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| के आज के मापदण्ड, ज्ञान को प्रतिष्ठित करने के कुछ कठोर उपाय | | के आज के मापदण्ड, ज्ञान को प्रतिष्ठित करने के कुछ कठोर उपाय |
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| + | === [[विद्यालय में अध्ययन विचार]] === |
| + | अध्ययन हेतु सुविधा का विचार, अभिमत, सुविधा किसे चाहिए, |
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| + | सुविधा का प्रश्न, विद्यालय में प्रतियोगितायें, प्रश्नावली से पाप्त |
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| + | उत्तर, अध्ययन क्षेत्र का एक अवरोध : परस्पर अविश्वास, |
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| + | शिक्षक पर भरोसा नहीं है, अविश्वास का परिणाम, इस प्रकार मिथ्या |
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| + | और आभासी शिक्षा चलती है ।, विश्वसनीयता का संकट गहरा है, |
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| + | विश्वास का जतन करना, बच्चे मन के सच्चे, इसे दुनियादारी कहते |
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| + | हैं, शिक्षकों का दायित्व, विश्वास भंग होने पर क्या करना ?, झूठा |
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| + | भरोसा दिलाना सही है ?, श्रद्धा का संकट, दो विचित्र प्रश्न, |
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| + | १, मान्यता का प्रश्न, ऐसे तीन स्तर क्यों होते हैं ? , अब प्रश्न क्या |
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| + | है ?, २. दूसरा प्रश्न है अंग्रेजी माध्यम का ।, मनोवैज्ञानिक |
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| + | समस्याओं का हल, शिक्षा का माध्यम और भाषा का प्रश्न, अंग्रेजी |
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| + | मनोवैज्ञानिक समस्या है, अंग्रेजी के भूत को भगाने के प्रयास |