Changes

Jump to navigation Jump to search
m
Text replacement - "मदद" to "सहायता"
Line 568: Line 568:  
बंटीने कहा, मैं राम को ऐसा फटकारूँगा कि वह आगे से कभी हमारे सामने आने की हिम्मत ही नहीं करेगा। विद्यालय से ही अपना नाम कटवा लेगा।
 
बंटीने कहा, मैं राम को ऐसा फटकारूँगा कि वह आगे से कभी हमारे सामने आने की हिम्मत ही नहीं करेगा। विद्यालय से ही अपना नाम कटवा लेगा।
   −
गणपतने कहा बंटी, मैं भी तुम्हारी मदद में खड़ा रहँगा। बंटीने कहा, मैं तुम सबकी तुलना में अधिक शक्तिशाली हूँ। मैं अकेला ही राम के लिए भारी पडूंगा।
+
गणपतने कहा बंटी, मैं भी तुम्हारी सहायता में खड़ा रहँगा। बंटीने कहा, मैं तुम सबकी तुलना में अधिक शक्तिशाली हूँ। मैं अकेला ही राम के लिए भारी पडूंगा।
    
राम के पास में आते ही बंटीने उसे धक्का मार कर जमीन पर गिरा दिया । राम एक भी शब्द बोले बिना उठा और अपने रास्ते जाने लगा।
 
राम के पास में आते ही बंटीने उसे धक्का मार कर जमीन पर गिरा दिया । राम एक भी शब्द बोले बिना उठा और अपने रास्ते जाने लगा।
Line 614: Line 614:  
मीरा बोलने से घबराती थीं, अतः उसने बहिनजी को मना कर दिया। घर आकर वह रोने लगीं। माँ ने उसे गोद में बिठाकर पूछा तो सारी बात ध्यान में आ गाई ।
 
मीरा बोलने से घबराती थीं, अतः उसने बहिनजी को मना कर दिया। घर आकर वह रोने लगीं। माँ ने उसे गोद में बिठाकर पूछा तो सारी बात ध्यान में आ गाई ।
   −
माँ ने कहा, अरे ! तू रो किसलिए रही है ? इतना अच्छा अवसर तुझे मिला है, घबरा मत । मेहनत कर, मैं तेरी मदद करूँगी। प्रयत्न करने से सबकुछ आता है। बहुत अच्छी तरह याद कर । आये हुए अवसर को कभी जाने नहीं देना चाहिए।
+
माँ ने कहा, अरे ! तू रो किसलिए रही है ? इतना अच्छा अवसर तुझे मिला है, घबरा मत । मेहनत कर, मैं तेरी सहायता करूँगी। प्रयत्न करने से सबकुछ आता है। बहुत अच्छी तरह याद कर । आये हुए अवसर को कभी जाने नहीं देना चाहिए।
    
ऐसे रोया मत कर, तुझे बड़ा होना है न ! तब फिर बिल्कुल घबरा मत और भाषण की तैयारी कर ।
 
ऐसे रोया मत कर, तुझे बड़ा होना है न ! तब फिर बिल्कुल घबरा मत और भाषण की तैयारी कर ।

Navigation menu