वर्तमान में ग्राम विकास के नामपर चलनेवाले लगभग सभी उपक्रम ग्रामों के शहरीकरण के उपक्रम हैं। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम जीने ‘पूरा’ (PURA) की ग्रामविकास की कल्पना सामने रखी थी। इसका पूरा नाम है – प्रोव्हायडींग अर्बन फेसिलिटीज टू रूरल पूअर (Providing Urban Facilities to Rural Poor)। यह ग्रामों के शहरीकरण की कल्पना ही है। ग्रामों का शहरीकरण करना यह विकास की नहीं विनाश की दिशा ही है। ऐसा करना अनर्थकारक ही होगा। आज ही विश्व का जितना शहरीकरण हुआ है उसके फलस्वरूप प्रकृति का बेतहाशा शोषण हो रहा है। विश्व के प्रत्येक ग्राम का शहरीकरण करने से यह शोषण का प्रमाण इतना बढ़ जाएगा कि पृथ्वी पर उपलब्ध मर्यादित संसाधनों को हथियाने के लिए बार बार विश्वयुद्ध होंगे।
+
वर्तमान में ग्राम विकास के नामपर चलनेवाले लगभग सभी उपक्रम ग्रामों के शहरीकरण के उपक्रम हैं। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम जीने ‘पूरा’ (PURA) की ग्रामविकास की कल्पना सामने रखी थी। इसका पूरा नाम है – प्रोव्हायडींग अर्बन फेसिलिटीज टू रूरल पूअर (Providing Urban Facilities to Rural Areas)। यह ग्रामों के शहरीकरण की कल्पना ही है। ग्रामों का शहरीकरण करना यह विकास की नहीं विनाश की दिशा ही है। ऐसा करना अनर्थकारक ही होगा। आज ही विश्व का जितना शहरीकरण हुआ है उसके फलस्वरूप प्रकृति का बेतहाशा शोषण हो रहा है। विश्व के प्रत्येक ग्राम का शहरीकरण करने से यह शोषण का प्रमाण इतना बढ़ जाएगा कि पृथ्वी पर उपलब्ध मर्यादित संसाधनों को हथियाने के लिए बार बार विश्वयुद्ध होंगे।
इसलिए हमें ग्राम क्या होता है इसे सर्वप्रथम ठीक से समझना आवश्यक है।
इसलिए हमें ग्राम क्या होता है इसे सर्वप्रथम ठीक से समझना आवश्यक है।