जीवन का स्वभावज लक्ष्य मोक्ष है। जितनी गहराई से मानव के व्यक्तित्व का अध्ययन भारतीय मनीषियों ने किया है, अन्य किसी ने नहीं किया है। भारतीय मनीषियों के अनुसार मानव जीवन का लक्ष्य मोक्ष है। वर्तमान की विपरीत शिक्षा से प्रभावित लोगों के लिए जीवन के इस लक्ष्य को समझना कठिन इसलिए बन गया है कि वे ‘विचार कैसे करना चाहिए’ इस की शिक्षा से वंचित हैं। सामान्य बुध्दि वाले हर मानव को मनुष्य जीवन का लक्ष्य क्या है, इसे समझना कठिन बात नहीं है। हर मनुष्य चाहता है कि: | जीवन का स्वभावज लक्ष्य मोक्ष है। जितनी गहराई से मानव के व्यक्तित्व का अध्ययन भारतीय मनीषियों ने किया है, अन्य किसी ने नहीं किया है। भारतीय मनीषियों के अनुसार मानव जीवन का लक्ष्य मोक्ष है। वर्तमान की विपरीत शिक्षा से प्रभावित लोगों के लिए जीवन के इस लक्ष्य को समझना कठिन इसलिए बन गया है कि वे ‘विचार कैसे करना चाहिए’ इस की शिक्षा से वंचित हैं। सामान्य बुध्दि वाले हर मानव को मनुष्य जीवन का लक्ष्य क्या है, इसे समझना कठिन बात नहीं है। हर मनुष्य चाहता है कि: |