Changes

Jump to navigation Jump to search
Line 107: Line 107:  
४. आत्म-विस्मृति  
 
४. आत्म-विस्मृति  
 
५. अभारतीय याने अंग्रेजी जीवन के प्रतिमान के स्वीकार की मानसिकता
 
५. अभारतीय याने अंग्रेजी जीवन के प्रतिमान के स्वीकार की मानसिकता
  −
वाचनीय साहित्य
  −
१. कृण्वन्तो विश्वमार्यम्, लेखक : डॉ. शरद हेबाळकर, प्रकाशक अ. भा. इतिहास संकलन समिती, नाई दिल्ली
  −
२. मुस्लीम आक्रमण का हिंदू प्रतिरोध, लेखक डॉ. शरद हेबाळकर, प्रकाशक श्रीभाराती प्रकाशन, नागपूर
      
==References==
 
==References==
890

edits

Navigation menu