| Line 41: |
Line 41: |
| | | | |
| | ===== अन्नब्रह्म का भाव जगाना ===== | | ===== अन्नब्रह्म का भाव जगाना ===== |
| − | विद्यालय मे भोजन करते समय छात्र आसनपट्टी पर | + | विद्यालय मे भोजन करते समय छात्र आसनपट्टी पर ततिमें बैठे या छोटे छोटे मंडल बनाकर अपने मित्रों के साथ भोजन का आस्वाद लें । बैठकर ही भोजन करे । डिब्बे में कुछ न छोडे एवं नीचे कुछ न गिराये । किसी का जूठा नहीं खाना, इधर उधर घूमते भागते भोजन नहीं करना, आराम से प्रसन्नता से भोजन करे । भोजनमंत्र के बाद ही भोजन प्रारंभ करे । मध्यावकाश में घर में बनाया भोजन ही लाना । पेक्ड या होटल की चीजें डिब्बे में न दे । भोजन शाकाहारी हो एवं पर्याप्त हो। ऐसी महत्त्वपूर्ण बातें अभिभावकों को बतानी चाहिए । भोजन के पूर्व एवं पश्चात भोजन की जगह झाड़ू पोछा लगाना अवश्य हो । नीचे गिरा हुआ अन्न झाड़ू से फेंकना नहीं, हाथ से उठाना । भोजन करते समय कंठस्थ श्लोक अथवा सुभाषित व्यक्तिगत रूप से बोल सकते हैं । अन्न पवित्र है उसे पाँव नहीं लगने देना । दाहिने हाथ से ही भोजन करना, जिसके पास डिब्बा नहीं उसे औरों में समाना, भूखा नहीं रखना भोजन का मंत्रगान करना संस्कारपूर्ण भोजन के लक्षण है । छात्रोंने क्या खाना क्या नहीं यह विषय उनके अभ्यास मे आना चाहिए। अन्न के प्रति अन्नब्रह्म है ऐसा भाव और तदनुसार व्यवहार हो | |
| − | | |
| − | ततिमें बैठे या छोटे छोटे मंडल बनाकर अपने मित्रों के साथ | |
| − | | |
| − | भोजन का आस्वाद लें । बैठकर ही भोजन करे । डिब्बे में | |
| − | | |
| − | कुछ न छोडे एवं नीचे कुछ न गिराये । किसी का जूठा नहीं | |
| − | | |
| − | खाना, इधर उधर घूमते भागते भोजन नहीं करना, आराम से | |
| − | | |
| − | प्रसन्नता से भोजन करे । भोजनमंत्र के बाद ही भोजन प्रारंभ | |
| − | | |
| − | करे । मध्यावकाश में घर में बनाया भोजन ही लाना । पेक््ड | |
| − | | |
| − | या होटल की चीजें डिब्बे में न दे । भोजन शाकाहारी हो | |
| − | | |
| − | एवं पर्याप्त हो। ऐसी महत्त्वपूर्ण बातें अभिभावकों को | |
| − | | |
| − | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम
| |
| − | | |
| − | बतानी चाहिए । भोजन के पूर्व एवं पश्चात भोजन की जगह | |
| − | | |
| − | झाड़ू पोछा लगाना अवश्य हो । नीचे गिरा हुआ अन्न झाड़ू | |
| − | | |
| − | से फेंकना नहीं, हाथ से उठाना । भोजन करते समय कंठस्थ | |
| − | | |
| − | श्लोक अथवा सुभाषित व्यक्तिगत रूप से बोल सकते हैं । | |
| − | | |
| − | अन्न पवित्र है उसे पाँव नहीं लगने देना । दाहिने हाथ से ही | |
| − | | |
| − | भोजन करना, जिसके पास डिब्बा नहीं उसे औरों में समाना, | |
| − | | |
| − | भूखा नहीं रखना भोजन का मंत्रगान करना संस्कारपूर्ण | |
| − | | |
| − | भोजन के लक्षण है । छात्रोंने क्या खाना क्या नहीं यह | |
| − | | |
| − | विषय उनके अभ्यास मे आना चाहिए। अन्न के प्रति | |
| − | | |
| − | अन्नब्रह्म है ऐसा भाव और तदनुसार व्यवहार हो | | |
| − | | |
| − | विद्यालय में भोजन की शिक्षा
| |
| | | | |
| | + | === विद्यालय में भोजन की शिक्षा === |
| | सामान्य विद्यालयों में और आवासीय विद्यालयों में | | सामान्य विद्यालयों में और आवासीय विद्यालयों में |
| | | | |