद्ध कार्यवाही करेंगे, उन्हें |
| + | |
| जाता है तब किसकी क्या प्रतिक्रिया होती है ? दण्ड देंगे । | | जाता है तब किसकी क्या प्रतिक्रिया होती है ? दण्ड देंगे । |
| + | |
| सरकारी विद्यालयों के व्यवस्थातन्त्र के बारे में, परन्तु इससे आगे बात नहीं बढती । | | सरकारी विद्यालयों के व्यवस्थातन्त्र के बारे में, परन्तु इससे आगे बात नहीं बढती । |
| + | |
| शिक्षकों के बारे में खूब आलोचना होती है तब सरकार और सरकार की तो कोई भूमिका बनती ही नहीं है । | | शिक्षकों के बारे में खूब आलोचना होती है तब सरकार और सरकार की तो कोई भूमिका बनती ही नहीं है । |
| + | |
| शिक्षकों की क्या प्रतिक्रिया होती है ? शिक्षा संस्थाओं को लेकर चित्र आज ऐसा है । | | शिक्षकों की क्या प्रतिक्रिया होती है ? शिक्षा संस्थाओं को लेकर चित्र आज ऐसा है । |
| | | |
| देखा यह जाता है कि इन चारों में से किसी भी वर्ग का... विद्यालय के भवन की मालिकी संचालकों की इसलिये | | देखा यह जाता है कि इन चारों में से किसी भी वर्ग का... विद्यालय के भवन की मालिकी संचालकों की इसलिये |
| + | |
| विद्यालय के साथ कोई भावनात्मक सम्बन्ध नहीं होता ।.. उनका मालिकयत का सम्बन्ध, सरकार का नियन्त्रक के नाते | | विद्यालय के साथ कोई भावनात्मक सम्बन्ध नहीं होता ।.. उनका मालिकयत का सम्बन्ध, सरकार का नियन्त्रक के नाते |
| + | |
| सबका अपने अपने स्वार्थ से प्रेरित सम्बन्ध होता है और सम्बन्ध, शिक्षकों का अपने वेतन का सम्बन्ध और | | सबका अपने अपने स्वार्थ से प्रेरित सम्बन्ध होता है और सम्बन्ध, शिक्षकों का अपने वेतन का सम्बन्ध और |
| + | |
| अपने स्वार्थ की पूर्ति होने पर समाप्त हो जाता है । विद्यार्थियों का अपनी परीक्षा से सम्बन्ध । इसमें विद्या कहाँ | | अपने स्वार्थ की पूर्ति होने पर समाप्त हो जाता है । विद्यार्थियों का अपनी परीक्षा से सम्बन्ध । इसमें विद्या कहाँ |
| | | |
| विद्यार्थी अपनी पढाई हेतु विद्यालय से जुडा है, है ? विद्या की प्रतिष्ठा कहाँ है ? विद्या की साधना का तो | | विद्यार्थी अपनी पढाई हेतु विद्यालय से जुडा है, है ? विद्या की प्रतिष्ठा कहाँ है ? विद्या की साधना का तो |
| + | |
| विद्यालय के भवन से, व्यवस्थातन्त्र से, नीतिनियमों से उसका. प्रश्न ही नहीं है । ज्ञानसाधना का मिशन होने की सम्भावना | | विद्यालय के भवन से, व्यवस्थातन्त्र से, नीतिनियमों से उसका. प्रश्न ही नहीं है । ज्ञानसाधना का मिशन होने की सम्भावना |
| + | |
| कोई लेना देना नहीं है । पढाई के कार्य में भी प्रत्यक्ष ज्ञान से. ही नहीं है । | | कोई लेना देना नहीं है । पढाई के कार्य में भी प्रत्यक्ष ज्ञान से. ही नहीं है । |
| + | |
| कोई सम्बन्ध नहीं, परीक्षा के परिणाम के साथ ही सम्बन्ध देश में अनेक विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय | | कोई सम्बन्ध नहीं, परीक्षा के परिणाम के साथ ही सम्बन्ध देश में अनेक विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय |
| + | |
| है । इसलिये परीक्षा समाप्त होते ही अध्ययन से, अध्यापकों हैं जहाँ अध्ययन - अध्यापन अच्छा होता है और | | है । इसलिये परीक्षा समाप्त होते ही अध्ययन से, अध्यापकों हैं जहाँ अध्ययन - अध्यापन अच्छा होता है और |
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| १८६ | | १८६ |
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| | | |
| ज्ञानसाधना भी होती है परन्तु वह व्यक्तियों के कारण से होता | | ज्ञानसाधना भी होती है परन्तु वह व्यक्तियों के कारण से होता |
| + | |
| है, व्यवस्था के कारण से नहीं । भले ही व्यक्तियों के कारण | | है, व्यवस्था के कारण से नहीं । भले ही व्यक्तियों के कारण |
| + | |
| हो, उसका लाभ अवश्य होता है । परन्तु यह अपवाद रूप | | हो, उसका लाभ अवश्य होता है । परन्तु यह अपवाद रूप |
| + | |
| स्थिति है । सार्वत्रिक स्थिति तो सरोकार विहीनता की ही | | स्थिति है । सार्वत्रिक स्थिति तो सरोकार विहीनता की ही |
| + | |
| है। | | है। |
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| शिक्षाक्षेत्र में नौकरी की व्यवस्था जब तक समाप्त नहीं | | शिक्षाक्षेत्र में नौकरी की व्यवस्था जब तक समाप्त नहीं |
| + | |
| होती तब तक परिस्थिति में सुधार नहीं हो सकता । घर में | | होती तब तक परिस्थिति में सुधार नहीं हो सकता । घर में |
| + | |
| कोई नौकरी नहीं करता, काम सब करते हैं । घर में रहने का | | कोई नौकरी नहीं करता, काम सब करते हैं । घर में रहने का |
| + | |
| घर के सभी सदस्यों को जन्मसिद्ध अधिकार है । घर सबका है | | घर के सभी सदस्यों को जन्मसिद्ध अधिकार है । घर सबका है |
| + | |
| और सेवा करना ही सबका धर्म है । एकदूसरे के लिये सब | | और सेवा करना ही सबका धर्म है । एकदूसरे के लिये सब |
| + | |
| काम करते हैं । घर की प्रतिष्ठा सबकी चिन्ता का विषय है । | | काम करते हैं । घर की प्रतिष्ठा सबकी चिन्ता का विषय है । |
| + | |
| घर की बदनामी सबकी बदनामी है । मातापिता सन्तानों के | | घर की बदनामी सबकी बदनामी है । मातापिता सन्तानों के |
| + | |
| लिये और सन्तानें मातापिता के लिये जीते हैं । तभी वह | | लिये और सन्तानें मातापिता के लिये जीते हैं । तभी वह |
| + | |
| परिवार है । परिवार भावना, व्यवस्था और सम्बन्धों से बनता | | परिवार है । परिवार भावना, व्यवस्था और सम्बन्धों से बनता |
| + | |
| है । तीनों बातें एक ही स्थान पर केन्द्रित हुई है । | | है । तीनों बातें एक ही स्थान पर केन्द्रित हुई है । |
| | | |
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| + | विद्यालय भी. परिवार बनना |
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| | | |
− | विद्यालय भी. परिवार बनना
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| चाहिये तभी वह भारतीय संकल्पना का विद्यालय बनेगा । | | चाहिये तभी वह भारतीय संकल्पना का विद्यालय बनेगा । |
| + | |
| व्यवस्था, नियन्त्रण, कार्य जब भिन्न भिन्न स्थानों पर केन्द्रित | | व्यवस्था, नियन्त्रण, कार्य जब भिन्न भिन्न स्थानों पर केन्द्रित |
| + | |
| होंगे तब वह एकसंध परिवार नहीं बनेगा । वर्तमान व्यवस्था | | होंगे तब वह एकसंध परिवार नहीं बनेगा । वर्तमान व्यवस्था |
| + | |
| ही ऐसी बनी है जहाँ विद्यालय परिवार बनने की सम्भावना | | ही ऐसी बनी है जहाँ विद्यालय परिवार बनने की सम्भावना |
| + | |
| नहीं है । | | नहीं है । |
| | | |
| विद्यालय को परिवार मानने की, इसके लिये शिक्षकों | | विद्यालय को परिवार मानने की, इसके लिये शिक्षकों |
| + | |
| और विद्यार्थियों का प्रबोधन करने की भावनात्मक बातें बहुत | | और विद्यार्थियों का प्रबोधन करने की भावनात्मक बातें बहुत |
| + | |
| की जाती हैं परन्तु परिणाम दिखाई नहीं देता क्योंकि परिवार | | की जाती हैं परन्तु परिणाम दिखाई नहीं देता क्योंकि परिवार |
| + | |
| बनने के लिये जो एकसंघ व्यवस्था चाहिये उसकी हम बात | | बनने के लिये जो एकसंघ व्यवस्था चाहिये उसकी हम बात |
| + | |
| नहीं करते । व्यवस्था विशूंखलता की और अनेक केन्द्री | | नहीं करते । व्यवस्था विशूंखलता की और अनेक केन्द्री |
| + | |
| स्वार्थों की और भावना परिवार की ऐसी दो बातें एक साथ | | स्वार्थों की और भावना परिवार की ऐसी दो बातें एक साथ |
| + | |
| नहीं हो सकतीं । | | नहीं हो सकतीं । |
| | | |
| शिक्षक केन्द्रित विद्यालय ही इसका सही और | | शिक्षक केन्द्रित विद्यालय ही इसका सही और |
| + | |
| परिणामकारी उपाय है । इस व्यवस्था के लिये शिक्षकों को | | परिणामकारी उपाय है । इस व्यवस्था के लिये शिक्षकों को |
| + | |
| सिद्ध और समर्थ बनना होगा तथा संचालकों और सरकार को | | सिद्ध और समर्थ बनना होगा तथा संचालकों और सरकार को |
| + | |
| अनुकूल । शिक्षकाधीन शिक्षा इसका सार्थक सूत्र है । | | अनुकूल । शिक्षकाधीन शिक्षा इसका सार्थक सूत्र है । |
| | | |
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| | | |
| 2. भ्रमण के लिये स्थान का चयन किस प्रकार से | | 2. भ्रमण के लिये स्थान का चयन किस प्रकार से |
| + | |
| करना चाहिये ? | | करना चाहिये ? |
| | | |
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| ¥. भ्रमण के समय छात्र एवं आचायों के व्यवहार के | | ¥. भ्रमण के समय छात्र एवं आचायों के व्यवहार के |
| + | |
| सम्बन्ध में किन किन बातों पर विचार करना | | सम्बन्ध में किन किन बातों पर विचार करना |
| + | |
| चाहिये ? | | चाहिये ? |
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| ५... यदि भ्रमण शैक्षिक है तो वह सभी छात्रों के लिये | | ५... यदि भ्रमण शैक्षिक है तो वह सभी छात्रों के लिये |
| + | |
| होना चाहिये । इसकी व्यवस्था कैसे कर सकते | | होना चाहिये । इसकी व्यवस्था कैसे कर सकते |
| + | |
| हैं? | | हैं? |
| | | |
| ६. wan cht आर्थिक व्यवस्था के सम्बन्ध में क्या | | ६. wan cht आर्थिक व्यवस्था के सम्बन्ध में क्या |
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| विचार करना चाहिये ? | | विचार करना चाहिये ? |
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| ७. शैक्षिक भ्रमण का पाठ्यक्रम के साथ क्या | | ७. शैक्षिक भ्रमण का पाठ्यक्रम के साथ क्या |
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| सम्बन्ध है ? | | सम्बन्ध है ? |
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| ९. भ्रमण के माध्यम से सांस्कृतिक, सामाजिक, | | ९. भ्रमण के माध्यम से सांस्कृतिक, सामाजिक, |
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| राष्ट्रीय विकास किस प्रकार से होता है ? | | राष्ट्रीय विकास किस प्रकार से होता है ? |
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| १०, भ्रमण के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान का | | १०, भ्रमण के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान का |
| + | |
| विकास किस प्रकार से होता है ? | | विकास किस प्रकार से होता है ? |
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| विद्याभारती केल प्रान्त के कृष्णदासजीने प्रान्त के | | विद्याभारती केल प्रान्त के कृष्णदासजीने प्रान्त के |
| + | |
| आचार्य प्रश्नावली भरवायी है । भाषाकी समस्या के कारण | | आचार्य प्रश्नावली भरवायी है । भाषाकी समस्या के कारण |
| + | |
| प्रश्न और उत्तर समझने में दोनो तरफ से कठीनाई महसूस | | प्रश्न और उत्तर समझने में दोनो तरफ से कठीनाई महसूस |
| + | |
| हुई । फिर भी उत्साह से यह कार्य किया गया अतः चर्चा | | हुई । फिर भी उत्साह से यह कार्य किया गया अतः चर्चा |
| + | |
| के माध्यम से जो समझ में आया उसे अभिमत मे स्थान | | के माध्यम से जो समझ में आया उसे अभिमत मे स्थान |
| + | |
| दिया है । आचार्य एवं अभिभावकों ने इस प्रश्नावली के | | दिया है । आचार्य एवं अभिभावकों ने इस प्रश्नावली के |
| + | |
| संबंध मे कुछ विचार किया है । निसर्ग समृद्ध भूमि का जिन्हें | | संबंध मे कुछ विचार किया है । निसर्ग समृद्ध भूमि का जिन्हें |
| + | |
| प्रत्यक्ष अनुभव है । अतः निसर्ग के साथ रहने हेतू भ्रमण | | प्रत्यक्ष अनुभव है । अतः निसर्ग के साथ रहने हेतू भ्रमण |
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| + | (ट्रि) योजना करना यही विचार प्रधान |
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− | (ट्रि) योजना करना यही विचार प्रधान
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| मानकर प्रश्नावली के उत्तर लिखे गये । भ्रमण के लिए | | मानकर प्रश्नावली के उत्तर लिखे गये । भ्रमण के लिए |
| + | |
| अच्छे स्थान एवं उनके नाम बताए गये । भ्रमण समय में | | अच्छे स्थान एवं उनके नाम बताए गये । भ्रमण समय में |
| + | |
| कौन सी सावधानीयाँ रखना इसका भी विचार हुआ परन्तु | | कौन सी सावधानीयाँ रखना इसका भी विचार हुआ परन्तु |
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| भ्रमण के साथ शैक्षिक बातों का विचार बहुत कम TT | | | भ्रमण के साथ शैक्षिक बातों का विचार बहुत कम TT | |
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| अत्यंत विचारपूर्ण और गहराई मे विचार करने वाली | | अत्यंत विचारपूर्ण और गहराई मे विचार करने वाली |
| + | |
| यह दस प्रश्नों की प्रश्नावली थी । देखना और निरीक्षण | | यह दस प्रश्नों की प्रश्नावली थी । देखना और निरीक्षण |
| + | |
| करना दोनों भी दृश्येंट्रिय से की जानेवाली क्रियाएँ हैं । | | करना दोनों भी दृश्येंट्रिय से की जानेवाली क्रियाएँ हैं । |
| + | |
| देखना आँखोंसे होता है परंतु निरीक्षण मे आँखों के साथ | | देखना आँखोंसे होता है परंतु निरीक्षण मे आँखों के साथ |
| + | |
| मन और बुद्धी भी जुड़ते हैं । उसी प्रकार भ्रमण और शैक्षिक | | मन और बुद्धी भी जुड़ते हैं । उसी प्रकार भ्रमण और शैक्षिक |
| + | |
| भ्रमण में भी अंतर है । आज विद्यालयों में भ्रमण कार्यक्रम | | भ्रमण में भी अंतर है । आज विद्यालयों में भ्रमण कार्यक्रम |
| + | |
| का अर्थ भ्रमण इतना ही किया जाता है । | | का अर्थ भ्रमण इतना ही किया जाता है । |
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| भ्रमण अर्थात् घूमना । शैक्षिक भ्रमण अर्थात् कुछ | | भ्रमण अर्थात् घूमना । शैक्षिक भ्रमण अर्थात् कुछ |
| + | |
| जानने समझने के लिए घूमना । उस दृष्टि से गाँव का | | जानने समझने के लिए घूमना । उस दृष्टि से गाँव का |
| + | |
| साप्ताहिक बाजार, मेले, प्राचीन मन्दिर, अखाड़े, प्रेक्षणीय | | साप्ताहिक बाजार, मेले, प्राचीन मन्दिर, अखाड़े, प्रेक्षणीय |
| + | |
| CIM, Wie, उद्याने, Bie, su, dane, | | CIM, Wie, उद्याने, Bie, su, dane, |
| + | |
| नदीकिनारा, समुद्रकिनारा, म्युझियम, कारखाने, गोशाला, | | नदीकिनारा, समुद्रकिनारा, म्युझियम, कारखाने, गोशाला, |
| + | |
| फसल से भरी खेती, फल के बगीचे, निसर्गरम्य स्थान, | | फसल से भरी खेती, फल के बगीचे, निसर्गरम्य स्थान, |
| + | |
| प्रपात, गरमपानी के झरने इत्यादि प्रकार के स्थान शैक्षिक | | प्रपात, गरमपानी के झरने इत्यादि प्रकार के स्थान शैक्षिक |
| + | |
| भ्रमण के लिए होने चाहिये । | | भ्रमण के लिए होने चाहिये । |
| | | |
| 2. जहाँ जाना वहाँ क्या, देखना, किससे | | 2. जहाँ जाना वहाँ क्या, देखना, किससे |
| + | |
| मिलना, कैसी पूछताछ करना, उसकी विस्तृत चर्चा शिक्षकों | | मिलना, कैसी पूछताछ करना, उसकी विस्तृत चर्चा शिक्षकों |
| + | |
| ने विद्यार्थियों के साथ करनी चाहिये । | | ने विद्यार्थियों के साथ करनी चाहिये । |
| | | |
| ३. भ्रमण के समय अध्यापक और छात्र दोनों में | | ३. भ्रमण के समय अध्यापक और छात्र दोनों में |
| + | |
| समवयस्क जैसा व्यवहार हो परंतु अनुशासन, और | | समवयस्क जैसा व्यवहार हो परंतु अनुशासन, और |
| + | |
| आदृरभाव भी होना जरूरी है । | | आदृरभाव भी होना जरूरी है । |
| | | |
| ४. भ्रमण शैक्षिक होने के कारण सब विद्यार्थियों की | | ४. भ्रमण शैक्षिक होने के कारण सब विद्यार्थियों की |
| + | |
| सहभागिता अवश्य हो । क्षेत्रभेट करनेके लिए छात्रों की | | सहभागिता अवश्य हो । क्षेत्रभेट करनेके लिए छात्रों की |
| + | |
| टोली बने ये टोलियाँ ३-४ स्थानों पर अलग अलग जाये | | | टोली बने ये टोलियाँ ३-४ स्थानों पर अलग अलग जाये | |
| + | |
| दूसरे दिन सब छात्र मिलकर चर्चा में सम्मिलित हों इस | | दूसरे दिन सब छात्र मिलकर चर्चा में सम्मिलित हों इस |
| + | |
| प्रकार का आयोजन करना चाहिये । भ्रमण खर्च सब कर | | प्रकार का आयोजन करना चाहिये । भ्रमण खर्च सब कर |
| + | |
| सके ऐसा ही हो कभी कभी खर्चिले भ्रमण मे ऐच्छिकता से | | सके ऐसा ही हो कभी कभी खर्चिले भ्रमण मे ऐच्छिकता से |
| + | |
| सम्मिलित होने का प्रावधान किया जाता है ऐसा न हो । | | सम्मिलित होने का प्रावधान किया जाता है ऐसा न हो । |
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| भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम | | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
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− |
| + | ऐसा भ्रमण शैक्षिक नहीं होता है, मात्र मनोरंजन को दिया |
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− | ऐसा भ्रमण शैक्षिक नहीं होता है, मात्र मनोरंजन को दिया
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| गया व्यावसायिक रूप ही है । | | गया व्यावसायिक रूप ही है । |
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| शैक्षिक भ्रमण से इतिहास भूगोल समाजविज्ञान आदि | | शैक्षिक भ्रमण से इतिहास भूगोल समाजविज्ञान आदि |
| + | |
| विषयों का अध्ययन होता है । भ्रमण से पूर्व योग्य सूचनाएँ | | विषयों का अध्ययन होता है । भ्रमण से पूर्व योग्य सूचनाएँ |
| + | |
| सावधानी एवं पूर्वजानकारी (स्थान संदर्भ में) और वापसी | | सावधानी एवं पूर्वजानकारी (स्थान संदर्भ में) और वापसी |
| + | |
| के बाद उस विषय में चर्चा लेखन प्रश्नावलियाँ तैयार करना | | के बाद उस विषय में चर्चा लेखन प्रश्नावलियाँ तैयार करना |
| + | |
| आदि अवश्य करें । | | आदि अवश्य करें । |
| | | |
| कुंभ मेला, वेदपाठशाला आदि स्थानों में जाकर | | कुंभ मेला, वेदपाठशाला आदि स्थानों में जाकर |
| + | |
| संस्कृति परिचय होता है । सामाजिक एवं राष्ट्रीय विकास | | संस्कृति परिचय होता है । सामाजिक एवं राष्ट्रीय विकास |
| + | |
| होता है । पूर्व के जमाने में संतवृन्द, शंकराचार्य पैदल यात्रा | | होता है । पूर्व के जमाने में संतवृन्द, शंकराचार्य पैदल यात्रा |
| + | |
| करते थे । उन्हें देशकाल परिस्थिति का आकलन होता | | करते थे । उन्हें देशकाल परिस्थिति का आकलन होता |
| + | |
| था । वह शैक्षिक भ्रमण था । आज वह तत्त्व ध्यान में | | था । वह शैक्षिक भ्रमण था । आज वह तत्त्व ध्यान में |
| + | |
| रखकर परिस्थिति एवं छात्रों की आयु क्षमता ध्यान में लेते | | रखकर परिस्थिति एवं छात्रों की आयु क्षमता ध्यान में लेते |
| + | |
| हुए योग्य परिवर्तन करके विद्यालयों ने शैक्षिक भ्रमण की | | हुए योग्य परिवर्तन करके विद्यालयों ने शैक्षिक भ्रमण की |
| + | |
| योजना बनानी चाहिये । | | योजना बनानी चाहिये । |
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| विमर्श | | विमर्श |
| + | |
| शैक्षिक भ्रमण सम्बन्धी विचारणीय मुद्दे | | शैक्षिक भ्रमण सम्बन्धी विचारणीय मुद्दे |
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| आज हमने सभी बातों को उल्टा कर दिया है । उसमें | | आज हमने सभी बातों को उल्टा कर दिया है । उसमें |
| + | |
| भ्रमण का भी विषय समाविष्ट है । जरा इन मुद्दों पर विचार | | भ्रमण का भी विषय समाविष्ट है । जरा इन मुद्दों पर विचार |
| + | |
| १... शैक्षिक भ्रमण में से शैक्षिक शब्द छूट गया है, विस्मृत | | १... शैक्षिक भ्रमण में से शैक्षिक शब्द छूट गया है, विस्मृत |
| + | |
| हो गया है । उसका कोई प्रयोजन नहीं रहा । अब | | हो गया है । उसका कोई प्रयोजन नहीं रहा । अब |
| + | |
| केवल भ्रमण ही रह गया है जिसका उद्देश्य शैक्षिक | | केवल भ्रमण ही रह गया है जिसका उद्देश्य शैक्षिक |
| + | |
| नहीं है, मनोरंजन है, मजा करना है । | | नहीं है, मनोरंजन है, मजा करना है । |
| + | |
| औपचारिकता के लिये अभी भी यह शैक्षिक भ्रमण | | औपचारिकता के लिये अभी भी यह शैक्षिक भ्रमण |
| + | |
| है । भ्रमण यदि शैक्षिक है तो रेलवे की ओर से ५० | | है । भ्रमण यदि शैक्षिक है तो रेलवे की ओर से ५० |
| + | |
| प्रतिशत किराया कम हो जाता है, दस विद्यार्थियों पर | | प्रतिशत किराया कम हो जाता है, दस विद्यार्थियों पर |
| + | |
| एक शिक्षक की निःशुल्क यात्रा होती है । इसलिये | | एक शिक्षक की निःशुल्क यात्रा होती है । इसलिये |
| + | |
| सरकारी एवं विद्यालय के कार्यालयमें और रेलवे या | | सरकारी एवं विद्यालय के कार्यालयमें और रेलवे या |
| + | |
| अन्य यातायात के लिये यह शैक्षिक भ्रमण है, | | अन्य यातायात के लिये यह शैक्षिक भ्रमण है, |
| + | |
| विद्यार्थियों और शिक्षकों - भ्रमण हेतु जाने वालों - | | विद्यार्थियों और शिक्षकों - भ्रमण हेतु जाने वालों - |
| + | |
| के लिये यह मनोरंजन यात्रा है । | | के लिये यह मनोरंजन यात्रा है । |
| + | |
| सबसे पहले यह दुविधा दूर करनी चाहिये । यह | | सबसे पहले यह दुविधा दूर करनी चाहिये । यह |
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| दुविधा अप्रामाणिकता है, दम्भ है, झूठ बोलकर लाभ | | दुविधा अप्रामाणिकता है, दम्भ है, झूठ बोलकर लाभ |
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| पर्व ३ : विद्यालय की शैक्षिक व्यवस्थाएँ | | पर्व ३ : विद्यालय की शैक्षिक व्यवस्थाएँ |
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| + | लेने की वृत्ति प्रवृत्ति है। विद्यार्थियों पर इससे पहुँचे थे । |
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− | लेने की वृत्ति प्रवृत्ति है। विद्यार्थियों पर इससे पहुँचे थे ।
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| भ्रष्टाचार के संस्कार होते हैं । ०... संस्कृति विषय में बारह ज्योतिर्लिंग और चार धाम | | भ्रष्टाचार के संस्कार होते हैं । ०... संस्कृति विषय में बारह ज्योतिर्लिंग और चार धाम |
| | | |
| ४. विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों में शैक्षिक का वर्णन आता है। वहाँ जाकर उन्हें देखने की | | ४. विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों में शैक्षिक का वर्णन आता है। वहाँ जाकर उन्हें देखने की |
| + | |
| भ्रमण' शब्द परिचित, प्रचलित और प्रतिष्ठित करना योजना बनानी चाहिये । | | भ्रमण' शब्द परिचित, प्रचलित और प्रतिष्ठित करना योजना बनानी चाहिये । |
| + | |
| चाहिये और विद्यार्थियों को शैक्षिक भ्रमण का अर्थ... *... दिल्ली का लोहस्तम्भ, अजंता की चित्रावलि, कैलास | | चाहिये और विद्यार्थियों को शैक्षिक भ्रमण का अर्थ... *... दिल्ली का लोहस्तम्भ, अजंता की चित्रावलि, कैलास |
| + | |
| और उद्देश्य समझाना चाहिये । मन्दिर, वाराणसी की वेधशाला के अवशेष आदि | | और उद्देश्य समझाना चाहिये । मन्दिर, वाराणसी की वेधशाला के अवशेष आदि |
| | | |
| ५... इतिहास, भूगोल, समाजशास्त्र, संस्कृति आदि विषयों भारत की कारीगरी के नमूने हैं, गौरवबिन्दु हैं । उन्हें | | ५... इतिहास, भूगोल, समाजशास्त्र, संस्कृति आदि विषयों भारत की कारीगरी के नमूने हैं, गौरवबिन्दु हैं । उन्हें |
| + | |
| के साथ भ्रमण कार्यक्रम को जाड़ना चाहिये । भिन्न देखने की योजना बना सकते हैं । | | के साथ भ्रमण कार्यक्रम को जाड़ना चाहिये । भिन्न देखने की योजना बना सकते हैं । |
| + | |
| भिन्न कक्षाओं के पाठ्यक्रम के साथ उसे जोड़ना... १०. इस प्रकार विशिष्ट उद्देश्यों को लेकर भ्रमण की योजना | | भिन्न कक्षाओं के पाठ्यक्रम के साथ उसे जोड़ना... १०. इस प्रकार विशिष्ट उद्देश्यों को लेकर भ्रमण की योजना |
| + | |
| चाहिये । कक्षा और विषय के अनुसार विभिन्न गट बनानी चाहिये । परन्तु भ्रमण हेतु जाने से पहले और | | चाहिये । कक्षा और विषय के अनुसार विभिन्न गट बनानी चाहिये । परन्तु भ्रमण हेतु जाने से पहले और |
| + | |
| बनाने चाहिये । गट में एक साथ कम संख्या होनी आने के बाद बहुत सारी शैक्षिक गतिविधियों को | | बनाने चाहिये । गट में एक साथ कम संख्या होनी आने के बाद बहुत सारी शैक्षिक गतिविधियों को |
| + | |
| चाहिये ताकि व्यवस्था ठीक बनी रहे । भ्रमण के साथ जोड़ना आवश्यक है । | | चाहिये ताकि व्यवस्था ठीक बनी रहे । भ्रमण के साथ जोड़ना आवश्यक है । |
| | | |
| ६... जब ठीक से प्रबोधन नहीं किया जाता है तब जहाँ. ११. भ्रमण में जाने से पूर्व स्थानों की पूरी जानकारी, यात्रा | | ६... जब ठीक से प्रबोधन नहीं किया जाता है तब जहाँ. ११. भ्रमण में जाने से पूर्व स्थानों की पूरी जानकारी, यात्रा |
| + | |
| जाते हैं उस दर्शनीय स्थान के दर्शन और अवलोकन का उद्देश्य, वहाँ जाकर करने के काम, वापस आकर | | जाते हैं उस दर्शनीय स्थान के दर्शन और अवलोकन का उद्देश्य, वहाँ जाकर करने के काम, वापस आकर |
| + | |
| तो एक और रह जाते हैं और यात्रा के दौरान का देने के वृत्त हेतु करने के कार्य की जानकारी देनी | | तो एक और रह जाते हैं और यात्रा के दौरान का देने के वृत्त हेतु करने के कार्य की जानकारी देनी |
| + | |
| दंगा, खान पान, वेश और फैशन, फोटो सेशन, चाहिये । | | दंगा, खान पान, वेश और फैशन, फोटो सेशन, चाहिये । |
| + | |
| खरीदी आदि मुख्य बातें बन जाती हैं । विद्यार्थियों. १२. यात्रा के दौरान जिन आचारों का पालन करना है उस | | खरीदी आदि मुख्य बातें बन जाती हैं । विद्यार्थियों. १२. यात्रा के दौरान जिन आचारों का पालन करना है उस |
| + | |
| और शिक्षकों की इस मानसिकता का उपचार करने सम्बन्ध में उचित पद्धति से विद्यार्थियों का प्रबोधन | | और शिक्षकों की इस मानसिकता का उपचार करने सम्बन्ध में उचित पद्धति से विद्यार्थियों का प्रबोधन |
| + | |
| की. आवश्यकता है। शिक्षकों का. उपचार करना चाहिये । यह बात बहुत कठिन है क्योंकि | | की. आवश्यकता है। शिक्षकों का. उपचार करना चाहिये । यह बात बहुत कठिन है क्योंकि |
| + | |
| शिक्षाशाख्रियों ने और विद्यार्थीयों का उपचार शिक्षकों भ्रमण के साथ विद्यार्थियों की उन्मुक्तता की वृत्ति | | शिक्षाशाख्रियों ने और विद्यार्थीयों का उपचार शिक्षकों भ्रमण के साथ विद्यार्थियों की उन्मुक्तता की वृत्ति |
| + | |
| ने करना चाहिये । जुड़ी हुई होती है । दैनन्दिन जीवन में भी उनकी | | ने करना चाहिये । जुड़ी हुई होती है । दैनन्दिन जीवन में भी उनकी |
| | | |
| ७... शैक्षिक भ्रमण देशदर्शन और संस्कृति दर्शन हेतु होता अभिमुखता शिक्षा, संस्कृति, देश आदि की atk | | ७... शैक्षिक भ्रमण देशदर्शन और संस्कृति दर्शन हेतु होता अभिमुखता शिक्षा, संस्कृति, देश आदि की atk |
| + | |
| है, इतिहास दर्शन हेतु भी होता है । बनाना कठिन हो जाता है । सारा विद्यार्थीजगत भ्रमण | | है, इतिहास दर्शन हेतु भी होता है । बनाना कठिन हो जाता है । सारा विद्यार्थीजगत भ्रमण |
| | | |
| ८... अपने ही नगर का भूगोल और दर्शनीय स्थान देखने की ओर मनोरंजन की दृष्टि से देखता है तब एक | | ८... अपने ही नगर का भूगोल और दर्शनीय स्थान देखने की ओर मनोरंजन की दृष्टि से देखता है तब एक |
| + | |
| से भ्रमण कार्यक्रम की शुरुआत होती है । आगे विद्यालय के विद्यार्थियों को यात्रा के दौरान शिष्ट | | से भ्रमण कार्यक्रम की शुरुआत होती है । आगे विद्यालय के विद्यार्थियों को यात्रा के दौरान शिष्ट |
| + | |
| चलकर अपना जिला, अपना राज्य और अपने देश व्यवहार करने को कहना कठिन ही होता है तथापि | | चलकर अपना जिला, अपना राज्य और अपने देश व्यवहार करने को कहना कठिन ही होता है तथापि |
| + | |
| का भ्रमण करना चाहिये । कुछ विद्यालयों के उदाहरण ऐसे भी हैं जो इस बात | | का भ्रमण करना चाहिये । कुछ विद्यालयों के उदाहरण ऐसे भी हैं जो इस बात |
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| ०"... कक्षा में यदि शिवाजी महाराज का इतिहास पढ़ना है सकते हैं कि यह कार्य कठिन अवश्य होगा, असम्भव | | ०"... कक्षा में यदि शिवाजी महाराज का इतिहास पढ़ना है सकते हैं कि यह कार्य कठिन अवश्य होगा, असम्भव |
| + | |
| तो दो प्रकार से भ्रमण गट बन सकते हैं । एक गट नहीं है । | | तो दो प्रकार से भ्रमण गट बन सकते हैं । एक गट नहीं है । |
| + | |
| महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज के गढ़ और किले देखने. १३. भ्रमण के दौरान लेखन पुस्तिका में अनुभव लिखकर | | महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज के गढ़ और किले देखने. १३. भ्रमण के दौरान लेखन पुस्तिका में अनुभव लिखकर |
| + | |
| के लिये और दूसरा गट आगरा और दिल्ली के किले, स्मृति में रखने लायक स्थानों के छायाचित्र लेना, | | के लिये और दूसरा गट आगरा और दिल्ली के किले, स्मृति में रखने लायक स्थानों के छायाचित्र लेना, |
| + | |
| जहाँ शिवाजी महाराज को औरंगजेबने कैद में रखा सम्बन्धित लोगों के साथ वार्तालाप करना, वहाँ यदि | | जहाँ शिवाजी महाराज को औरंगजेबने कैद में रखा सम्बन्धित लोगों के साथ वार्तालाप करना, वहाँ यदि |
| + | |
| था और मिठाई की टोकरियों में बैठकर पुत्र के साथ कोई गाइड है तो उसे प्रश्न पूछना आदि बातों में | | था और मिठाई की टोकरियों में बैठकर पुत्र के साथ कोई गाइड है तो उसे प्रश्न पूछना आदि बातों में |
| + | |
| वे कैद से भागकर वापस अपनी राजधानी रायगढ़ शिक्षकों ने विद्यार्थीयों का मार्गदर्शन और सहायता | | वे कैद से भागकर वापस अपनी राजधानी रायगढ़ शिक्षकों ने विद्यार्थीयों का मार्गदर्शन और सहायता |
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| RY. | | RY. |
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| करनी चाहिये । एक स्थान पर बार बार | | करनी चाहिये । एक स्थान पर बार बार |
| + | |
| जाना होता नहीं है अतः पूर्ण रूप से अनुभव लेना | | जाना होता नहीं है अतः पूर्ण रूप से अनुभव लेना |
| + | |
| आवश्यक है | | | आवश्यक है | |
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| वापस आने के बाद अनुभव कथन और लेखन, | | वापस आने के बाद अनुभव कथन और लेखन, |
| + | |
| वृत्त-कथन और लेखन, छायाचित्रों की प्रदर्शनी | | वृत्त-कथन और लेखन, छायाचित्रों की प्रदर्शनी |
| + | |
| आदि कार्यक्रम करने चाहिये । अपना किस विषय के | | आदि कार्यक्रम करने चाहिये । अपना किस विषय के |
| + | |
| साथ कैसा सम्बन्ध जुड़ा यह भी समझाना चाहिये । | | साथ कैसा सम्बन्ध जुड़ा यह भी समझाना चाहिये । |
| + | |
| शैक्षिक भ्रमण यह क्रियात्मक शिक्षण ही है । शिक्षण | | शैक्षिक भ्रमण यह क्रियात्मक शिक्षण ही है । शिक्षण |
| + | |
| में यदि आनन्द आता है तो यह विशेष लाभ है । यह | | में यदि आनन्द आता है तो यह विशेष लाभ है । यह |
| + | |
| आनन्द शैक्षिक है तो और भी लाभ है । आनन्द | | आनन्द शैक्षिक है तो और भी लाभ है । आनन्द |
| + | |
| जानकारी की तरह बाहर से हृदय में नहीं डाला | | जानकारी की तरह बाहर से हृदय में नहीं डाला |
| + | |
| जाता, वह अन्दर जन्मता है और बाहर प्रकट होता | | जाता, वह अन्दर जन्मता है और बाहर प्रकट होता |
| + | |
| है। ऐसे आनन्द का अनुभव आता है तो भ्रमण | | है। ऐसे आनन्द का अनुभव आता है तो भ्रमण |
| + | |
| कार्यक्रम सार्थक हुआ यह कह सकते हैं । शिक्षकों | | कार्यक्रम सार्थक हुआ यह कह सकते हैं । शिक्षकों |
| + | |
| को इस दिशा में प्रयास करना चाहिये । | | को इस दिशा में प्रयास करना चाहिये । |
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| आजकल कुछ इण्टरनेशनल विद्यालय विद्यार्थियों को | | आजकल कुछ इण्टरनेशनल विद्यालय विद्यार्थियों को |
| + | |
| विदेश यात्रा के लिये ले जाते हैं । विदेशयात्रा यह | | विदेश यात्रा के लिये ले जाते हैं । विदेशयात्रा यह |
| + | |
| शैक्षिक विषय नहीं है, विद्यालय में प्रवेश हेतु | | शैक्षिक विषय नहीं है, विद्यालय में प्रवेश हेतु |
| + | |
| आकर्षण का इनका उदाहरण अनेकों को अनुकरण | | आकर्षण का इनका उदाहरण अनेकों को अनुकरण |
| + | |
| की प्रेरणा देता है। फिर विद्यालयों में स्पर्धा होने | | की प्रेरणा देता है। फिर विद्यालयों में स्पर्धा होने |
| + | |
| लगती है । स्पर्धा के अनेक क्षेत्र खुल जाते हैं और | | लगती है । स्पर्धा के अनेक क्षेत्र खुल जाते हैं और |
| + | |
| शैक्षिक उद्देश्य उपेक्षित हो जाते हैं । | | शैक्षिक उद्देश्य उपेक्षित हो जाते हैं । |
| | | |
| शैक्षिक भ्रमण को हम अध्ययन यात्रा का नाम भी दे | | शैक्षिक भ्रमण को हम अध्ययन यात्रा का नाम भी दे |
| + | |
| सकते हैं । देश के अनेक भूषण रूप विद्वान, वैज्ञानिक, | | सकते हैं । देश के अनेक भूषण रूप विद्वान, वैज्ञानिक, |
| + | |
| कारीगर, कलाकार आदि से भेंट कर उनके साथ | | कारीगर, कलाकार आदि से भेंट कर उनके साथ |
| + | |
| वार्तालाप करना अध्ययन यात्रा का उद्देश्य हो सकता | | वार्तालाप करना अध्ययन यात्रा का उद्देश्य हो सकता |
| + | |
| है । उदाहरण के लिये परम संगणक के जनक डॉ. | | है । उदाहरण के लिये परम संगणक के जनक डॉ. |
| + | |
| विजय भटकर, महान वैज्ञानिक डॉ, रघुनाथ माशेलकर, | | विजय भटकर, महान वैज्ञानिक डॉ, रघुनाथ माशेलकर, |
| + | |
| वाराणसी के शास्त्री लक्ष्मण शास्त्री ट्रविड , प्रसिद्ध सन्त | | वाराणसी के शास्त्री लक्ष्मण शास्त्री ट्रविड , प्रसिद्ध सन्त |
| + | |
| मोरारी बापू, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प. पू. | | मोरारी बापू, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प. पू. |
| + | |
| सरसंघचालक मोहनजी भागवत, पू, रामदेव महाराज, | | सरसंघचालक मोहनजी भागवत, पू, रामदेव महाराज, |
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| दक्षिण की अम्मा माता अमृतानन्द्मयी आदि अनेक | | दक्षिण की अम्मा माता अमृतानन्द्मयी आदि अनेक |
| + | |
| महानुभाव हैं जो विद्यार्थियों के आदर्श बन सकते हैं | | महानुभाव हैं जो विद्यार्थियों के आदर्श बन सकते हैं |
| + | |
| और जिनसे मिलना विशिष्ट अनुभव हो सकता है । ये | | और जिनसे मिलना विशिष्ट अनुभव हो सकता है । ये |
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| भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम | | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
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− |
| + | तो कुछ संकेत मात्र हैं । भारत तो ऐसे महापुरुषों की |
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− | तो कुछ संकेत मात्र हैं । भारत तो ऐसे महापुरुषों की
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| खान है । | | खान है । |
| + | |
| इसी प्रकार से अनेक सेवा प्रकल्प, निर्माण प्रकल्प, | | इसी प्रकार से अनेक सेवा प्रकल्प, निर्माण प्रकल्प, |
| | | |
| शिक्षा प्रकल्प चलते हैं जिन की भेंट करना ज्ञान में वृद्धि | | शिक्षा प्रकल्प चलते हैं जिन की भेंट करना ज्ञान में वृद्धि |
| + | |
| करना है । | | करना है । |
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| भ्रमण के विषय में हम अनेक नई बातें सोच सकते हैं । | | भ्रमण के विषय में हम अनेक नई बातें सोच सकते हैं । |
| + | |
| केवल दृष्टिकोण बदलने की आवश्यकता है । शिक्षा के | | केवल दृष्टिकोण बदलने की आवश्यकता है । शिक्षा के |
| + | |
| ठहरे हुए पानी को प्रवाहित करने से सडाँध दूर होगी और | | ठहरे हुए पानी को प्रवाहित करने से सडाँध दूर होगी और |
| | | |
| शैक्षिक गतिविधियाँ परिष्कृत होंगी । | | शैक्षिक गतिविधियाँ परिष्कृत होंगी । |
| + | |
| देश में कुछ जाने और जानने योग्य स्थान | | देश में कुछ जाने और जानने योग्य स्थान |
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| ३... कालडी, केरल जो भगवान शंकराचार्य का जन्मस्थान | | ३... कालडी, केरल जो भगवान शंकराचार्य का जन्मस्थान |
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| है। | | है। |
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| ४... बासर, आन्थ्रप्रदेश का सरस्वती मन्दिर जो भगवान | | ४... बासर, आन्थ्रप्रदेश का सरस्वती मन्दिर जो भगवान |
| + | |
| वेदव्यास ट्रारा निर्मित है । | | वेदव्यास ट्रारा निर्मित है । |
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| ५... कानपुर के पास बिढूर जो झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई | | ५... कानपुर के पास बिढूर जो झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई |
| + | |
| का जन्मस्थान है और जहाँ तात्या टोपे का घर है । | | का जन्मस्थान है और जहाँ तात्या टोपे का घर है । |
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| ६. हम्पी, कर्नाटक जो विजयनगर साम्राज्य की राजधानी | | ६. हम्पी, कर्नाटक जो विजयनगर साम्राज्य की राजधानी |
| + | |
| थी। | | थी। |
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| ७... सम्पूर्ण बाम्बू केन्द्र, लवादा, महाराष्ट्र जहाँ बाम्बू तथा | | ७... सम्पूर्ण बाम्बू केन्द्र, लवादा, महाराष्ट्र जहाँ बाम्बू तथा |
| + | |
| अन्य कारीगरी के गुरुकुल हैं । | | अन्य कारीगरी के गुरुकुल हैं । |
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| ८. . बेरफूट युनिवर्सिटी, जयपुर जहाँ जिन्हें लिखना पढ़ना | | ८. . बेरफूट युनिवर्सिटी, जयपुर जहाँ जिन्हें लिखना पढ़ना |
| + | |
| नहीं आता ऐसी महिलायें कम्प्यूटर का काम करती | | नहीं आता ऐसी महिलायें कम्प्यूटर का काम करती |
| + | |
| a | | | a | |
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| 8. कुरुक्षेत्र, हरियाणा जहाँ महाभारत का युद्ध हुआ था | | 8. कुरुक्षेत्र, हरियाणा जहाँ महाभारत का युद्ध हुआ था |
| + | |
| और भगवान श्रीकृष्णने गीता का उपदेश दिया था । | | और भगवान श्रीकृष्णने गीता का उपदेश दिया था । |
| | | |
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| | | |
| पूर्व ८८,००० ऋषि एकत्रित हुए थे और बारह वर्ष | | पूर्व ८८,००० ऋषि एकत्रित हुए थे और बारह वर्ष |
| + | |
| तक ज्ञानयज्ञ किया था । | | तक ज्ञानयज्ञ किया था । |
− | �
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| १४१, fader शिला स्मारक, कन्याकुमारी जहाँ बैठकर | | १४१, fader शिला स्मारक, कन्याकुमारी जहाँ बैठकर |
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− |
| + | १४. हिमालय में रोहतांग पास जहाँ से |
− |
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− |
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− | १४. हिमालय में रोहतांग पास जहाँ से
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| व्यास (बियास) नदी निकलती है और जहाँ बैठकर | | व्यास (बियास) नदी निकलती है और जहाँ बैठकर |
| + | |
| भगवान aq ने. गणेशजी को. महाभारत | | भगवान aq ने. गणेशजी को. महाभारत |
| + | |
| लिखवाया था | | | लिखवाया था | |
| | | |
| आदि बद्री, हरियाणा जो भारत की महान नदी | | आदि बद्री, हरियाणा जो भारत की महान नदी |
| + | |
| सरस्वती का उद्गम स्थान है । | | सरस्वती का उद्गम स्थान है । |
| | | |
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| १२. जगन्नाथपुरी, उडीसा जहाँ भगवान जगन्नाथ की | | १२. जगन्नाथपुरी, उडीसा जहाँ भगवान जगन्नाथ की |
| + | |
| रथयात्रा निकलती है । | | रथयात्रा निकलती है । |
| | | |
| १३, कामाख्या मन्दिर, असम जहाँ देवी कामाख्या | | १३, कामाख्या मन्दिर, असम जहाँ देवी कामाख्या |
| + | |
| शक्तिपीठ है । | | शक्तिपीठ है । |
| | | |
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| | | |
| ३.. विद्यालय में दैनन्दिन स्वरूप की सांस्कृतिक | | ३.. विद्यालय में दैनन्दिन स्वरूप की सांस्कृतिक |
| + | |
| गतिविधियाँ कौन कौन सी होती हैं ? | | गतिविधियाँ कौन कौन सी होती हैं ? |
| | | |
| ४. विद्यालय में समय समय पर होने वाली | | ४. विद्यालय में समय समय पर होने वाली |
| + | |
| सांस्कृतिक गतिविधियाँ कौन सी हैं ? | | सांस्कृतिक गतिविधियाँ कौन सी हैं ? |
| | | |
| ५... सांस्कृतिक गतिविधियों में कभी. कभी | | ५... सांस्कृतिक गतिविधियों में कभी. कभी |
| + | |
| सांस्कृतिक दृष्टिकोण बनाये रखना कठिन होता | | सांस्कृतिक दृष्टिकोण बनाये रखना कठिन होता |
| + | |
| है। ऐसा क्यों होता है ? ऐसा न हो इसलिये | | है। ऐसा क्यों होता है ? ऐसा न हो इसलिये |
| + | |
| क्या करें ? | | क्या करें ? |
| | | |
| ६... सांस्कृतिक गतिविधियों का शैक्षिक कार्य के | | ६... सांस्कृतिक गतिविधियों का शैक्षिक कार्य के |
| + | |
| साथ सम्बन्ध किस प्रकार से बिठाया जा सकता | | साथ सम्बन्ध किस प्रकार से बिठाया जा सकता |
| + | |
| है? | | है? |
| | | |
| ७. आज की वैश्विक समस्यायें एवं विद्यालय की | | ७. आज की वैश्विक समस्यायें एवं विद्यालय की |
| + | |
| सांस्कृतिक गतिविधियाँ - इन दो में सामंजस्य | | सांस्कृतिक गतिविधियाँ - इन दो में सामंजस्य |
| + | |
| कैसे बिठा सकते हैं ? | | कैसे बिठा सकते हैं ? |
| | | |
| ८... सॉस्कृतिक गतिविधियों के साथ छात्र के | | ८... सॉस्कृतिक गतिविधियों के साथ छात्र के |
| + | |
| परिवार एवं सम्पूर्ण समाज का सम्बन्ध कैसे | | परिवार एवं सम्पूर्ण समाज का सम्बन्ध कैसे |
| + | |
| बिठा सकते हैं ? | | बिठा सकते हैं ? |
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| | | |
| जब से भारत में अंग्रेजी भाषा का प्रभुत्व स्थापित | | जब से भारत में अंग्रेजी भाषा का प्रभुत्व स्थापित |
| + | |
| हुआ है तब से विचार के क्षेत्र में घालमेल शुरू हो गया | | हुआ है तब से विचार के क्षेत्र में घालमेल शुरू हो गया |
| + | |
| है । इसमें बहुत बडी भूमिका अनुवाद की है । भारतीय | | है । इसमें बहुत बडी भूमिका अनुवाद की है । भारतीय |
| + | |
| भाषाओं के संकल्पनात्मक शब्दों के अंग्रेजी अनुवाद इसके | | भाषाओं के संकल्पनात्मक शब्दों के अंग्रेजी अनुवाद इसके |
| | | |
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| | | |
| खास उदाहरण हैं । उदाहरण के लिये “धर्म' का अनुवाद | | खास उदाहरण हैं । उदाहरण के लिये “धर्म' का अनुवाद |
− | *रिलीजन' और “संस्कृति का अनुवाद “कल्चर किया | + | |
| + | <nowiki>*</nowiki>रिलीजन' और “संस्कृति का अनुवाद “कल्चर किया |
| + | |
| जाता है । यदि केवल अनुवाद तक ही बात सीमित रहती | | जाता है । यदि केवल अनुवाद तक ही बात सीमित रहती |
| + | |
| है तब बहुत चिन्ता की बात नहीं रहती है । यदि अंग्रेजी | | है तब बहुत चिन्ता की बात नहीं रहती है । यदि अंग्रेजी |
| + | |
| भाषी लोग “संस्कृति को “कल्चर के रूप में और “धर्म' | | भाषी लोग “संस्कृति को “कल्चर के रूप में और “धर्म' |
| + | |
| al “रिलीजन' के रूप में समझते हैं तब सीमित समझ | | al “रिलीजन' के रूप में समझते हैं तब सीमित समझ |
| + | |
| उनकी ही समस्या बनेगी । परन्तु हुआ यह है कि हम | | उनकी ही समस्या बनेगी । परन्तु हुआ यह है कि हम |
| + | |
| भारतीय “धर्म' को 'रिलीजन' और “संस्कृति को 'कल्चर' | | भारतीय “धर्म' को 'रिलीजन' और “संस्कृति को 'कल्चर' |
| + | |
| समझने लगे हैं । अंग्रेजी को ही मानक के रूप में | | समझने लगे हैं । अंग्रेजी को ही मानक के रूप में |
| + | |
| प्रतिष्ठित करने का और उसे प्रमाण के रूप में स्वीकार | | प्रतिष्ठित करने का और उसे प्रमाण के रूप में स्वीकार |
| + | |
| करने का कार्य हमारे देश का बौद्धिक जगत तथा सरकार | | करने का कार्य हमारे देश का बौद्धिक जगत तथा सरकार |
| + | |
| करती है । परिणाम स्वरूप सामान्यजन को भी उसका | | करती है । परिणाम स्वरूप सामान्यजन को भी उसका |
| + | |
| स्वीकार करना ही पडता है । भले ही हम भारतीय भाषा | | स्वीकार करना ही पडता है । भले ही हम भारतीय भाषा |
| + | |
| में “संस्कृति' बोले, हमारे मनमस्तिष्क में उसकी समझ | | में “संस्कृति' बोले, हमारे मनमस्तिष्क में उसकी समझ |
| + | |
| “कल्चर के रूप में ही होती है । | | “कल्चर के रूप में ही होती है । |
| | | |
| इसलिये प्रथम आवश्यकता “संस्कृति को “कल्चर | | इसलिये प्रथम आवश्यकता “संस्कृति को “कल्चर |
| + | |
| से मुक्त कर “संस्कृति' के ही अर्थ में समझने की है । | | से मुक्त कर “संस्कृति' के ही अर्थ में समझने की है । |
| | | |
| संस्कृति का अर्थ होता है “सम्यकू कृति' अर्थात् | | संस्कृति का अर्थ होता है “सम्यकू कृति' अर्थात् |
| + | |
| अच्छी तरह से की हुई कृति । जिसमें अव्यवस्था, न हो, | | अच्छी तरह से की हुई कृति । जिसमें अव्यवस्था, न हो, |
| + | |
| अनौचित्य न हो, कुरूपता न हो, अशुद्धि न हो, जो | | अनौचित्य न हो, कुरूपता न हो, अशुद्धि न हो, जो |
| + | |
| सबका कल्याण करने वाली , सुख देने वाली, आनन्द | | सबका कल्याण करने वाली , सुख देने वाली, आनन्द |
| + | |
| देने वाली, सुन्दर, सुशोभित सही कृति है वह संस्कृति है | | देने वाली, सुन्दर, सुशोभित सही कृति है वह संस्कृति है |
| + | |
| । इस रूप में वह जीवनशैली है । वह व्यक्तिगत नहीं | | । इस रूप में वह जीवनशैली है । वह व्यक्तिगत नहीं |
| + | |
| अपितु समस्त प्रजा की अर्थात् राष्ट्र की जीवनशैली है | | | अपितु समस्त प्रजा की अर्थात् राष्ट्र की जीवनशैली है | |
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| संस्कृति के दो आयाम हैं । एक तो वह धर्म का | | संस्कृति के दो आयाम हैं । एक तो वह धर्म का |
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− |
| + | कृतिरूप है । वह धर्म की प्रणाली है |
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− | कृतिरूप है । वह धर्म की प्रणाली है
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| | aft वह सबका भला करने वाली, सबका कल्याण | | | aft वह सबका भला करने वाली, सबका कल्याण |
| + | |
| करनेवाली बनती है । दूसरी ओर वह सुन्दर है । अतः | | करनेवाली बनती है । दूसरी ओर वह सुन्दर है । अतः |
| + | |
| संस्कृति में कल्याणकारी और सुन्दर ऐसे दोनों रूप प्रकट | | संस्कृति में कल्याणकारी और सुन्दर ऐसे दोनों रूप प्रकट |
| + | |
| होते हैं । | | होते हैं । |
| | | |
| जीवन के हर व्यावहारिक आविष्कार में यह स्वरूप | | जीवन के हर व्यावहारिक आविष्कार में यह स्वरूप |
| + | |
| प्रकट होता है । भोजन स्वादिष्ट, हृद्य, सात्त्तिक और | | प्रकट होता है । भोजन स्वादिष्ट, हृद्य, सात्त्तिक और |
| + | |
| पौष्टिक होता है, अकेला eles a adhe aan | | पौष्टिक होता है, अकेला eles a adhe aan |
| + | |
| नहीं, वस्र और अलंकार शरीर का रक्षण और पोषण करते | | नहीं, वस्र और अलंकार शरीर का रक्षण और पोषण करते |
| + | |
| हैं साथ ही शोभा भी बढ़ाते हैं और दृष्टि को आनन्द का | | हैं साथ ही शोभा भी बढ़ाते हैं और दृष्टि को आनन्द का |
| + | |
| अनुभव भी करवाते हैं; नृत्य, गीत-संगीत, आनन्द भी देते | | अनुभव भी करवाते हैं; नृत्य, गीत-संगीत, आनन्द भी देते |
| + | |
| हैं और मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं । श्रेय और प्रेय | | हैं और मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं । श्रेय और प्रेय |
| + | |
| को wage में ओतप्रोत बनाने की यह भारतीय | | को wage में ओतप्रोत बनाने की यह भारतीय |
| + | |
| सांस्कृतिक दृष्टि है जो बर्तन साफ करने के, पानी भरने | | सांस्कृतिक दृष्टि है जो बर्तन साफ करने के, पानी भरने |
| + | |
| के, मिट्टी कूटने के, भूमि जोतने के, कपडा बुनने के, | | के, मिट्टी कूटने के, भूमि जोतने के, कपडा बुनने के, |
| + | |
| लकडी काटने के कामों में सुन्दरता, आनन्द, मुक्ति की | | लकडी काटने के कामों में सुन्दरता, आनन्द, मुक्ति की |
| + | |
| साधना और लोककल्याण के सभी आयामों को एकत्र | | साधना और लोककल्याण के सभी आयामों को एकत्र |
| + | |
| गूंथती है । यह समग्रता का दर्शन है । | | गूंथती है । यह समग्रता का दर्शन है । |
| | | |
| अतः विद्यालयों में केवल रंगमंच कार्यक्रम अर्थात् | | अतः विद्यालयों में केवल रंगमंच कार्यक्रम अर्थात् |
| + | |
| नृत्य, गीत, नाटक और रंगोली, चित्र, सुशोभन ही | | नृत्य, गीत, नाटक और रंगोली, चित्र, सुशोभन ही |
| + | |
| सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं है । ये सब भी अपने आपमें | | सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं है । ये सब भी अपने आपमें |
| + | |
| सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हैं । उनके साथ जब शुभ और | | सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हैं । उनके साथ जब शुभ और |
| + | |
| पवित्र भाव, शुद्ध आनन्द और मुक्ति की भावना ज़ुडती हैं | | पवित्र भाव, शुद्ध आनन्द और मुक्ति की भावना ज़ुडती हैं |
| + | |
| तब वे सांस्कृतिक कार्यक्रम कहे जाने योग्य होते हैं, | | तब वे सांस्कृतिक कार्यक्रम कहे जाने योग्य होते हैं, |
| + | |
| अन्यथा वे केवल मनोरंजन कार्यक्रम होते हैं । संस्कृति के | | अन्यथा वे केवल मनोरंजन कार्यक्रम होते हैं । संस्कृति के |
| + | |
| मूल तत्त्वों के अभाव में तो वे भडकाऊ, उत्तेजक और | | मूल तत्त्वों के अभाव में तो वे भडकाऊ, उत्तेजक और |
| + | |
| निकृष्ट मनोवृत्तियों का ही प्रकटीकरण बन जाते हैं । अतः | | निकृष्ट मनोवृत्तियों का ही प्रकटीकरण बन जाते हैं । अतः |
| + | |
| पहली बात तो जिन्हें हम एक रूढ़ि के तहत सांस्कृतिक | | पहली बात तो जिन्हें हम एक रूढ़ि के तहत सांस्कृतिक |
| + | |
| कार्यक्रम कहते हैं उन्हें परिष्कृत करने की अवश्यकता है । | | कार्यक्रम कहते हैं उन्हें परिष्कृत करने की अवश्यकता है । |
| + | |
| इसके लिये कुल मिलाकर रुचि परिष्कृत करने की | | इसके लिये कुल मिलाकर रुचि परिष्कृत करने की |
| + | |
| आवश्यकता होती है | | | आवश्यकता होती है | |
| | | |
| साथ ही शरीर के अंगउपांगों से होने वाले सभी | | साथ ही शरीर के अंगउपांगों से होने वाले सभी |
| + | |
| छोटे छोटे काम उत्तम और सही पद्धति से करने की | | छोटे छोटे काम उत्तम और सही पद्धति से करने की |
| + | |
| आवश्यकता होती है । उदाहरण के लिये कागज चिपकाने | | आवश्यकता होती है । उदाहरण के लिये कागज चिपकाने |
| | | |
Line 669: |
Line 948: |
| भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम | | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
| | | |
− |
| + | का, कपडे की तह करने का, बस्ते में सामान जमाने का, |
| | | |
− | का, कपडे की तह करने का, बस्ते में सामान जमाने का,
| |
| कपडे पहनने का काम भी उत्तम पद्धति से करने का | | कपडे पहनने का काम भी उत्तम पद्धति से करने का |
| + | |
| अभ्यास बनाना चाहिये । | | अभ्यास बनाना चाहिये । |
| | | |
| दूसरी आवश्यकता मनोभावों को शुद्ध करने की | | दूसरी आवश्यकता मनोभावों को शुद्ध करने की |
| + | |
| होती है । | | होती है । |
| | | |
| विद्यालय में समाजसेवा के कार्य भी सांस्कृतिक | | विद्यालय में समाजसेवा के कार्य भी सांस्कृतिक |
| + | |
| कार्यक्रम ही कहे जाने चाहिये । समाजप्रबोधन हेतु | | कार्यक्रम ही कहे जाने चाहिये । समाजप्रबोधन हेतु |
| + | |
| प्रभातफेरी, ग्रन्थों की. शोभायात्रा और पूजन, यज्ञ, | | प्रभातफेरी, ग्रन्थों की. शोभायात्रा और पूजन, यज्ञ, |
| + | |
| जन्मदिनोत्सव, कृष्णजन्माष्टमी जैसे उत्सव, मेले सत्संग | | जन्मदिनोत्सव, कृष्णजन्माष्टमी जैसे उत्सव, मेले सत्संग |
| + | |
| आदि सब सांस्कृतिक कार्यक्रम ही हैं । विद्यालय में | | आदि सब सांस्कृतिक कार्यक्रम ही हैं । विद्यालय में |
| + | |
| मन्दिर, पुस्तकालय, कक्षाकक्ष, प्रवेशट्वरार आदि का | | मन्दिर, पुस्तकालय, कक्षाकक्ष, प्रवेशट्वरार आदि का |
| + | |
| सुशोभन भी सांस्कृतिक गतिविधि ही कहा जायेगा । | | सुशोभन भी सांस्कृतिक गतिविधि ही कहा जायेगा । |
| + | |
| अतिथियों का मन्त्रोच्चार सहित स्वागत पुष्पार्पषण आदि भी | | अतिथियों का मन्त्रोच्चार सहित स्वागत पुष्पार्पषण आदि भी |
| + | |
| सांस्कृतिक कार्य ही है । | | सांस्कृतिक कार्य ही है । |
| | | |
| परन्तु पुष्पगुच्छ ato यदि प्लास्टिक के या | | परन्तु पुष्पगुच्छ ato यदि प्लास्टिक के या |
| + | |
| सुगन्धरहित फूलों का है तो वह सांस्कृतिक नहीं है, | | सुगन्धरहित फूलों का है तो वह सांस्कृतिक नहीं है, |
| + | |
| मन्त्रोच्चार यदि अशुद्ध और बेसूरे हैं तो वे सांस्कृतिक नहीं | | मन्त्रोच्चार यदि अशुद्ध और बेसूरे हैं तो वे सांस्कृतिक नहीं |
| + | |
| है, रंगोली यदि सुरुचिपूर्ण और कलात्मक नहीं है तो वह | | है, रंगोली यदि सुरुचिपूर्ण और कलात्मक नहीं है तो वह |
| + | |
| सांस्कृतिक नहीं है । सामान्य वेशभूषा भी यदि शालीन | | सांस्कृतिक नहीं है । सामान्य वेशभूषा भी यदि शालीन |
| + | |
| नहीं है तो वह सांस्कृतिक नहीं है । | | नहीं है तो वह सांस्कृतिक नहीं है । |
| | | |
| सम्पूर्ण विद्यालय परिसर यदि स्वच्छ, सुशोभित, | | सम्पूर्ण विद्यालय परिसर यदि स्वच्छ, सुशोभित, |
| + | |
| शान्त सौहार्दपूर्ण, स्वागतोत्सुक है तो वह सांस्कृतिक है । | | शान्त सौहार्दपूर्ण, स्वागतोत्सुक है तो वह सांस्कृतिक है । |
| + | |
| यही संस्कारक्षम वातावरण है | | | यही संस्कारक्षम वातावरण है | |
| | | |
| संस्कृति मनुष्य के व्यक्तित्व के सारे निम्न स्तर के, | | संस्कृति मनुष्य के व्यक्तित्व के सारे निम्न स्तर के, |
| + | |
| निकृष्ट दर्ज के तत्त्वों को दूर कर उसे शिष्ट, सभ्य, शुद्ध, | | निकृष्ट दर्ज के तत्त्वों को दूर कर उसे शिष्ट, सभ्य, शुद्ध, |
| + | |
| उच्च, उत्कृष्ट बनाती है । यही उसका विकास है । शिक्षा | | उच्च, उत्कृष्ट बनाती है । यही उसका विकास है । शिक्षा |
| + | |
| के इस प्रकार का विकास अपेक्षित है । यह विकास | | के इस प्रकार का विकास अपेक्षित है । यह विकास |
| + | |
| शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक सभी स्तरों पर होता है । | | शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक सभी स्तरों पर होता है । |
| + | |
| ऐसा विकास सिद्ध होता है इसलिये धर्म और संस्कृति को | | ऐसा विकास सिद्ध होता है इसलिये धर्म और संस्कृति को |
| + | |
| साथ साथ बोलने का प्रचलन है । | | साथ साथ बोलने का प्रचलन है । |
| | | |
| विद्यालय के सांस्कृतिक स्वरूप की संकल्पना को | | विद्यालय के सांस्कृतिक स्वरूप की संकल्पना को |
| + | |
| ही प्रथम सुसंस्कृत बनाने की आवश्यकता है । मनोयोग से | | ही प्रथम सुसंस्कृत बनाने की आवश्यकता है । मनोयोग से |
| + | |
| इन बातों का चिन्तन करने से यह किया जा सकता है, | | इन बातों का चिन्तन करने से यह किया जा सकता है, |
| + | |
| सतही बातचीत या विचार से यह नहीं होता है । | | सतही बातचीत या विचार से यह नहीं होता है । |
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Line 1,021: |
| | | |
| विद्यालय की प्रतिष्ठा का क्या अर्थ है ? | | विद्यालय की प्रतिष्ठा का क्या अर्थ है ? |
| + | |
| विद्यालय की प्रतिष्ठा का निम्नलिखित बातों के | | विद्यालय की प्रतिष्ठा का निम्नलिखित बातों के |
| + | |
| साथ क्या सम्बन्ध है ? | | साथ क्या सम्बन्ध है ? |
| + | |
| १, परीक्षा परिणाम | | १, परीक्षा परिणाम |
| + | |
| . सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास | | . सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास |
| + | |
| « अन्यान्य कार्यक्रम एवं कार्य | | « अन्यान्य कार्यक्रम एवं कार्य |
| + | |
| . प्रतियोगिताओं में अग्रक्रम | | . प्रतियोगिताओं में अग्रक्रम |
| + | |
| . सामाजिक, सांस्कृतिक कार्यों में सहभाग | | . सामाजिक, सांस्कृतिक कार्यों में सहभाग |
| + | |
| . समाज को मार्गदर्शन | | . समाज को मार्गदर्शन |
| + | |
| . हिन्दुत्व का दृष्टिकोण | | . हिन्दुत्व का दृष्टिकोण |
| + | |
| . हिन्दुत्वनिष्ठ व्यवहार का आग्रह | | . हिन्दुत्वनिष्ठ व्यवहार का आग्रह |
| + | |
| ,. संख्या, भवन, शुल्क, सुविधायें | | ,. संख्या, भवन, शुल्क, सुविधायें |
| + | |
| १०, अंग्रेजी माध्यम | | १०, अंग्रेजी माध्यम |
| + | |
| उपर्युक्त सूची में किन बातों का आग्रह उपयुक्त है | | उपर्युक्त सूची में किन बातों का आग्रह उपयुक्त है |
| + | |
| और किन बातों का अनुपयुक्त ? | | और किन बातों का अनुपयुक्त ? |
| + | |
| विद्यालय की प्रतिष्ठा एवं विद्यालय के लक्ष्य में | | विद्यालय की प्रतिष्ठा एवं विद्यालय के लक्ष्य में |
| + | |
| कितना सम्बन्ध होना चाहिये ? सम्बन्ध न होने से | | कितना सम्बन्ध होना चाहिये ? सम्बन्ध न होने से |
| + | |
| क्या क्या उपाय करने चाहिये ? | | क्या क्या उपाय करने चाहिये ? |
| + | |
| समसम्बन्ध न होने पर कितने समझौते करने | | समसम्बन्ध न होने पर कितने समझौते करने |
| + | |
| चाहिये ? | | चाहिये ? |
| + | |
| प्रतिष्ठा के मापदण्ड किस आधार पर बनते हैं ? | | प्रतिष्ठा के मापदण्ड किस आधार पर बनते हैं ? |
| + | |
| चार पाँच विद्यालयों को यह प्रश्नावली भेजी थी । | | चार पाँच विद्यालयों को यह प्रश्नावली भेजी थी । |
| + | |
| परंतु किसी से भी उत्तर प्राप्त नहीं हुए । प्रश्न तो सरल थे । | | परंतु किसी से भी उत्तर प्राप्त नहीं हुए । प्रश्न तो सरल थे । |
| + | |
| उसका शब्दार्थ और ध्वन्यार्थ भी हम समझते तो है परंतु | | उसका शब्दार्थ और ध्वन्यार्थ भी हम समझते तो है परंतु |
| + | |
| आज शिक्षा की गाडी जो अत्यंत विपरीत पटरी पर जा रही | | आज शिक्षा की गाडी जो अत्यंत विपरीत पटरी पर जा रही |
| + | |
| है इसके कारण सत्य तो जानते है व्यवहार उलटा हो रहा है | | है इसके कारण सत्य तो जानते है व्यवहार उलटा हो रहा है |
| + | |
| यह जानकर सरल प्रश्न भी उत्तर लिखने में कठीन लगते | | यह जानकर सरल प्रश्न भी उत्तर लिखने में कठीन लगते |
| + | |
| होंगे ऐसा अनुमान है । | | होंगे ऐसा अनुमान है । |
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| अभिमत : विद्या + आलय संधि से विद्यालय शब्द | | अभिमत : विद्या + आलय संधि से विद्यालय शब्द |
| + | |
| बनता है । आलय का अर्थ घर । ज्ञान का विद्या का घर | | बनता है । आलय का अर्थ घर । ज्ञान का विद्या का घर |
| + | |
| अर्थात् स्थान विद्यालय कहलाता है । | | अर्थात् स्थान विद्यालय कहलाता है । |
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| १९३ | | १९३ |
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| + | जहाँ ज्ञान की प्रतिष्ठा हो, ज्ञान की पतरित्रता को |
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− | जहाँ ज्ञान की प्रतिष्ठा हो, ज्ञान की पतरित्रता को
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| जानते हुए सभी व्यवहार हो, तेजस्वी, मेधावि, जिज्ञासु एवं | | जानते हुए सभी व्यवहार हो, तेजस्वी, मेधावि, जिज्ञासु एवं |
| + | |
| विनयशील छात्र हो वास्तव मे वहीं गौरवशाली एवं | | विनयशील छात्र हो वास्तव मे वहीं गौरवशाली एवं |
| + | |
| प्रतिष्ठित विद्यालय होता है । | | प्रतिष्ठित विद्यालय होता है । |
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| विमर्श | | विमर्श |
| + | |
| विद्यालय साधनास्थली है | | विद्यालय साधनास्थली है |
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| विद्यालय शिक्षक एवं छात्रो की साधनास्थली है । | | विद्यालय शिक्षक एवं छात्रो की साधनास्थली है । |
| + | |
| तपस्थली है । अतः वह पवित्र स्थान है । जहाँ छात्र का | | तपस्थली है । अतः वह पवित्र स्थान है । जहाँ छात्र का |
| + | |
| शारीरिक, मानसिक, प्राणिक, बौद्धिक एवं आत्मिक विकास | | शारीरिक, मानसिक, प्राणिक, बौद्धिक एवं आत्मिक विकास |
| + | |
| होता है वह गौरवप्राप्त विद्यालय होता है । पर्यावरण, | | होता है वह गौरवप्राप्त विद्यालय होता है । पर्यावरण, |
| + | |
| स्वच्छता, अन्याय का प्रतिकार करना इस प्रकार समाज को | | स्वच्छता, अन्याय का प्रतिकार करना इस प्रकार समाज को |
| + | |
| सुल्यवस्थित रखनेवाले सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यों में | | सुल्यवस्थित रखनेवाले सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यों में |
| + | |
| जिसका सक्रीय सहयोग हो वह प्रतिष्ठित विद्यालय है । | | जिसका सक्रीय सहयोग हो वह प्रतिष्ठित विद्यालय है । |
| + | |
| विद्यालय सामाजिक चेतना का केन्द्र है इसलिए समाज को | | विद्यालय सामाजिक चेतना का केन्द्र है इसलिए समाज को |
| + | |
| मार्गदर्शन करना उसका दायित्व बनता है । हिन्दुत्व का | | मार्गदर्शन करना उसका दायित्व बनता है । हिन्दुत्व का |
| + | |
| दूष्टीकोन एवं हिन्दुत्वनिष्ठ व्यवहार का आग्रह रखनेवाला | | दूष्टीकोन एवं हिन्दुत्वनिष्ठ व्यवहार का आग्रह रखनेवाला |
| + | |
| विद्यालय प्रतिष्ठा प्राप्त होता है । | | विद्यालय प्रतिष्ठा प्राप्त होता है । |
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| परंतु आज हमारी भ्रमित सोच एवं शिक्षा के | | परंतु आज हमारी भ्रमित सोच एवं शिक्षा के |
| + | |
| व्यवसायीकरण से प्रतिष्ठा के मापदंड उल्टे पड़े दिखाई देते | | व्यवसायीकरण से प्रतिष्ठा के मापदंड उल्टे पड़े दिखाई देते |
| + | |
| है । अंग्रेजी माध्यम, सी.बी.एस.सी., इ.सी.एस.ई बोर्ड के | | है । अंग्रेजी माध्यम, सी.बी.एस.सी., इ.सी.एस.ई बोर्ड के |
| + | |
| मान्यता प्राप्त विद्यालय क्रमशः समाज मे प्रतिष्ठित बने है । | | मान्यता प्राप्त विद्यालय क्रमशः समाज मे प्रतिष्ठित बने है । |
| + | |
| प्रतिष्ठित होने के नाते प्रवेश अधिक अतः छात्रसंख्या | | प्रतिष्ठित होने के नाते प्रवेश अधिक अतः छात्रसंख्या |
| + | |
| अधिक यह भी प्रतिष्ठा का लक्षण माना जाता है । प्रतिष्ठा | | अधिक यह भी प्रतिष्ठा का लक्षण माना जाता है । प्रतिष्ठा |
| + | |
| प्राप्त है तो लाखों रुपया शुल्क लेना प्रतिष्ठा बन गई है । | | प्राप्त है तो लाखों रुपया शुल्क लेना प्रतिष्ठा बन गई है । |
| + | |
| बडा, भव्य एवं वातानुकुलित कॉम्प्यूटराइड विद्यालय प्रतिष्ठा | | बडा, भव्य एवं वातानुकुलित कॉम्प्यूटराइड विद्यालय प्रतिष्ठा |
| + | |
| के मापदृण्ड बने है । अनेक प्रतियोगिताओं में सहभागी होना | | के मापदृण्ड बने है । अनेक प्रतियोगिताओं में सहभागी होना |
| + | |
| एवं उसमे प्रथम क्रमांक प्राप्त करने हेतु अनुचित मार्ग | | एवं उसमे प्रथम क्रमांक प्राप्त करने हेतु अनुचित मार्ग |
| + | |
| अपनाना यह बात स्वाभाविक लगती है । ऐसी अनिष्ट | | अपनाना यह बात स्वाभाविक लगती है । ऐसी अनिष्ट |
| + | |
| बातों को हटाकर ज्ञान की प्रतिष्ठा हो वह विद्यालय प्रतिष्ठा | | बातों को हटाकर ज्ञान की प्रतिष्ठा हो वह विद्यालय प्रतिष्ठा |
| + | |
| प्राप्त होगा यह समझ विकसित करना भारतीय शिक्षा का | | प्राप्त होगा यह समझ विकसित करना भारतीय शिक्षा का |
| + | |
| व्यावहारिक आयाम है । | | व्यावहारिक आयाम है । |
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| तक्षशिला विद्यापीठ | | तक्षशिला विद्यापीठ |
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| “चाणक्य' धारावाहिक जब देखते हैं तब एक बात | | “चाणक्य' धारावाहिक जब देखते हैं तब एक बात |
| + | |
| की ओर ध्यान आकर्षित होता है । राज्यसभा में हो या | | की ओर ध्यान आकर्षित होता है । राज्यसभा में हो या |
| + | |
| विद्रतसभा में, तक्षशिला विद्यापीठ का नामोट्लेख होता है | | विद्रतसभा में, तक्षशिला विद्यापीठ का नामोट्लेख होता है |
| + | |
| तब सबके हाथ श्रद्धा और आदर के भाव से जुड़ जाते हैं । | | तब सबके हाथ श्रद्धा और आदर के भाव से जुड़ जाते हैं । |
| + | |
| यह श्रद्धा और आदर किस बात के लिये हैं ? वहाँ की श्रेष्ठ | | यह श्रद्धा और आदर किस बात के लिये हैं ? वहाँ की श्रेष्ठ |
| + | |
| ज्ञान साधना और ज्ञानपरम्परा के लिये । काल के प्रवाह में | | ज्ञान साधना और ज्ञानपरम्परा के लिये । काल के प्रवाह में |
| + | |
| तक्षशिला विद्यापीठ एक ऐसा एकमेवाद्धितीय विद्यापीठ है, | | तक्षशिला विद्यापीठ एक ऐसा एकमेवाद्धितीय विद्यापीठ है, |
| + | |
| एक ऐसा सार्वकालीन विक्रम स्थापित करनेवाला विद्यापीठ | | एक ऐसा सार्वकालीन विक्रम स्थापित करनेवाला विद्यापीठ |
| + | |
| है जिसने लगभग ग्यारहसौ वर्षों तक अपनी श्रेष्ठ ज्ञानपरम्परा | | है जिसने लगभग ग्यारहसौ वर्षों तक अपनी श्रेष्ठ ज्ञानपरम्परा |
| + | |
| बनाये रखी और सम्पूर्ण विश्व में अपनी श्रेष्ठता स्थापित | | बनाये रखी और सम्पूर्ण विश्व में अपनी श्रेष्ठता स्थापित |
| + | |
| की । देशविदेश के fager इस विद्यापीठ में अध्ययन हेतु | | की । देशविदेश के fager इस विद्यापीठ में अध्ययन हेतु |
| + | |
| आते थे । | | आते थे । |
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| अर्थात् विद्यालय की प्रतिष्ठा का सबसे पहला | | अर्थात् विद्यालय की प्रतिष्ठा का सबसे पहला |
| + | |
| मापदण्ड उसकी ज्ञान साधना है, उसका अध्ययन और | | मापदण्ड उसकी ज्ञान साधना है, उसका अध्ययन और |
| + | |
| अध्यापन है । | | अध्यापन है । |
| | | |
| आज भी विद्यालय जाने जाते हैं उनकी पढाई से । | | आज भी विद्यालय जाने जाते हैं उनकी पढाई से । |
| + | |
| वर्तमान समय के अनुसार ये मानक बोर्ड और युनिवर्सिटी | | वर्तमान समय के अनुसार ये मानक बोर्ड और युनिवर्सिटी |
| + | |
| की परीक्षाओं के परिणाम पढाई के मानक हैं । कितने | | की परीक्षाओं के परिणाम पढाई के मानक हैं । कितने |
| + | |
| अधिक संख्या में विद्यार्थी कितने अधिक अंकों से परीक्षाओं | | अधिक संख्या में विद्यार्थी कितने अधिक अंकों से परीक्षाओं |
| + | |
| में उत्तीर्ण हुए इस बात को प्रसिद्धि दी जाती है क्योंकि | | में उत्तीर्ण हुए इस बात को प्रसिद्धि दी जाती है क्योंकि |
| + | |
| उसीसे प्रतिष्ठा होती है, उसीसे मान्यता होती है, उसीसे | | उसीसे प्रतिष्ठा होती है, उसीसे मान्यता होती है, उसीसे |
| + | |
| पुरस्कार प्राप्त होते हैं । कितने विविध प्रकार के विषय | | पुरस्कार प्राप्त होते हैं । कितने विविध प्रकार के विषय |
| + | |
| पढाये जाते हैं, कितनी विद्याशाखायें हैं, इसकी भी दखल | | पढाये जाते हैं, कितनी विद्याशाखायें हैं, इसकी भी दखल |
| + | |
| ली जाती है । कितना और कैसा अनुसन्धान होता है, देश- | | ली जाती है । कितना और कैसा अनुसन्धान होता है, देश- |
| + | |
| विदेश की शोधपत्रिकाओं में कितने शोधपत्र छपते हैं, | | विदेश की शोधपत्रिकाओं में कितने शोधपत्र छपते हैं, |
| + | |
| कितने आन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्रप्त होते हैं यह प्रतिष्ठा का | | कितने आन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्रप्त होते हैं यह प्रतिष्ठा का |
| + | |
| विषय है । | | विषय है । |
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| यह सारा शोधकार्य, विभिन्न विद्याशाखायें, परीक्षा के | | यह सारा शोधकार्य, विभिन्न विद्याशाखायें, परीक्षा के |
| + | |
| परिणाम, पुरस्कार आदि सब अध्यापकों के कारण से होता | | परिणाम, पुरस्कार आदि सब अध्यापकों के कारण से होता |
| + | |
| है । अतः विद्यालय की प्रतिष्ठा उसके शिक्षकों से होती है । | | है । अतः विद्यालय की प्रतिष्ठा उसके शिक्षकों से होती है । |
| + | |
| तक्षशिला विद्यापीठ भी चाणक्य और जीवक जैसे शिक्षकों | | तक्षशिला विद्यापीठ भी चाणक्य और जीवक जैसे शिक्षकों |
| + | |
| के कारण प्रतिष्ठित हुआ । | | के कारण प्रतिष्ठित हुआ । |
| | | |
| शिक्षकों की प्रतिष्ठा उनके ज्ञान, चरित्र और कर्तृत्व | | शिक्षकों की प्रतिष्ठा उनके ज्ञान, चरित्र और कर्तृत्व |
| + | |
| के कारण होती है, होनी चाहिये । | | के कारण होती है, होनी चाहिये । |
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| भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम | | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
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| + | अध्यापन कौशल जिसके कारण समर्थ विद्यार्थी तैयार |
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− | अध्यापन कौशल जिसके कारण समर्थ विद्यार्थी तैयार
| |
| होते हैं, जिस समर्थ समाज का निर्माण करते हैं और ज्ञान | | होते हैं, जिस समर्थ समाज का निर्माण करते हैं और ज्ञान |
| + | |
| का एक पीढी से हस्तान्तरण होकर ज्ञान परम्परा बनती है | | का एक पीढी से हस्तान्तरण होकर ज्ञान परम्परा बनती है |
| + | |
| और ज्ञानधारा नित्य प्रवाहित रहती है; स्वाध्याय, जिसके | | और ज्ञानधारा नित्य प्रवाहित रहती है; स्वाध्याय, जिसके |
| + | |
| कारण अध्यापक अधिकाधिक ज्ञानवान बनते हैं और | | कारण अध्यापक अधिकाधिक ज्ञानवान बनते हैं और |
| + | |
| अनुसन्धान, जिसके कारण ज्ञान परिष्कृत होता रहता है, | | अनुसन्धान, जिसके कारण ज्ञान परिष्कृत होता रहता है, |
| + | |
| समृद्ध बनता है और युगानुकूल बनता है शिक्षक की प्रतिष्ठा | | समृद्ध बनता है और युगानुकूल बनता है शिक्षक की प्रतिष्ठा |
| + | |
| के विषय हैं । अर्थात् जो अध्यापन कला में कुशल नहीं | | के विषय हैं । अर्थात् जो अध्यापन कला में कुशल नहीं |
| + | |
| वह विद्वान भले ही हो, शिक्षक नहीं; जो स्वाध्याय न | | वह विद्वान भले ही हो, शिक्षक नहीं; जो स्वाध्याय न |
| + | |
| करता हो वह न अच्छा विद्वान है न अच्छा शिक्षक, और | | करता हो वह न अच्छा विद्वान है न अच्छा शिक्षक, और |
| + | |
| जो अनुसन्धान नहीं करता वह श्रेष्ठ शिक्षक नहीं बन | | जो अनुसन्धान नहीं करता वह श्रेष्ठ शिक्षक नहीं बन |
| + | |
| सकता । | | सकता । |
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| | | |
| विद्यालय की प्रतिष्ठा इसमें है कि श्रेष्ठ शिक्षकों का | | विद्यालय की प्रतिष्ठा इसमें है कि श्रेष्ठ शिक्षकों का |
| + | |
| आदर होता है, जहाँ शिक्षकों का सम्मान नहीं, स्वतन्त्रता | | आदर होता है, जहाँ शिक्षकों का सम्मान नहीं, स्वतन्त्रता |
| + | |
| नहीं वह विद्यालय अच्छा नहीं माना जाता । जो शिक्षक | | नहीं वह विद्यालय अच्छा नहीं माना जाता । जो शिक्षक |
| + | |
| नौकरी करने के लिये तैयार हो जाते हैं वे शिक्षक शिक्षक | | नौकरी करने के लिये तैयार हो जाते हैं वे शिक्षक शिक्षक |
| + | |
| नहीं और जो शिक्षकों को नौकर बनने के लिये मजबूर | | नहीं और जो शिक्षकों को नौकर बनने के लिये मजबूर |
| + | |
| करती है वह व्यवस्था श्रेष्ठ व्यवस्था नहीं । ऐसी व्यवस्था में | | करती है वह व्यवस्था श्रेष्ठ व्यवस्था नहीं । ऐसी व्यवस्था में |
| + | |
| शिक्षकों का सम्मान भी नौकरों के सम्मान की तरह किया | | शिक्षकों का सम्मान भी नौकरों के सम्मान की तरह किया |
| + | |
| जाता है । ऐसे विद्यालय की भारतीय मानकों के अनुसार | | जाता है । ऐसे विद्यालय की भारतीय मानकों के अनुसार |
| + | |
| कोई प्रतिष्ठा नहीं, पाश्चात्य मानकों के अनुसार भले ही हो । | | कोई प्रतिष्ठा नहीं, पाश्चात्य मानकों के अनुसार भले ही हो । |
| | | |
| शिक्षकों और विद्यार्थियों का चरित्र विद्यालय की | | शिक्षकों और विद्यार्थियों का चरित्र विद्यालय की |
| + | |
| प्रतिष्ठा का विषय है । शिक्षकों में शराब, जुआ, भ्रष्टाचार | | प्रतिष्ठा का विषय है । शिक्षकों में शराब, जुआ, भ्रष्टाचार |
| + | |
| जैसे व्यसन न हों, अध्यापन कार्य में अप्रामाणिकता न हो | | जैसे व्यसन न हों, अध्यापन कार्य में अप्रामाणिकता न हो |
| + | |
| और आचारविचार श्रेष्ठ हों यह शिक्षकों का चरित्र है और | | और आचारविचार श्रेष्ठ हों यह शिक्षकों का चरित्र है और |
| + | |
| शिक्षकों के प्रति आदर और श्रद्धा हो, अध्ययन में तत्परता | | शिक्षकों के प्रति आदर और श्रद्धा हो, अध्ययन में तत्परता |
| + | |
| और परिश्रमशीलता हों तथा सद्गुण और सदाचार हों यह | | और परिश्रमशीलता हों तथा सद्गुण और सदाचार हों यह |
| + | |
| विद्यार्थियों का चरित्र है । इस विद्यालय में परीक्षा में कभी | | विद्यार्थियों का चरित्र है । इस विद्यालय में परीक्षा में कभी |
| + | |
| नकल नहीं होती, परीक्षा विषयक कोई भ्रष्टाचार नहीं होता, | | नकल नहीं होती, परीक्षा विषयक कोई भ्रष्टाचार नहीं होता, |
| + | |
| जिस विद्यालय के विद्यार्थियों को ट्यूशन या कोचिंग क्लास | | जिस विद्यालय के विद्यार्थियों को ट्यूशन या कोचिंग क्लास |
| + | |
| की आवश्यकता नहीं होती, जिस विद्यालय में विद्यार्थियों | | की आवश्यकता नहीं होती, जिस विद्यालय में विद्यार्थियों |
| + | |
| के प्रवेश या शिक्षकों की नियुक्ति हेतु डोनेशन नहीं लिया | | के प्रवेश या शिक्षकों की नियुक्ति हेतु डोनेशन नहीं लिया |
| + | |
| जाता, जिस विद्यालय में अधिक वेतन पर हस्ताक्षर | | जाता, जिस विद्यालय में अधिक वेतन पर हस्ताक्षर |
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| करवाकर कम वेतन नहीं दिया जाता आदि बातें | | करवाकर कम वेतन नहीं दिया जाता आदि बातें |
| + | |
| जब सुनिश्चित होती हैं तब वह विद्यालय समाज में प्रतिष्ठित | | जब सुनिश्चित होती हैं तब वह विद्यालय समाज में प्रतिष्ठित |
| + | |
| होता है । | | होता है । |
| | | |
| इतिहास में तक्षशिला एक और बात के लिये प्रतिष्ठित | | इतिहास में तक्षशिला एक और बात के लिये प्रतिष्ठित |
| + | |
| है। समाज और शास्त्रों की रक्षा के लिये समाज को, | | है। समाज और शास्त्रों की रक्षा के लिये समाज को, |
| + | |
| विद्वानों को, शिक्षकों को और गणराज्यों को संगठित कर | | विद्वानों को, शिक्षकों को और गणराज्यों को संगठित कर |
| + | |
| अत्याचारी सम्राट को पटुश्रष्ट कर उसके स्थान पर योग्य | | अत्याचारी सम्राट को पटुश्रष्ट कर उसके स्थान पर योग्य |
| + | |
| सम्राट को अभिषिक्त करने का दायित्व आचार्य चाणक्य के | | सम्राट को अभिषिक्त करने का दायित्व आचार्य चाणक्य के |
| + | |
| नेतृत्व में विद्यापीठ ने निभाया । यह ज्ञान की प्रतिष्ठा नहीं, | | नेतृत्व में विद्यापीठ ने निभाया । यह ज्ञान की प्रतिष्ठा नहीं, |
| + | |
| ज्ञान का दायित्व और कर्तृत्व है । अपने इस दायित्व को | | ज्ञान का दायित्व और कर्तृत्व है । अपने इस दायित्व को |
| + | |
| Parmar ak ager fs करनेवाला विद्यालय प्रतिष्ठा | | Parmar ak ager fs करनेवाला विद्यालय प्रतिष्ठा |
| + | |
| प्राप्त करता है । | | प्राप्त करता है । |
| | | |
| ज्ञान और चरित्र के साथ साथ समाज को मार्गदर्शन | | ज्ञान और चरित्र के साथ साथ समाज को मार्गदर्शन |
| + | |
| करना, समाज का संगठन करना और समाज की सेवा करना | | करना, समाज का संगठन करना और समाज की सेवा करना |
| + | |
| विद्यालय का काम है। प्राकृतिक आपदाओं के समय | | विद्यालय का काम है। प्राकृतिक आपदाओं के समय |
| + | |
| सेवाकार्य करना, सामाजिक-सांस्कृतिक संकटों में समाज को | | सेवाकार्य करना, सामाजिक-सांस्कृतिक संकटों में समाज को |
| + | |
| सही दिशा देना और समाज की सुस्थिति हेतु राज्य को | | सही दिशा देना और समाज की सुस्थिति हेतु राज्य को |
| + | |
| सहायता करना विद्यालय की प्रतिष्ठा में वृद्धि करता है । | | सहायता करना विद्यालय की प्रतिष्ठा में वृद्धि करता है । |
| | | |
Line 916: |
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| | | |
| परन्तु आजकल स्थिति कुछ विपरीत भी बनी है । | | परन्तु आजकल स्थिति कुछ विपरीत भी बनी है । |
| + | |
| आज विद्यालय उनके भवन, सुविधाओं और विद्यार्थी | | आज विद्यालय उनके भवन, सुविधाओं और विद्यार्थी |
| + | |
| संख्या से जाने जाते हैं । विद्यालय परिसर जितना विशाल, | | संख्या से जाने जाते हैं । विद्यालय परिसर जितना विशाल, |
| + | |
| विद्यालय का भवन जितना भव्य, भवनों की संख्या जितनी | | विद्यालय का भवन जितना भव्य, भवनों की संख्या जितनी |
| + | |
| अधिक, वाहन जितने अधिक, विद्यालय की सुविधायें | | अधिक, वाहन जितने अधिक, विद्यालय की सुविधायें |
| + | |
| जितनी अद्यतन और इन सबके अनुपात में विद्यालय का | | जितनी अद्यतन और इन सबके अनुपात में विद्यालय का |
| + | |
| शुल्क जितना ऊँचा उतनी विद्यालय की प्रतिष्ठा भी | | शुल्क जितना ऊँचा उतनी विद्यालय की प्रतिष्ठा भी |
| + | |
| अधिक | | | अधिक | |
| | | |
| अंग्रेजी माध्यम प्रतिष्ठा का और एक विषय है । | | अंग्रेजी माध्यम प्रतिष्ठा का और एक विषय है । |
| + | |
| जितनी कम आयु में अंग्रेजी पढाया जाता है उतनी अधिक | | जितनी कम आयु में अंग्रेजी पढाया जाता है उतनी अधिक |
| + | |
| प्रतिष्ठा होती है । अंग्रेजी के साथ साथ यदि अन्य विदेशी | | प्रतिष्ठा होती है । अंग्रेजी के साथ साथ यदि अन्य विदेशी |
| + | |
| भाषायें भी सिखाई जाती हैं तो और भी अच्छा है। | | भाषायें भी सिखाई जाती हैं तो और भी अच्छा है। |
| + | |
| विद्यालय में यदि विदेशी छात्र पढ़ते हैं तो वह भी गौरव | | विद्यालय में यदि विदेशी छात्र पढ़ते हैं तो वह भी गौरव |
| + | |
| का विषय बनता है । विदेशी मेहमान आते हैं तो प्रतिष्ठा | | का विषय बनता है । विदेशी मेहमान आते हैं तो प्रतिष्ठा |
| + | |
| बढती है । | | बढती है । |
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| + | विदेशी खेल खेले जाते हैं, |
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| + | विदेश में शैक्षिक भ्रमण के लिये जाना होता है, आन्तर्राष्ट्रीय |
| | | |
− | विदेशी खेल खेले जाते हैं,
| |
− | विदेश में शैक्षिक भ्रमण के लिये जाना होता है, आन्तर्राष्ट्रीय
| |
| बोर्ड की मान्यता है, विदेशी वेश का गणवेश, विद्यालय के | | बोर्ड की मान्यता है, विदेशी वेश का गणवेश, विद्यालय के |
| + | |
| कैण्टीन में कण्टीनेन्टल नाश्ता मिलता है तो विद्यालय | | कैण्टीन में कण्टीनेन्टल नाश्ता मिलता है तो विद्यालय |
| + | |
| प्रतिष्ठित माना जाता है । | | प्रतिष्ठित माना जाता है । |
| | | |
| जिन विद्यालयों महाविद्यालयों में कैम्पस में ही नौकरी | | जिन विद्यालयों महाविद्यालयों में कैम्पस में ही नौकरी |
| + | |
| मिल जाती है उन विद्यालयों की प्रतिष्ठा बढती है । जहाँ | | मिल जाती है उन विद्यालयों की प्रतिष्ठा बढती है । जहाँ |
| + | |
| मन्त्रियों, प्रशासनिक अधिकारियों, wrest Al add | | मन्त्रियों, प्रशासनिक अधिकारियों, wrest Al add |
| + | |
| पढ़ती हैं वे विद्यालय प्रतिष्टित हैं । | | पढ़ती हैं वे विद्यालय प्रतिष्टित हैं । |
| | | |
| अर्थात् प्रतिष्ठा का केन्द्र बिन्दु अब बदल गया है । | | अर्थात् प्रतिष्ठा का केन्द्र बिन्दु अब बदल गया है । |
| + | |
| ज्ञान, चरित्र, संस्कार, सेवा आदि से खिसककर पैसा, सत्ता, | | ज्ञान, चरित्र, संस्कार, सेवा आदि से खिसककर पैसा, सत्ता, |
| + | |
| वैभव और नोकरी पर आ गया है । इस बदले हुए केन्द्र का | | वैभव और नोकरी पर आ गया है । इस बदले हुए केन्द्र का |
| + | |
| इतना विस्तार हुआ है कि अब वह लोकमानस में बैठ गया | | इतना विस्तार हुआ है कि अब वह लोकमानस में बैठ गया |
| + | |
| है। शिक्षकों ने इसे स्वीकार कर लिया है और समाज ने | | है। शिक्षकों ने इसे स्वीकार कर लिया है और समाज ने |
| + | |
| इसे मान लिया है । | | इसे मान लिया है । |
| | | |
| परन्तु इससे तो समाज की दुर्गति होगी । समाज को | | परन्तु इससे तो समाज की दुर्गति होगी । समाज को |
| + | |
| यदि दुर्गति से बचना है तो इस बदले हुए केन्द्र का त्याग | | यदि दुर्गति से बचना है तो इस बदले हुए केन्द्र का त्याग |
| + | |
| कर ज्ञान को केन्द्र में प्रतिष्ठित करना होगा । | | कर ज्ञान को केन्द्र में प्रतिष्ठित करना होगा । |
| | | |
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| | | |
| ज्ञान को केन्द्र में प्रतिष्ठित करने हेतु कुछ कठोर नियम | | ज्ञान को केन्द्र में प्रतिष्ठित करने हेतु कुछ कठोर नियम |
| + | |
| भी बनाने होंगे । प्रारम्भ में वे अव्यावहारिक और असम्भव | | भी बनाने होंगे । प्रारम्भ में वे अव्यावहारिक और असम्भव |
− | लगेंगे परन्तु अन्ततोगत्वा वे ही इष्ट परिणाम दे | + | |
− | ने वाले सिद्ध
| + | लगेंगे परन्तु अन्ततोगत्वा वे ही इष्ट परिणाम देने वाले सिद्ध |
| + | |
| होंगे । | | होंगे । |
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| | | |
| १, अध्ययन शुल्क क्रमशः कम करते करते निःशेष | | १, अध्ययन शुल्क क्रमशः कम करते करते निःशेष |
| + | |
| करना । शुल्क नहीं होगा तो ज्ञान पर धनिकों का | | करना । शुल्क नहीं होगा तो ज्ञान पर धनिकों का |
| + | |
| प्रभाव कम होगा | | | प्रभाव कम होगा | |
| | | |
| २. शिक्षकों को आर्थिक स्वावलम्बन प्राप्त करना होगा । | | २. शिक्षकों को आर्थिक स्वावलम्बन प्राप्त करना होगा । |
| + | |
| नौकरी करना छोडकर अपनी जिम्मेदारी पर विद्यालय | | नौकरी करना छोडकर अपनी जिम्मेदारी पर विद्यालय |
| + | |
| चलाने होंगे । | | चलाने होंगे । |
| | | |
| ३. शिक्षा का नौकरी से सम्बन्ध विच्छेद् करना होगा । | | ३. शिक्षा का नौकरी से सम्बन्ध विच्छेद् करना होगा । |
| + | |
| स्वतन्त्र रहकर, समाज की सेवा करने की वृत्ति से, | | स्वतन्त्र रहकर, समाज की सेवा करने की वृत्ति से, |
| + | |
| समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु उद्योग कर | | समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु उद्योग कर |
| + | |
| अथर्जिन करना सिखाना होगा । इस प्रकार समाज की | | अथर्जिन करना सिखाना होगा । इस प्रकार समाज की |
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| भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम | | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
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| आर्थिक स्वतन्त्रता निर्माण करनी | | आर्थिक स्वतन्त्रता निर्माण करनी |
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| और चरित्र से जाना जाय इसे बार बार लोगों के | | और चरित्र से जाना जाय इसे बार बार लोगों के |
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| है और शिक्षा का सम्मान करता है । ७... भारतीय ज्ञानधारा को युगानुकूल प्रवाहित करने हेतु | | है और शिक्षा का सम्मान करता है । ७... भारतीय ज्ञानधारा को युगानुकूल प्रवाहित करने हेतु |
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| ¥. चरित्र का सम्मान करना होगा । शिक्षकों को स्वयं अध्ययन और अनुसन्धान के कार्य को भारतीय | | ¥. चरित्र का सम्मान करना होगा । शिक्षकों को स्वयं अध्ययन और अनुसन्धान के कार्य को भारतीय |
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| ५... परीक्षा केन्द्रों को विद्यालय में लाना होगा । शिक्षक... प्रयास की अपेक्षा करता है । चाणक्य और तक्षशिला यदि | | ५... परीक्षा केन्द्रों को विद्यालय में लाना होगा । शिक्षक... प्रयास की अपेक्षा करता है । चाणक्य और तक्षशिला यदि |
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| ही अपने विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र दे सकें ऐसा... आदर्श हैं तो इन आदर्शों को मूर्त करना कोई सरल काम | | ही अपने विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र दे सकें ऐसा... आदर्श हैं तो इन आदर्शों को मूर्त करना कोई सरल काम |
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| विश्वसनीय बनना होगा । नहीं है । | | विश्वसनीय बनना होगा । नहीं है । |
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| &. विद्यालय भवन और सुविधाओं से नहीं अपितु ज्ञान | | &. विद्यालय भवन और सुविधाओं से नहीं अपितु ज्ञान |