Difference between revisions of "Festival in month of chaitra (चैत्र मास के अंतर्गत व्रत व त्यौहार)"

From Dharmawiki
Jump to navigation Jump to search
(→‎चैत्र नवरात्र: नया लेख बनया)
(नया लेख बनाया)
Line 1: Line 1:
चैत्र माह यह भारतीय कल गणना के अनुसार वर्ष का प्रथम माह होता है | ग्रीष्म ऋतू का प्रारंभ एवं 
+
हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र माह यह पहला महिना होता है । हिन्दुओं का नयावर्ष इसी माह से आरंभ होता है और चैत्र माह पुरे ब्रहमांड का प्रथम दिन मन जाता है जिसे संवत्सर भी कहते है ।वेदों और पुराणों के मान्यतानुसार चैत्र महीने की शुक्ल प्रतिपदा से सृष्टि के निर्माण का आरंभ भगवान ब्रह्मा जी ने किया था और सतयुग का आरंभ भी इसी महीने से मन जाता है । भगवान विष्णु ने प्रथम अवतार के रूप मत्स्यावतार रूप  में अवतरित इसी माह की पर्तिपदा के दिन माना जाता है ऐसा अपने पौराणिक कथाओं में अंकित है जहाँ प्रलय के बिच से मनु को सुरक्षित स्थान पर पहुचाया था और नए युग का आरम्भ हुआ । 
  
 
=== चैत्र नवरात्र ===
 
=== चैत्र नवरात्र ===
चैत्र माह शुक्ल प्रतिपदा से लेकर रामनवमी तक यह व्रत चलता है | इन दिनों भगवती दुर्गा एवं कन्या पूजन का बड़ा महत्व है | भगवती दुर्गा या माँ जगदम्बा के नौ स्वरुप - शैलपुत्री , ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा , कुष्मांडा , स्कंदमाता , कात्यायनी , कालरात्रि , महागौरी , तथा सिद्धिदात्री है | इन नौ देवियों की महिमा इस प्रकार है -
+
चैत्र माह शुक्ल प्रतिपदा से लेकर रामनवमी तक यह व्रत चलता है इन दिनों भगवती दुर्गा एवं कन्या पूजन का बड़ा महत्व है भगवती दुर्गा या माँ जगदम्बा के नौ स्वरुप - शैलपुत्री , ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा , कुष्मांडा , स्कंदमाता , कात्यायनी , कालरात्रि , महागौरी , तथा सिद्धिदात्री है इन नौ देवियों की महिमा इस प्रकार है -

Revision as of 13:44, 1 September 2021

हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र माह यह पहला महिना होता है । हिन्दुओं का नयावर्ष इसी माह से आरंभ होता है और चैत्र माह पुरे ब्रहमांड का प्रथम दिन मन जाता है जिसे संवत्सर भी कहते है ।वेदों और पुराणों के मान्यतानुसार चैत्र महीने की शुक्ल प्रतिपदा से सृष्टि के निर्माण का आरंभ भगवान ब्रह्मा जी ने किया था और सतयुग का आरंभ भी इसी महीने से मन जाता है । भगवान विष्णु ने प्रथम अवतार के रूप मत्स्यावतार रूप में अवतरित इसी माह की पर्तिपदा के दिन माना जाता है ऐसा अपने पौराणिक कथाओं में अंकित है जहाँ प्रलय के बिच से मनु को सुरक्षित स्थान पर पहुचाया था और नए युग का आरम्भ हुआ ।

चैत्र नवरात्र

चैत्र माह शुक्ल प्रतिपदा से लेकर रामनवमी तक यह व्रत चलता है । इन दिनों भगवती दुर्गा एवं कन्या पूजन का बड़ा महत्व है । भगवती दुर्गा या माँ जगदम्बा के नौ स्वरुप - शैलपुत्री , ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा , कुष्मांडा , स्कंदमाता , कात्यायनी , कालरात्रि , महागौरी , तथा सिद्धिदात्री है । इन नौ देवियों की महिमा इस प्रकार है -