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'''इसाईयत और हिंसा तथा असहिष्णुता'''
 
'''इसाईयत और हिंसा तथा असहिष्णुता'''
 
* प्रभू ने आधी रात को मिडा दो के सभी पहलौठों ( नवजात बों ) - सिंहासनपर विराजमान फिराऊन के पहलौठों से लेकर बन्दीगृह मे पड़े कैदी के पहलौठे और पुओं के पहलौठों तक - को मार डाला - निर्गमन ग्रंथ १२/२९  
 
* प्रभू ने आधी रात को मिडा दो के सभी पहलौठों ( नवजात बों ) - सिंहासनपर विराजमान फिराऊन के पहलौठों से लेकर बन्दीगृह मे पड़े कैदी के पहलौठे और पुओं के पहलौठों तक - को मार डाला - निर्गमन ग्रंथ १२/२९  
* प्रभू ने लोगों के मध्य विषैले सांप भेजे और उनके देश से बहुत से इस्राएली मर गये - गणना ग्रंथ २१/६  
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* प्रभू ने लोगोंं के मध्य विषैले सांप भेजे और उनके देश से बहुत से इस्राएली मर गये - गणना ग्रंथ २१/६  
* प्रभू की ओर से अग्नि आयी और उसने ढाई सौ लोगों (यहूदी) को भस्म कर दिया, जो धूप चढाने आये थे - गणना ग्रंथ १६/३५  
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* प्रभू की ओर से अग्नि आयी और उसने ढाई सौ लोगोंं (यहूदी) को भस्म कर दिया, जो धूप चढाने आये थे - गणना ग्रंथ १६/३५  
 
* इसलिये प्रभू ने इस्राएल में महामारी भेजी । इस्राएल के सत्तर हजार लोग मर गये - पहला इतिहास ग्रंथ २१/१४  
 
* इसलिये प्रभू ने इस्राएल में महामारी भेजी । इस्राएल के सत्तर हजार लोग मर गये - पहला इतिहास ग्रंथ २१/१४  
* बेत-मेमो के कुछ निवासियों ने प्रभू की मंजूषा खोलकर उसके अन्दर झाँका, इसलिये प्रभू ने लोगों में पचास हजार सत्तर मनुष्यों को मार डाला - सॅम्युएल का पहला ग्रंथ ६/१९  
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* बेत-मेमो के कुछ निवासियों ने प्रभू की मंजूषा खोलकर उसके अन्दर झाँका, इसलिये प्रभू ने लोगोंं में पचास हजार सत्तर मनुष्यों को मार डाला - सॅम्युएल का पहला ग्रंथ ६/१९  
 
* जो व्यक्ति प्रभू के नाम को कोसता है, वह मार डाला जाये । सारा समुदाय उसे पत्थर से मार डाले-लेवी ग्रंथ २४/१६  
 
* जो व्यक्ति प्रभू के नाम को कोसता है, वह मार डाला जाये । सारा समुदाय उसे पत्थर से मार डाले-लेवी ग्रंथ २४/१६  
 
* छ : दिन तक काम किया जाये और सातवें दिन तुम विश्राम दिवस मनाओ । वह प्रभू का पवित्र दिन होगा । जो उस दिन काम करेगा उसे प्राणदंड दिया जायेगा - निर्गमन ग्रंथ ३५/२  
 
* छ : दिन तक काम किया जाये और सातवें दिन तुम विश्राम दिवस मनाओ । वह प्रभू का पवित्र दिन होगा । जो उस दिन काम करेगा उसे प्राणदंड दिया जायेगा - निर्गमन ग्रंथ ३५/२  
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* आप की धर्मसभाओं में भी स्त्रियाँ मौन रहें। उन्हें बोलने की अनुमति नहीं है। वे अपनी अधीनता स्वीकार करें जैसा कि संहिता कहती है कुरिन्थियों के नाम पहला पत्र १४/३४
 
* आप की धर्मसभाओं में भी स्त्रियाँ मौन रहें। उन्हें बोलने की अनुमति नहीं है। वे अपनी अधीनता स्वीकार करें जैसा कि संहिता कहती है कुरिन्थियों के नाम पहला पत्र १४/३४
 
- यदि वे किसी बात की जानकारी प्राप्त करना चाहती है तो वे घर में अपने पतियों से पूछे । धर्मसभामें बोलना स्त्री के लिये लज्जा की बात है - कुरिन्थियों के नाम पहला पत्र १४३५  
 
- यदि वे किसी बात की जानकारी प्राप्त करना चाहती है तो वे घर में अपने पतियों से पूछे । धर्मसभामें बोलना स्त्री के लिये लज्जा की बात है - कुरिन्थियों के नाम पहला पत्र १४३५  
* यदि उसने अपराध किया और अपने पति के साथ विश्वासघात किया, तो वह शाप लानेवाला जल, जो याजक उसे पिलाता है, उस में असह्य पीडा उत्पन्न करेगा । स्त्री का पेट फूल जायेगा, उसकी जा घुल जायेंगी और उसका नाम उसके लोगों में अभिशाप्त हो जायेगा -गणना ग्रंथ ५/२७  
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* यदि उसने अपराध किया और अपने पति के साथ विश्वासघात किया, तो वह शाप लानेवाला जल, जो याजक उसे पिलाता है, उस में असह्य पीडा उत्पन्न करेगा । स्त्री का पेट फूल जायेगा, उसकी जा घुल जायेंगी और उसका नाम उसके लोगोंं में अभिशाप्त हो जायेगा -गणना ग्रंथ ५/२७  
 
* यदि प्रभु, तुम्हारा ईश्वर उसे तुम्हारे हवाले करे तो उसका प्रत्येक पुरूष तलवार के घाट उतार दिया जाये - स्त्रियाँ, बच्चे, पू और जो कुछ उस नगर में है - वह सब तुम अपने अधिकार में कर लो और अपने शत्रुओं से लूटे हुए माल का उपभोग करो - विधि विवरण ग्रंथ २०/ १३, १४  
 
* यदि प्रभु, तुम्हारा ईश्वर उसे तुम्हारे हवाले करे तो उसका प्रत्येक पुरूष तलवार के घाट उतार दिया जाये - स्त्रियाँ, बच्चे, पू और जो कुछ उस नगर में है - वह सब तुम अपने अधिकार में कर लो और अपने शत्रुओं से लूटे हुए माल का उपभोग करो - विधि विवरण ग्रंथ २०/ १३, १४  
 
* इसलिये सब लड़कों को मार डालो और उन स्त्रीयों को भी जिनका पुरूष के साथ प्रसंग हवा है, किंतु तुम उन सब कन्याओं को जिनका पुरूषों से प्रसंग नहीं हुवा है अपने लिये जीवित रखो - गणना ग्रंथ ३१/१७,१८  
 
* इसलिये सब लड़कों को मार डालो और उन स्त्रीयों को भी जिनका पुरूष के साथ प्रसंग हवा है, किंतु तुम उन सब कन्याओं को जिनका पुरूषों से प्रसंग नहीं हुवा है अपने लिये जीवित रखो - गणना ग्रंथ ३१/१७,१८  
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* जब कोई आदमी अपनी लडकी को दासी के रूप में बेचे, तो वह दासों की तरह नही छोडी जायेगी  
 
* जब कोई आदमी अपनी लडकी को दासी के रूप में बेचे, तो वह दासों की तरह नही छोडी जायेगी  
 
- - यदि वह अपने स्वामी को पसन्द न आये, जिसने उसे खरीदा है, तो वह उसे बेच सकता है। उसे किसी विदाशी व्यक्ति को न बेचा जाये, क्यों कि यह उसके साथ विश्वासघात होगा - निर्गमन ग्रंथ २१/७,८  
 
- - यदि वह अपने स्वामी को पसन्द न आये, जिसने उसे खरीदा है, तो वह उसे बेच सकता है। उसे किसी विदाशी व्यक्ति को न बेचा जाये, क्यों कि यह उसके साथ विश्वासघात होगा - निर्गमन ग्रंथ २१/७,८  
* न्यायाधिकरण (इन्क्विझिशन) का काम था घोर अत्याचार करना । - - उसने लाखों भाग्यहीन स्त्रियों को जादूगरनिया कहकर आग में झोंक दिया और धर्म के नामपर अनेक प्रकार के लोगों पर कई तरह के अत्याचार किए - बांड रसेल' व्हाय आय ऍम नॉट ए क्रिचियन एड अदर एसेज ऑन रिलीजन' पृष्ठ २४, ७वा संस्करण
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* न्यायाधिकरण (इन्क्विझिशन) का काम था घोर अत्याचार करना । - - उसने लाखों भाग्यहीन स्त्रियों को जादूगरनिया कहकर आग में झोंक दिया और धर्म के नामपर अनेक प्रकार के लोगोंं पर कई तरह के अत्याचार किए - बांड रसेल' व्हाय आय ऍम नॉट ए क्रिचियन एड अदर एसेज ऑन रिलीजन' पृष्ठ २४, ७वा संस्करण
    
==== ७. विश्वकल्याण ====
 
==== ७. विश्वकल्याण ====

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