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एक दिन भाड़े भाई ने छोटे भाई से कहा की ,"अब मै अपनी पत्नी के आलीशान घर में जा रहा हूँ ,तुम मुझसे मदत मांगने मत आना | यह सुन कर छोटा भाई चिंतित हो गया की अब हम अपना घर किस चलाएगे | तो उसकी पत्नी कहा की ,"चिंता मत करे हम अपने घर के पास खेती करंगे और अपना घर चलाएगे |" तो उसके पति ने कहा की ,"यह उक्ति ठीक है |"उन बोनो ने मिल कर खेती की और अपना घर खेती पर चलने लगा |  
 
एक दिन भाड़े भाई ने छोटे भाई से कहा की ,"अब मै अपनी पत्नी के आलीशान घर में जा रहा हूँ ,तुम मुझसे मदत मांगने मत आना | यह सुन कर छोटा भाई चिंतित हो गया की अब हम अपना घर किस चलाएगे | तो उसकी पत्नी कहा की ,"चिंता मत करे हम अपने घर के पास खेती करंगे और अपना घर चलाएगे |" तो उसके पति ने कहा की ,"यह उक्ति ठीक है |"उन बोनो ने मिल कर खेती की और अपना घर खेती पर चलने लगा |  
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एक डी उन दोनों के घर पे एक छोटी पक्षी आई ,वह पक्षी बहुत सुंदर थी | उस पक्षी के पैर पर चोट लगी थी | ओ छोटी भाई की पत्नी ने कहा की मै इस पक्षी को दवाई लगाती हूँ |
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एक डी उन दोनों के घर पे एक छोटी पक्षी आई ,वह पक्षी बहुत सुंदर थी | उस पक्षी के पैर पर चोट लगी थी | ओ छोटी भाई की पत्नी ने कहा की मै इस पक्षी को दवाई लगाती हूँ | छोटे भाई की पत्नी ने पक्षी के ऊपर दवाई लगाई | कुछ छण बाद वह पक्षी ठीक होने के बाद उड़ गया |
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थोड़ी देर बाद वह पक्षी वापस आया और छोटे भाई के घर पे एक छोटे से बर्तन में कुछ बिज रख कर उड़ गई | जब छोटे भाई ने बिज देखा तो मालूम पड़ा की वह बिज कदू का था | दोनों ने तय किया की हम आज यह कद्दू बो ये गे | दोनों ने बिज बो दिए |
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अगले दिन उन दोनों ने देखा तो आश्चर्य चकित हो गए की ,"कद्दू उग कर पाक गए है |" छोटे भाई ने
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