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| अभिभा | | अभिभा |
| � | | � |
| + | |
| + | वकों ने स्वीकार ही नहीं करना आदि अनेक |
| + | |
| + | अवरोध निर्माण हो जाते हैं । ये अवरोध शिक्षा के |
| + | |
| + | सम्यक दृष्टिकोण के अभाव के कारण होते हैं । इन |
| + | |
| + | अवरोधों को दूर करने के लिये शिक्षक शिक्षा का |
| + | |
| + | और अभिभावक प्रबोधन का प्रबन्ध विद्यालय में ही |
| + | |
| + | होना चाहिये । |
| + | |
| + | जहां विद्यालय के साथ थोड़ी अधिक भूमि है वहाँ |
| + | |
| + | विद्यालय के निभाव के लिये बागवानी विकसित |
| + | |
| + | करना भी विद्यालय का कार्य है । |
| + | |
| + | विद्यालय की वाहनव्यवस्था |
| + | |
| + | छात्रों, आचार्यों, अन्य कर्मचारियों को विद्यालय |
| + | |
| + | में आने के लिये वाहन होना चाहिये क्या ? यदि |
| + | |
| + | हां, तो क्यों ? |
| + | |
| + | घर से विद्यालय की दूरी कितनी होनी चाहिये ? |
| + | |
| + | दूरी के अनुसार वाहन किस प्रकार का होना |
| + | |
| + | चाहिये ? |
| + | |
| + | कौन सा वाहन किस प्रकार का होना चाहिये ? |
| + | |
| + | (१) बस (२) कार (३) टैम्पो (४) ऑटोरिक्षा |
| + | |
| + | ............. page-247 ............. |
| + | |
| + | पर्व ४ : विद्यालय की भौतिक एवं आर्थिक व्यवस्थाएँ |
| + | |
| + | (५) साईकिल रिक्षा (६) स्कूटर (७) साईकिल ५. दो किमी दूर तक विद्यालय में |
| + | |
| + | (८) तांगा (९) बैलगाड़ी (१०) ऊँटगाडी (११) पैदल ही जाना चाहिए । ऐसा सबका मत था । |
| + | |
| + | अन्य । ६. जो बच्चे कार से विद्यालय आते हैं, उनके प्रति |
| + | |
| + | ५. घर से विद्यालय कितनी दूरी पर हो तो पैदल छात्रों एवं आचार्यों में यह धारणा बनती हैं कि वे तो अमीर |
| + | |
| + | जाना चाहिये ? घर के हैं। जो उचित नहीं है। अतः सभी छात्रों को |
| + | |
| + | ६.. सुविधा, खर्च एवं पर्यावरण की दृष्टि से... विद्यालय वाहन से ही आना चाहिए । यह सबका मत था । |
| + | |
| + | वाहनव्यवस्था के सम्बन्ध में क्या विचार करना ७. विद्यालय की वाहन व्यवस्था से निर्माण होने |
| + | |
| + | चाहिये ? वाली असुविधाएँ एवं समस्याएँ सब जानते हैं । वाहनों के |
| + | |
| + | ७... वाहनव्यवस्था के साथ प्रतिष्ठा का भी सम्बन्ध... कारण होने वाली दुर्घटनाएँ, वाहन चालकों की लापरवाही, |
| + | |
| + | जुड़ गया है। इसके सम्बन्ध में उचित विचार एवं... वाहन के खराब हो जाने पर विद्यालय में अनुपस्थिति, एक |
| + | |
| + | व्यवस्था कैसे करें ? ही वाहन में अपेक्षा से अधिक संख्या, वाहन के कारण घर |
| + | |
| + | é. कभी कभी छात्रों को नौकर या अभिभावक... से जल्दी आना व देर से घर पहुँचना आदि कठिनाइयाँ खड़ी |
| + | |
| + | छोड़ने आते हैं । उसका क्या प्रभाव होता है ? होती हैं । |
| + | |
| + | ९. वाहनव्यवस्था से असुविधा भी हो सकती है अभिमत : |
| + | |
| + | क्या ? यदि हां, तो किस प्रकार की ? सभी उत्तरों को पढनें से ऐसा लगा कि हम स्वयं |
| + | |
| + | १०, वाहन के कारण से क्या क्या समस्यायें निर्माण समस्या निर्माण करने वाले हैं और हम ही उनका समर्थन |
| + | |
| + | हो सकती हैं ? करने वाले हैं । सबसे अच्छी व्यवस्था तो यही है कि जिस |
| + | |
| + | आयु का बालक जितनी दूर पैदल जा सकता है, उतनी दूर |
| + | |
| + | पर ही उसका विद्यालय होना चाहिए । पैदल जाते समय |
| + | |
| + | इस प्रश्नावली को भरवाने में गाँधीनगर की विद्याबहन . मित्रों का साथ उन्हें आनन्ददायी लगता है । शारीरिक |
| + | |
| + | पसारी का सहयोग रहा । दस प्रश्नों की इस प्रश्नावली में... स्वस्थता एवं स्वावलम्बन दोनों ही सहज में मिलते हैं । |
| + | |
| + | प्राचार्य, प्राध्यापक, संस्थाचालक, गृहिणी एवं शिक्षक भी... आते जाते मार्ग के टरश्य, घटनाएँ बहुत कुछ अनायास ही |
| + | |
| + | सम्मिलित हुए । उनके उत्तर इस प्रकार थे : सिखा देती है । ऐसी अनुकूलता की अनेक बातें छोड़कर |
| + | |
| + | १. छात्र-कर्मचारी, आचार्य आदि सबको लाने के... हम प्रतिकूल परिस्थिति में जीवन जीते हैं, ऐसा क्यों ? तो |
| + | |
| + | लिए वाहन व्यवस्था आवश्यक है । इस व्यवस्था से पैसे व. ध्यान में आता है कि अपने बालक को केजी से पीजी तक |
| + | |
| + | प्रश्नावली से प्राप्त उत्तर |
| + | |
| + | समय दोनों की बचत होती है । ऐसा सबका मत था । की शिक्षा एक ही अच्छी संस्था में हो वही भेजना ऐसे |
| + | |
| + | २. घर से विद्यालय की दूरी जितनी कम उतना ही... दुराग्रह रखने से होता है । इसके स्थान पर जो विद्यालय |
| + | |
| + | अच्छा, यह बात तत्त्वतः सबको ही मान्य है । पास में है, उसे ही अच्छा बनाने में सहयोगी होना । ऐसा |
| + | |
| + | ३. विद्यालय की दूरी को ध्यान में रखकर वाहन का... विचार यदि अभिभावक रखेंगे तो शिक्षा आनन्द दायक व |
| + | |
| + | चयन करना चाहिए । साँझा वाहन अच्छा, ऐसा अभिप्राय.. तनावमुक्त होगी । छोटे छोटे गाँवों में बैलगाडी, ऊँटगाडी, |
| + | |
| + | तीसरे प्रश्न के उत्तर में प्राप्त हुआ । घोडागाडी से विद्यालय जाना कितना सुखकर होता था, यह |
| + | |
| + | ४. पर्यावरण की हानि न हो, ऐसे वाहनों का ही... हम भूल गये हैं । इन वाहनों की गति कम होने से दुर्घटना |
| + | |
| + | उपयोग होना चाहिए । यह उत्तर बहन मीनाक्षी सोमानी होने की सम्भावना भी कम और मार्ग में निरीक्षण करते जाने |
| + | |
| + | तथा पूजा राठीने दिया है । शेष सबने स्कूल बस का ही... का आनन्द अधिक मिलता है । निर्जीव वाहनों में यात्रा |
| + | |
| + | पर्याय सुझाया है । करने के स्थान पर जीवित प्राणियों के साथ प्रवास करने से |
| + | |
| + | R38 |
| + | |
| + | ............. page-248 ............. |
| + | |
| + | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
| + | |
| + | उन प्राणियों के प्रति संवेदना जाग्रत ... ऑटोरिक्षा : शिशु से लेकर किशोर आयु के विद्यार्थी |
| + | |
| + | होती है और उनसे आत्मीयता बढती है । इस व्यवस्था में आतेजाते हैं । |
| + | |
| + | बच्चों का आनन्द बडों की समझ में नहीं आता | हम... २... साइकिलरट्क्षा : क्लचित इनका भी प्रयोग होता है और |
| + | |
| + | उन्हें भी अपने जैसा अव्यवहारिक तथा असंवेदनशील शिशु और बाल आयु के विद्यार्थी इनमें जाते हैं । |
| + | |
| + | बनाते जाते हैं । इसी प्रकार २ किमी से लेकर ५ किमी तक... ३... स्कूटर और मोटर साइकिल : महाविद्यालयीन |
| + | |
| + | की दूरी है तो साइकिल का उपयोग हर दृष्टि से लाभदायक विद्यार्थियों का यह अतिप्रिय वाहन है । छोटी आयु |
| + | |
| + | रहता है । पर्याप्त शारीरिक व्यायाम हो जाता है, किसी भी के छात्रों को उनके अभिभावक लाते ले जाते हैं । |
| + | |
| + | प्रकार का प्रदूषण नहीं होता और साथ ही साथ पैसा व... ४... साइकिल : बाल और किशोर साइकिल का भी |
| + | |
| + | समय दोनों बचते हैं । इसलिए स्थान स्थान पर अच्छे व प्रयोग करते हैं । |
| + | |
| + | छोटे छोटे विद्यालय खड़ें करने चाहिए । ५... कार : धनाढ्य परिवारों के बालकों के लिये |
| + | |
| + | वर्तमान समय में अनेक WAT TOTS के कारण मातापिता कार की सुविधा देते हैं । महाविद्यालयीन |
| + | |
| + | हमने अपने लिये अनेक समस्याओं को मोल लिया है । विद्यार्थी स्वयं भी कार लेकर आते हैं । |
| + | |
| + | उनमें एक वाहन की समस्या है। अपनी सन्तानों को... ६.. स्कूल बस : महाविद्यालयों में जिस प्रकार मोटर- |
| + | |
| + | विद्यालय भेजना अथवा बडे विद्यार्थी हों तो विद्यालय जाना साइकिल बहुत प्रचलित है उस प्रकार शिशु से |
| + | |
| + | महँगा हो रहा है उसमें एक हिस्सा वाहन का खर्च है । किशोर आयु के विद्यार्थियों के लिये स्कूल बस |
| + | |
| + | अत्यन्त प्रचलित वाहन है। इसकी व्यवस्था |
| + | |
| + | विमर्श क्यों विद्यालय द्वारा ही की जाती है । कभी विद्यालयों की |
| + | |
| + | वाहन की व्यवस्था क्यों करनी पड़ती है ? ओर से ऑटोरिक्षा का प्रबन्ध भी किया जाता है । |
| + | |
| + | ०... विद्यालय घर से इतना दूर है कि बालक पैदल हमें एक दृष्टि से लगता है कि वाहन के कारण |
| + | |
| + | चलकर नहीं जा सकते । सुविधा होती है । परन्तु वाहन के कारण अनेक प्रकार की |
| + | |
| + | ०"... यदि पैदल चलकर जा भी सकते हैं तो सडकों पर... समस्यायें भी निर्माण होती हैं । |
| + | |
| + | वाहनों का यातायात इतना अधिक है कि उनकी |
| + | |
| + | ने कैसे ? |
| + | |
| + | सुरक्षा के विषय में भय लगता है । |
| + | |
| + | ०... पैदल चलकर जा भी सकते हैं तो अब छोटे या बडे .... १. सबसे बडी समस्या है प्रदूषण की । झट से कोई कह |
| + | |
| + | विद्यार्थियों में इतनी शक्ति नहीं रही कि वे चल देता है कि सीएनजी के कारण अब उतना प्रदूषण |
| + | |
| + | सकें । उन्हें थकान होती है । नहीं होता जितना पहले होता था । यह तो ठीक है |
| + | |
| + | © पैदर चलने की शक्ति है तो मानसिकता नहीं है । परन्तु ईंधन की पैदाइश से लेकर प्रयोग तक सर्वत्र |
| + | |
| + | पैदल चलना अच्छा नहीं लगता । पैदल चलने में वह प्रदूषण का ही स्रोत बनता है । अनदेखी की जा |
| + | |
| + | प्रतिष्ठा नहीं लगती । सके इतनी सामान्य समस्या यह नहीं है । |
| + | |
| + | ०... पैदल चलकर यदि सम्भव भी है तो लगता है कि आने... २... यातायात की भीड : वाहनों की संख्या इतनी बढ गई |
| + | |
| + | जाने में ही इतना समय बरबाद हो जायेगा की पढने का है कि सडकों पर उनकी भीड हो जाती है । ट्रैफिक |
| + | |
| + | समय कम हो जायेगा । थक जायेंगे तो पढ़ेंगे कैसे ? की समस्या महानगरों में तो विकट बन ही गई है, |
| + | |
| + | इन कारणों से वाहन की आवश्यकता निर्माण होती अब वह नगरों की ओर गति कर रही है । इससे |
| + | |
| + | है । विद्यालय जाने के लिये जिन वाहनों का प्रयोग होता है कोलाहल अर्थात् ध्वनि प्रदूषण पैदा होता है। हम |
| + | |
| + | वे कुछ इस प्रकार के हैं जानते ही नहीं है कि यह हमारी श्रवणेन्द्रिय पर |
| + | |
| + | RRR |
| + | |
| + | ............. page-249 ............. |
| + | |
| + | पर्व ४ : विद्यालय की भौतिक एवं आर्थिक व्यवस्थाएँ |
| + | |
| + | गम्भीर अत्याचार है और इससे हमारी मानसिक |
| + | |
| + | शान्ति का नाश होता है, विचारशक्ति कम होती है । |
| + | |
| + | वाहनों की भीड के कारण सडर्कें चौडी से अधिक |
| + | |
| + | चौडी बनानी पड़ती हैं। सडक के बहाने फिर |
| + | |
| + | प्राकृतिक संसाधनों के नाश का चक्र शुरू होता है । |
| + | |
| + | सडकें चौडी बनाने के लिये खेतों को नष्ट किया जाता |
| + | |
| + | है, पुराने रास्तों के किनारे लगे वृक्षों को उखाडा |
| + | |
| + | जाता है । यह संकट कोई सामान्य संकट नहीं है । |
| + | |
| + | ट्रेफिक जेम होने के कारण समय की और बरबादी होती |
| + | |
| + | है । समय की बरबादी का तो और भी एक कारण है । |
| + | |
| + | एक बस में यदि २० से ५० विद्यार्थी आते जाते हैं तो |
| + | |
| + | उन्हें आने जाने में एक से ढाई घण्टे खर्च करने पड़ते |
| + | |
| + | हैं। समय एक ऐसी सम्पत्ति है जो अमीर-गरीब के |
| + | |
| + | पास समान मात्रा में ही होती है, और एक बार गई तो |
| + | |
| + | किसी भी उपाय से न पुनः प्राप्त हो सकती है न उसका |
| + | |
| + | खामियाजा भरपाई किया जा सकता है । |
| + | |
| + | वाहन से यात्रा का प्रभाव शरीरस्वास्थ्य पर भी |
| + | |
| + | विपरीत ही होता है । वाहन के चलने से उसकी गति |
| + | |
| + | से, उसकी आवाज से, उसकी ब्रेक से शरीर पर |
| + | |
| + | आघात होते हैं और दर्द तथा थकान उत्पन्न होते हैं । |
| + | |
| + | हमारी विपरीत सोच के कारण से हमें समझ में नहीं |
| + | |
| + | आता कि चलने से व्यायाम होता है और शरीर |
| + | |
| + | स्वस्थ बनता है जबकि वाहन से अस्वास्थ्य बढ़ता |
| + | |
| + | है और खर्च भी होता है । वाहन से समय बचता है |
| + | |
| + | ऐसा हमें लगता है परन्तु उसकी कीमत पैसा नहीं, |
| + | |
| + | स्वास्थ्य है । |
| + | |
| + | वाहन के कारण खर्च बढ़ता है । पढाई के शुल्क से |
| + | |
| + | भी वाहन का खर्च अधिक होता है । परिस्थिति और |
| + | |
| + | मानसिकता के कारण यह खर्च हमें अनिवार्य लगता |
| + | |
| + | है । |
| + | |
| + | वाहनों की अधिकता के कारण केवल व्यक्तिगत |
| + | |
| + | सम्पदाओं का नाश नहीं होता है, राष्ट्रीय सम्पत्ति का |
| + | |
| + | भी नाश होता है । सुखद जलवायु, समशीतोष्ण |
| + | |
| + | तापमान, खेती, स्वस्थ शरीर और मन वाले मनुष्य |
| + | |
| + | राष्ट्रीय सम्पत्ति ही तो है । वाहनों के अतिरेक से इस |
| + | |
| + | 233 |
| + | |
| + | सम्पत्ति का हास होता है । यह |
| + | |
| + | समस्या लगती है उससे कहीं अधिक है । |
| + | |
| + | इन समस्याओं का समाधान क्या है इसका विचार हमें |
| + | |
| + | शान्त चित्त से, बुद्धिपूर्वक, मानवीय दृष्टिकोण से और |
| + | |
| + | व्यावहारिक धरातल पर करना होगा । |
| + | |
| + | कुछ इस प्रकार से उपाय करने होंगे... |
| + | |
| + | श्, |
| + | |
| + | हमें मानसिकता बनानी पड़ेगी कि पैदल चलना |
| + | |
| + | अच्छा है । उसमें स्वास्थ्य है, खर्च की बचत है, |
| + | |
| + | अच्छाई है और इन्हीं कारणों से प्रतिष्ठा भी है । |
| + | |
| + | यह केवल मानसिकता का ही नहीं तो व्यवस्था का |
| + | |
| + | भी विषय है । हमें बहुत व्यावहारिक होकर विचार |
| + | |
| + | करना होगा | |
| + | |
| + | विद्यालय घर से इतना दूर नहीं होना चाहिये कि |
| + | |
| + | विद्यार्थी पैदल चलकर न जा सर्कें । शिशुओं के लिये |
| + | |
| + | और प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिये तो |
| + | |
| + | वह व्यवस्था अनिवार्य है । यहाँ फिर मानसिकता का |
| + | |
| + | प्रश्न अवरोध निर्माण करता है । अच्छे विद्यालय की |
| + | |
| + | ant aaa इतनी विचित्र हैं कि हम इन |
| + | |
| + | समस्याओं का विचार ही नहीं करते । वास्तव में घर |
| + | |
| + | के नजदीक का सरकारी प्राथमिक विद्यालय या कोई |
| + | |
| + | भी निजी विद्यालय हमारे लिये अच्छा विद्यालय ही |
| + | |
| + | माना जाना चाहिये । अच्छे विद्यालय के सर्वसामान्य |
| + | |
| + | नियमों पर जो विद्यालय खरा नहीं उतरता वह |
| + | |
| + | अभिभावकों के दबाव से बन्द हो जाना चाहिये । |
| + | |
| + | वास्तविक दृश्य यह दिखाई देता है कि अच्छा नहीं |
| + | |
| + | है कहकर जिस विद्यालय में आसपास के लोग अपने |
| + | |
| + | बच्चों को नहीं भेजते उनमें दूर दूर से बच्चे पढने के |
| + | |
| + | लिये आते ही हैं। निःशुल्क सरकारी प्राथमिक |
| + | |
| + | विद्यालयों को अभिभावक ही अच्छा विद्यालय बना |
| + | |
| + | सकते हैं । इस सम्भावना को त्याग कर दूर दूर के |
| + | |
| + | विद्यालयों में जाना बुद्धिमानी नहीं है । |
| + | |
| + | साइकिल पर आनाजाना सबसे अच्छा उपाय है । वास्तव |
| + | |
| + | में विद्यालय ने ऐसा नियम बनाना चाहिये किघर से विद्यालय |
| + | |
| + | की दूरी एक किलोमीटर है तो पैदल चलकर ही आना |
| + | |
| + | ............. page-250 ............. |
| + | |
| + | है, साइकिल भी नहीं लाना है और पाँच |
| + | |
| + | से सात किलोमीटर है तो साइकिल लेकर ही आना है । |
| + | |
| + | विद्यालय में पेट्रोल-डीजल चलित वाहन की अनुमति ही |
| + | |
| + | नहीं है । अभिभावक अपने वाहन पर भी छोडने के लिये |
| + | |
| + | न आयें । |
| + | |
| + | देखा जाता है कि जहाँ ऐसा नियम बनाया जाता है |
| + | |
| + | वहाँ विद्यार्थी या अभिभावक पेट्रोल-डिजल चलित |
| + | |
| + | वाहन तो लाते हैं, परन्तु उसे कुछ दूरी पर रखते हैं और |
| + | |
| + | बाद में पैदल चलकर विद्यालय आते हैं । यह तो इस |
| + | |
| + | बात का निदरद्शक है कि विद्यार्थी और उनके मातापिता |
| + | |
| + | अप्रामाणिक हैं, नियम का पालन करते नहीं हैं इसलिये |
| + | |
| + | अनुशासनहीन हैं और विद्यालय के लोग यह जानते हैं |
| + | |
| + | तो भी कुछ नहीं कर सकते इतने प्रभावहीन हैं । |
| + | |
| + | वास्तव में इस व्यवस्था को सबके मन में स्वीकृत |
| + | |
| + | करवाना विद्यालय का प्रथम दायित्व है । |
| + | |
| + | महाविद्यालयों में मोटर साइकिल एक आर्थिक, |
| + | |
| + | पर्यावरणीय और सांस्कृतिक अनिष्ट बन गया है। |
| + | |
| + | मार्गों पर दुर्घटनायें युवाओं के बेतहाशा वाहन चलाने |
| + | |
| + | के कारण होती हैं । महाविद्यालय के परिसर में और |
| + | |
| + | आसपास पार्किंग की समस्या इन्हीं के कारण से होती |
| + | |
| + | है । पिरीयड बंक करने का प्रचलन इसी के आकर्षण |
| + | |
| + | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
| + | |
| + | से होता है। मित्रों के साथ मजे करने का एक |
| + | |
| + | माध्यम मोटरसाइकिल की सवारी । वह दस प्रतिशत |
| + | |
| + | उपयोगी और नब्बे प्रतिशत अनिष्टकारी वाहन बन |
| + | |
| + | गया है । महाविद्यालयों का किसी भी प्रकार का |
| + | |
| + | नैतिक प्रभाव विद्यार्थियों पर नहीं है इसलिये वे उन्हें |
| + | |
| + | मोटरसाइकिल के उपयोग से रोक नहीं सकते । परन्तु |
| + | |
| + | इसका एकमात्र उपाय नैतिक प्रभाव निर्माण करने का, |
| + | |
| + | विद्यार्थियों का प्रबोधन करने का और महाविद्यालय |
| + | |
| + | में साइकिल लेकर आने की प्रेरणा देने का है । इसके |
| + | |
| + | बाद मोटरसाइकिल लेकर नहीं आने का नियम बनाया |
| + | |
| + | जा सकता है । |
| + | |
| + | वास्तव में साइकिल संस्कृति का विकास करने की |
| + | |
| + | आवश्यकता है । सडकों पर साइकिल के लिये अलग |
| + | |
| + | से व्यवस्था बन सकती है । पैदल चलनेवालों और |
| + | |
| + | साइकिल का प्रयोग करने वालों की प्रतिष्ठा set |
| + | |
| + | चाहिये । विद्यालयों ने इसे अपना मिशन बनाना |
| + | |
| + | चाहिये । सरकार ने आवाहन करना चाहिये । समाज |
| + | |
| + | के प्रतिष्ठित लोगों ने नेतृत्व करना चाहिये । |
| + | |
| + | जिस दिन वाहनव्यवस्था और वाहनमानसिकता में |
| + | |
| + | परिवर्तन होगा उस दिन से हम स्वास्थ्य, शान्ति और समृद्धि |
| + | |
| + | की दिशा में चलना शुरू करेंगे । |
| + | |
| + | विद्यालय में ध्वनिव्यवस्था |
| + | |
| + | ध्वनि प्रदूषण का क्या अर्थ है ? |
| + | |
| + | विद्यालय में ध्वनि प्रदूषण किन किन स्रोतों से |
| + | |
| + | होता है ? |
| + | |
| + | अच्छी ध्वनिव्यवस्था का क्या अर्थ है ? |
| + | |
| + | ध्वनि का शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य पर क्या |
| + | |
| + | ग्रभाव होता है ? |
| + | |
| + | ध्वनि व्यवस्था की दृष्टि से निम्नलिखित बातों में |
| + | |
| + | क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिये ? |
| + | |
| + | १, ध्वनिवर्धक यंत्र |
| + | |
| + | २. ध्वनिमुद्रण यंत्र एवं ध्वनमुद्रिकायें |
| + | |
| + | ३. ध्वनिक्षेपक यंत्र |
| + | |
| + | श्ड्ढ |
| + | |
| + | ४. विद्यालय की विभिन्न प्रकार की घण्टियां |
| + | |
| + | ५. कक्षाकक्ष की रचना |
| + | |
| + | ६. संगीत के साधन |
| + | |
| + | ७. लोगों का बोलने का ढंग |
| + | |
| + | ध्वनिप्रदूषण का निवारण करने के क्या उपाय |
| + | |
| + | हैं? |
| + | |
| + | अच्छी ध्वनिव्यवस्था के शैक्षिक लाभ क्या हैं ? |
| + | |
| + | ध्वनिप्रदूषण निवारण के. एवं. अच्छी |
| + | |
| + | ध्वनिव्यवस्था बनाये रखने के आर्थिक एवं |
| + | |
| + | मानवीय प्रयास क्या हो सकते हैं ? |
| + | |
| + | ............. page-251 ............. |
| + | |
| + | पर्व ४ : विद्यालय की भौतिक एवं आर्थिक व्यवस्थाएँ |
| + | |
| + | प्रश्नावली से पाप्त उत्तर |
| + | |
| + | जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण जैसे शब्दों से हम |
| + | |
| + | सुपरिचित हैं । वैसा ही खतरनाक शब्द ध्वनि प्रदूषण भी |
| + | |
| + | है। विद्यालयों में इस ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए |
| + | |
| + | व्यवस्थयें कैसी हों, यह जानने के लिए प्रश्नावली बनी है । |
| + | |
| + | विद्यालयों में होने वाले कोलाहल का नित्य अनुभव करने |
| + | |
| + | वाले आचार्यों ने इन आठ प्रश्नों के उत्तर भेजे हैं । |
| + | |
| + | १, छात्रों के सतत कोलाहल से होने वाले शोर से ही |
| + | |
| + | ध्वनि प्रदूषण होता है। ऐसा उनका मत है । २. ध्वनि |
| + | |
| + | प्रदूषण के स्रोत में छात्रों का जोर जोर से चिछ्ठाना, दूर के |
| + | |
| + | मित्र को चिछाकर बुलाना, आस पास की कक्षाओं से ऊँचे |
| + | |
| + | स्वर में पढ़ाने की आवाजें आना, सूचनाएँ देने के लिए |
| + | |
| + | ध्वनिवर्धक यन्त्र का उपयोग करना आदि । इन सबके साथ |
| + | |
| + | साथ जब विद्यालय शहर के मध्य में अथवा मुख्य सड़क पर |
| + | |
| + | स्थित है तो आने जाने वाले वाहनों की कर्णकर्कश |
| + | |
| + | आवाजों के कारण विद्यार्थी ठीक से सुन नहीं पाते, परिणाम |
| + | |
| + | स्वरूप शिक्षकों का seen में बोलना, शिक्षकों द्वारा |
| + | |
| + | डस्टर को जोर से टेबल पर मारना आदि बातों से अत्यधिक |
| + | |
| + | शोर मचता है । इस ध्वनि प्रदूषण को रोकने हेतु विद्यालय |
| + | |
| + | का मुख्य सडक से दूर होना, छात्रों व आचार्यों का चिछ्ठा |
| + | |
| + | कर न बोलना, ध्वनि वर्धक यन्त्र का अनावश्यक उपयोग |
| + | |
| + | न करना आदि उपाय सूचित किये हैं । |
| + | |
| + | अभिमत : विद्यार्थियों को शान्त स्वर में बोलने का |
| + | |
| + | अभ्यास करवाना चाहिए । शिक्षकों का शान्त स्वर में |
| + | |
| + | बोलना भी इसमें सहायक होता है । |
| + | |
| + | अति उत्तेजना से आशान्ति बढती है, अतः बार-बार |
| + | |
| + | उत्तेजित न हो, इसलिए ब्रह्मनाद व ध्यान करवाना चाहिए । |
| + | |
| + | अत्यधिक कोलाहल होने से शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य |
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| + | पर विपरीत परिणाम होता है । सीखते समय एकाग्रता नहीं |
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| + | बन पाती । आकलन शक्ति व स्मरणशक्ति क्षीण होती है । |
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| + | विद्यालय में अध्ययन-अध्यापन प्रक्रिया में ध्वनि तो होगी |
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| + | ही, परन्तु तेज, कर्कश व आवेशपूर्ण ध्वनि के स्थान पर |
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| + | शांत, मधुर व आत्मीयता पूर्ण ध्वनि बोलने से शोर भी नहीं |
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| + | होता और छात्रों की एकाग्रता भी बढती है, शान्तवातावरण |
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| + | का मन पर अनुकूल प्रभाव पडता हैं। छात्रों की |
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| + | ग्रहणशीलता व धारणाशक्ति बढती है, आकलन जल्दी होता |
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| + | है, बुद्धि कुशाग्र होती है और इन सभी बातों से ज्ञानार्जन |
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| + | भी अधिक होता है । |
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| + | ध्वनि प्रदूषण रोकने हेतु आर्थिक उपायों से अधिक |
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| + | कारगर मानवीय प्रयास ही उपयोगी होंगे । नीरव शांतता |
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| + | और भयप्रदू शांतता के अन्तर को समझना होगा । एक |
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| + | समाचार पत्र में पढ़ा था कि दिल्ली के एक विद्यालय में |
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| + | मौनी अमावस्या के दिन मौनाभ्यास होता है । विद्यालय के |
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| + | सारे कार्य यथावत होते हैं, परन्तु प्रधानाचार्य, शिक्षक, |
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| + | विद्यार्थी व कर्मचारी मौन पालन करते हैं । यह प्रयोग |
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| + | जीवन का संस्कार बनता है, मौन का महत्त्व समझ में आता |
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| + | है । वर्ष में एक दिन सबकी ऊर्जा बड़ी मात्रा में बचती है, |
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| + | श्रवणशक्ति भी बढती है । |