− | विद्यालय में मध्यावकाश का भोजन, प्रश्नावली से प्राप्त उत्तर, | + | विद्यालय में मध्यावकाश का भोजन, प्रश्नावली से प्राप्त उत्तर, अन्नब्रह्म का भाव जगाना, विद्यालय में भोजन की शिक्षा, १. क्या खायें , सात्त्तिक आहार के लक्षण, सात्त्चिक आहार क्या-क्या बढ़ाता है ?, सात्विक आहार के गुण क्या-क्या हैं, रस्य आहार का क्या अर्थ है ? , बल भी बढता है ।, कब खायें, विद्यालय में भोजन व्यवस्था, भारतीय इन्स्टण्ट फूड एवं जंक फूड, १. इन्स्टण्ट फूड, १. हलवा, २. Gash, रे. कुलेर, ४. बेसन के लड्डू, ५. राब, ६. चीला, ७. मालपुआ, ८. पकोड़े, ९. बड़ा, ९, पोहे, १०, मुरमुरे की चटपटी, ११. उपमा, १२. खीच, १ ३. चीकी, १४. पूरी, थेपला इत्यादि, १५. खमण, १६, थालीपीठ, २. प्रचलित जंकफूड, १, रोटीचूरा, २. रोटी का लड्डू, रे. खिचडी के पराठे, पकौडे, ४. दालभात मिक्स, ५. दाल पापडी, ६. कटलेस, ७. भेल, ८. सखडी, ९. रात की बची हुई रोटी, अन्न विचार, अन्न सभी प्राणियों का जीवन, अन्न का प्रभाव पाँचों कोशों पर, भोजनयज्ञ, भोजन पर सबका अधिकार, हितभुक्, मितभुकू, ऋतभुक्, भोजन और संस्कार, खिलाकर खायें, सात्त्तिक आहार, राजस आहार, तामस आहार, बाजार का अन्न न खायें, भोजन बनाना श्रेष्ठ कार्य है ।, अन्न का दान होता है, विक्रय नहीं, अन्न का अपमान न करें, शुद्ध भोजन करें, भोज्येषु माता, भोजन ठीक समय पर करें, साथ साथ भोजन करें, विद्यालय में पानी की व्यवस्था, प्रश्नावली से पाप्त उत्तर, पानी का आर्थिक पक्ष, विद्यालय में पानी की व्यवस्था, पानी के विषय में शिक्षा , शिक्षा योजना के बिन्दु, पानी के सम्बन्ध में क्रियात्मक शिक्षा, जल साक्षरता, पानी को शुद्ध करने के प्राकृतिक उपाय, पानी को लेकर अनुचित आदतें इस प्रकार हैं । उन्हें दूर करने की आवश्यकता है |, पानी के सम्बन्ध में भावात्मक शिक्षा, पानी के विषय में ज्ञानात्मक शिक्षा |