Difference between revisions of "लालच का फल"

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बहुत पुरानी बात है एक गाँव में दो भाई एक साथ रहते थे | बड़ा भाई बहुत चालक था परन्तु छोटा भाई बहुत ही सीधा था | एक दिन दोनों भाइयो की शादी  हो  गई | बड़े भाई ने एक धनी खानदान की स्त्री से शादी  की और छोटे भाई ने एक गरीब स्त्री से शादी की |  
 
बहुत पुरानी बात है एक गाँव में दो भाई एक साथ रहते थे | बड़ा भाई बहुत चालक था परन्तु छोटा भाई बहुत ही सीधा था | एक दिन दोनों भाइयो की शादी  हो  गई | बड़े भाई ने एक धनी खानदान की स्त्री से शादी  की और छोटे भाई ने एक गरीब स्त्री से शादी की |  
  
एक दिन भाड़े भाई ने छोटे भाई से कहा की ,"अब मै अपनी पत्नी के आलीशान घर में जा रहा हूँ ,तुम मुझसे मदत मांगने मत आना | यह सुन कर छोटा भाई चिंतित हो गया की अब हम अपना घर किस चलाएगे | तो उसकी पत्नी कहा की ,"चिंता मत करे हम अपने घर के पास खेती करंगे और अपना घर चलाएगे |" तो उसके पति ने कहा की ,"यह उक्ति ठीक है |"उन बोनो ने मिल कर खेती की और अपना घर खेती पर चलने लगा |  
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एक दिन बड़े  भाई ने छोटे भाई से कहा कि ,"अब मै अपनी पत्नी के आलीशान घर में जा रहा हूँ ,तुम मुझसे मदत मांगने मत आना | यह सुन कर छोटा भाई चिंतित हो गया की अब हम अपना घर कैसे  चलाएगे | तो उसकी पत्नी कहा की ,"चिंता मत करे हम अपने घर के पास खेती करंगे और अपना घर चलाएगे |" तो उसके पति ने कहा की ,"यह योजना है |"उन दोनो ने मिल कर खेती करना आरंभ किया और अपने घर का खर्च खेती से चलाने लगे  |  
  
एक डी उन दोनों के घर पे एक छोटी पक्षी आई ,वह पक्षी बहुत सुंदर थी | उस पक्षी के पैर पर चोट लगी थी | छोटी भाई की पत्नी ने कहा की मै इस पक्षी को दवाई लगाती हूँ | छोटे भाई की पत्नी ने पक्षी के ऊपर दवाई लगाई | कुछ छण बाद वह पक्षी ठीक होने के बाद उड़ गया |  
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एक दिन  उन दोनों के घर पे एक छोटी पक्षी आई ,वह पक्षी बहुत सुंदर थी | उस पक्षी के पैर पर चोट लगी थी | तो छोटी भाई की पत्नी ने कहा की मै इस पक्षी को दवाई लगाती हूँ | छोटे भाई की पत्नी ने पक्षी के ऊपर दवाई लगाई | कुछ छण बाद वह पक्षी ठीक होने के बाद उड़ गया |  
  
थोड़ी देर बाद वह पक्षी वापस आया और छोटे भाई के घर पे एक छोटे से बर्तन में कुछ बिज रख कर उड़ गई | जब छोटे भाई ने बिज देखा तो मालूम पड़ा की वह बिज कदू का था | दोनों ने तय किया की हम आज यह कद्दू बो ये गे | दोनों ने बिज बो दिए |
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थोड़ी देर बाद वह पक्षी वापस आया और छोटे भाई के घर पे एक छोटे से बर्तन में कुछ बीज रख कर उड़ गई | जब छोटे भाई ने बीज देखा तो मालूम पड़ा की वह बिज कदू का था | दोनों ने तय किया की हम आज यह कद्दू बो ये गे | दोनों ने बिज बो दिए |
  
अगले दिन उन दोनों ने देखा तो आश्चर्य चकित हो गए की ,"कद्दू उग कर पाक गए है |" छोटे भाई ने ने अपनी पत्नी से कहा कि अब हम ईस कद्दू को आज  पका कर खाएं गए | जैसे ही  उन दोनों ने एक कद्दू को कटे वैसे ही उस कद्दू में से धन निकने लगा | उन दोने ने ने बाकी के कद को काटा तो उसमें से भी धन निकलने लगा |
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अगले दिन उन दोनों ने देखा तो आश्चर्य चकित हो गए की ,"कद्दू उग कर पाक गए है |" छोटे भाई ने ने अपनी पत्नी से कहा कि अब हम ईस कद्दू को आज  पका कर खायेंगे | जैसे ही  उन दोनों ने एक कद्दू को कटे वैसे ही उस कद्दू में से धन निकने लगा | उन दोने ने ने बाकी के कद को काटा तो उसमें से भी धन निकलने लगा |
  
कुछ दिन बाद छोटे भाई धनी बनने लगा | यह खबर उसके बड़े भाई के पास पउछि |
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कुछ दिन बाद छोटा भाई धनी बनने लगा | यह खबर उसके बड़े भाई के पास पहुंची | बड़े भाई ने अपने नौकर से पूछा की ,"मेरा छोटा भाई दिन प्रतिदिन इतना धनी कैसे बन रहा है ?नौकर ने उसे पूरी कहानी बताई |
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तो बड़े भाई की पत्नी ने नौकर से कहा की ,"तुम जाओ और उस पक्षी का पैर तोड़कर मेरे पास उस पक्षी को लेकर आओ | "बड़े भाई के पत्नी की बात मान कर नौकर उस पक्षी का पैर तोड़कर पक्षी को ले आया |

Revision as of 13:30, 20 September 2020

बहुत पुरानी बात है एक गाँव में दो भाई एक साथ रहते थे | बड़ा भाई बहुत चालक था परन्तु छोटा भाई बहुत ही सीधा था | एक दिन दोनों भाइयो की शादी हो गई | बड़े भाई ने एक धनी खानदान की स्त्री से शादी की और छोटे भाई ने एक गरीब स्त्री से शादी की |

एक दिन बड़े भाई ने छोटे भाई से कहा कि ,"अब मै अपनी पत्नी के आलीशान घर में जा रहा हूँ ,तुम मुझसे मदत मांगने मत आना | यह सुन कर छोटा भाई चिंतित हो गया की अब हम अपना घर कैसे चलाएगे | तो उसकी पत्नी कहा की ,"चिंता मत करे हम अपने घर के पास खेती करंगे और अपना घर चलाएगे |" तो उसके पति ने कहा की ,"यह योजना है |"उन दोनो ने मिल कर खेती करना आरंभ किया और अपने घर का खर्च खेती से चलाने लगे |

एक दिन उन दोनों के घर पे एक छोटी पक्षी आई ,वह पक्षी बहुत सुंदर थी | उस पक्षी के पैर पर चोट लगी थी | तो छोटी भाई की पत्नी ने कहा की मै इस पक्षी को दवाई लगाती हूँ | छोटे भाई की पत्नी ने पक्षी के ऊपर दवाई लगाई | कुछ छण बाद वह पक्षी ठीक होने के बाद उड़ गया |

थोड़ी देर बाद वह पक्षी वापस आया और छोटे भाई के घर पे एक छोटे से बर्तन में कुछ बीज रख कर उड़ गई | जब छोटे भाई ने बीज देखा तो मालूम पड़ा की वह बिज कदू का था | दोनों ने तय किया की हम आज यह कद्दू बो ये गे | दोनों ने बिज बो दिए |

अगले दिन उन दोनों ने देखा तो आश्चर्य चकित हो गए की ,"कद्दू उग कर पाक गए है |" छोटे भाई ने ने अपनी पत्नी से कहा कि अब हम ईस कद्दू को आज पका कर खायेंगे | जैसे ही उन दोनों ने एक कद्दू को कटे वैसे ही उस कद्दू में से धन निकने लगा | उन दोने ने ने बाकी के कद को काटा तो उसमें से भी धन निकलने लगा |

कुछ दिन बाद छोटा भाई धनी बनने लगा | यह खबर उसके बड़े भाई के पास पहुंची | बड़े भाई ने अपने नौकर से पूछा की ,"मेरा छोटा भाई दिन प्रतिदिन इतना धनी कैसे बन रहा है ?नौकर ने उसे पूरी कहानी बताई |

तो बड़े भाई की पत्नी ने नौकर से कहा की ,"तुम जाओ और उस पक्षी का पैर तोड़कर मेरे पास उस पक्षी को लेकर आओ | "बड़े भाई के पत्नी की बात मान कर नौकर उस पक्षी का पैर तोड़कर पक्षी को ले आया |