|
This is a short stub article. Needs Expansion.
|
|
This article needs appropriate citations and references.
Improvise this article by introducing references to reliable sources.
|
राजा पृथु ने धरती पर विभित्र प्रकार के धान्यों का आविष्कार किया, धरती में निहित रत्नों का अन्वेषण किया, धरती की सकल सम्पदाओं का दोहन किया, कृषि का अपूर्व विकास किया और प्रजा की समृद्धि के लिए पृथ्वी को वैभव सम्पन्न बनाया। फलतः यह धरती पृथु की कन्या कहलायी और पृथ्वी नाम से अभिहित हुई। ये अत्याचारी राजा वेन के पुत्र थे, अतः इन्हें वैन्य भी कहते हैं। राजा वेन का वध करके ऋषियों ने पृथु को राज्याभिषिक्त किया था।