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[[File:Jatakarma Article.jpg|thumb|348x348px|'''<big>Jatkarm Sanskar</big>''']]
 
<blockquote>'''कन्या सुपुत्रयोस्तुल्यं वात्सल्यं च भवेत्सटा।'''
 
<blockquote>'''कन्या सुपुत्रयोस्तुल्यं वात्सल्यं च भवेत्सटा।'''
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भारत में ज्योतिष को एक विकसित विज्ञान के रूप में मान्यता प्राप्त है। परनिंदा , उचित अध्ययन की कमी , स्वार्थ केंद्री भावनाओं के कारन कई भ्रांतियों को जन्म दिया है । .</blockquote>
 
भारत में ज्योतिष को एक विकसित विज्ञान के रूप में मान्यता प्राप्त है। परनिंदा , उचित अध्ययन की कमी , स्वार्थ केंद्री भावनाओं के कारन कई भ्रांतियों को जन्म दिया है । .</blockquote>
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[[Category:Hindi Articles]]
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[[Category:Samskaras]]
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[[Category:हिंदी भाषा के लेख]]

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