Changes

Jump to navigation Jump to search
Line 273: Line 273:  
बाजरी, चावल, गेहूं, चने की दाल, ज्वारी, धनियाजीरा इत्यादि सब पदार्थ आवश्यक अनुपात में अलग अलग सेंककर ठण्डा होने के बाद एकत्र कर चक्की में पिसना होता है। उस आटे को 'भाजनी' कहे है। गरम पानी में नरम सा आटा गूंदकर गरम तवे पर तेल लगाकर उसपर यह आटेका गोला रखकर हाथसे थपथपाकर रोटी जैसा बनाया जाता है । आटे में स्वाद के लिये आवश्यकता के अनुसार मसाले डाले जाते हैं। लौकी, मेथी अथवा प्याज भी डाल सकते हैं।
 
बाजरी, चावल, गेहूं, चने की दाल, ज्वारी, धनियाजीरा इत्यादि सब पदार्थ आवश्यक अनुपात में अलग अलग सेंककर ठण्डा होने के बाद एकत्र कर चक्की में पिसना होता है। उस आटे को 'भाजनी' कहे है। गरम पानी में नरम सा आटा गूंदकर गरम तवे पर तेल लगाकर उसपर यह आटेका गोला रखकर हाथसे थपथपाकर रोटी जैसा बनाया जाता है । आटे में स्वाद के लिये आवश्यकता के अनुसार मसाले डाले जाते हैं। लौकी, मेथी अथवा प्याज भी डाल सकते हैं।
   −
तेल डालकर अच्छा सेंक लेनेके बाद वह खानेके
+
तेल डालकर अच्छा सेंक लेनेके बाद वह खानेके लिये तैयार होता है। मखखन अथवा धीके दही अथवा छाछ के साथ अथवा चटनी के साथ खाया जाता है। स्वादिष्ट, पोषक और पचने में हलका, बनानेमें सरल पदार्थ है।
 +
 
 +
यहाँ तो केवल नमूने के लिये पदार्थ बताये गये हैं। भारत के प्रत्येक प्रान्त में एसे अनेकविध पदार्थ बनते हैं। थोडा अवलोकन करने पर ज्ञात होगा कि झटपट बनने वाले सस्ते, सुलभ, स्वादिष्ट और पौष्टिक एसे विविध पदार्थों बनाने में भारत की गृहणी कुशल है। आधुनिक युग ही इन्सटन्ट फूड का है ऐसा नहीं है, प्राचीन समय से यह प्रथा चली आ रही है।
 +
 
 +
==== २. प्रचलित जंकफूड ====
 +
जंकफूड से तात्पर्य है ऐसे पदार्थ जो स्वाद में तो बहुत चटाकेदार लगते हैं परन्तु जिनका पोषणमूल्य बहुत कम होता है। साथ ही ये बासी पदार्थ होते हैं। मुख्य भोजन में से बचे हुए पदार्थों से पुनःप्रक्रिया करने के बाद तैयार किये जाते हैं।
 +
 
 +
इस दृष्टि से भारत में प्रचलित रुप से बनने वाले जंकफूड कुछ इस प्रकार हैं।
 +
 
 +
===== १. रोटीचूरा =====
 +
रात के भोजन से बची हुई रोटी को मसलकर उसका या तो चूर्ण बनाया जाता है, या छोटे छोटे टुकडे। उसमें नमक, मिर्च आदि मनपसन्द मसाला डालकर छौंककर गरम किया जाता है। उसे रोटी का उपमा कह सकते हैं। उसी प्रकार छाछ छौंक कर उसमें रोटी के थोडे बडे टुकडे डाले जाते हैं और रुचि के अनुसार मसाले डाले जाते है।
 +
 
 +
===== २. रोटी का लड्ड =====
 +
बची हुई रोटी को मसलकर उसका बारीक चूर्ण बनाकर उसमे घी और गुड मिलाकर, गरम कर अथवा बिना गरम किये लड्डु बनाये जाते हैं।
 +
 
 +
===== ३. खिचडी के पराठे, पकौडे =====
 +
बची हुई खिचडी में गेहूं का आटा मिलाकर, अच्छी
    
छोटे बडे सबको पसन्द परन्तु खाने में संयम बरतने योग्य पदार्थ ।
 
छोटे बडे सबको पसन्द परन्तु खाने में संयम बरतने योग्य पदार्थ ।
1,815

edits

Navigation menu