Changes

Jump to navigation Jump to search
m
Text replacement - "भारतीय" to "धार्मिक"
Line 94: Line 94:     
=== [[संकटों का मूल]] ===
 
=== [[संकटों का मूल]] ===
जीवनदृष्टि, भारतीय शिक्षा - वैश्विक संकटों का स्वरूप, भौतिकवाद
+
जीवनदृष्टि, धार्मिक शिक्षा - वैश्विक संकटों का स्वरूप, भौतिकवाद
    
=== [[संकेन्द्री दृष्टि]] ===
 
=== [[संकेन्द्री दृष्टि]] ===
Line 108: Line 108:     
=== [[वैश्विक समस्याओं का स्त्रोत]] ===
 
=== [[वैश्विक समस्याओं का स्त्रोत]] ===
आधुनिकता की. समीक्षा आवश्यक, राजनीति में विश्वसनीयता का संकट, आधुनिक सभ्यता का संकट, बुद्धि की विकृति का संकट, संविधान में पाश्चात्य उदारवादी जीवनदृष्टि, नैतिकता का अभाव, समग्र दृष्टि का अभाव, धर्मनिरपेक्ष शब्द हमारा नहीं, व्यवसायीकरण से धर्मबुद्धि का क्षय, सामंजस्य समान धर्मियों में, विधर्मियों में नहीं, भारतीय परम्परा का आधुनिकीकरण, नैतिक प्रश्नों का समाधान तकनीकसे नहीं, भारत को विशेषज्ञ नहीं तत्त्वदर्शी चाहिए
+
आधुनिकता की. समीक्षा आवश्यक, राजनीति में विश्वसनीयता का संकट, आधुनिक सभ्यता का संकट, बुद्धि की विकृति का संकट, संविधान में पाश्चात्य उदारवादी जीवनदृष्टि, नैतिकता का अभाव, समग्र दृष्टि का अभाव, धर्मनिरपेक्ष शब्द हमारा नहीं, व्यवसायीकरण से धर्मबुद्धि का क्षय, सामंजस्य समान धर्मियों में, विधर्मियों में नहीं, धार्मिक परम्परा का आधुनिकीकरण, नैतिक प्रश्नों का समाधान तकनीकसे नहीं, भारत को विशेषज्ञ नहीं तत्त्वदर्शी चाहिए
    
=== [[यूरोपीय आधिपत्य के पाँच सौ वर्ष]] ===
 
=== [[यूरोपीय आधिपत्य के पाँच सौ वर्ष]] ===
सन्‌ १४९२ से यूरोप तथा विश्व के अन्य देशों की स्थिति, यूरोप के द्वारा विश्व के अन्य देशों की खोज, यूरोप खण्ड का साम्राज्य विस्तार, एशिया में यूरोप का बढ़ता हुआ वर्चस्व, भारतीय समाज एवं राज्य व्यवस्था में प्रवेश, १८८० बस्तियों में वितरित भूमि, (*कणी' में), मवेशियों की संख्या (१५४४ बस्तियों में), व्यवसाय (१५४४ बस्तियों में), कलाम, भारतीय समाज का जबरदस्ती से होनेवाला क्षरण
+
सन्‌ १४९२ से यूरोप तथा विश्व के अन्य देशों की स्थिति, यूरोप के द्वारा विश्व के अन्य देशों की खोज, यूरोप खण्ड का साम्राज्य विस्तार, एशिया में यूरोप का बढ़ता हुआ वर्चस्व, धार्मिक समाज एवं राज्य व्यवस्था में प्रवेश, १८८० बस्तियों में वितरित भूमि, (*कणी' में), मवेशियों की संख्या (१५४४ बस्तियों में), व्यवसाय (१५४४ बस्तियों में), कलाम, धार्मिक समाज का जबरदस्ती से होनेवाला क्षरण
    
=== [['जिहादी आतंकवाद - वैश्विक संकट]] ===
 
=== [['जिहादी आतंकवाद - वैश्विक संकट]] ===
Line 140: Line 140:  
# परम्परा गौरव
 
# परम्परा गौरव
 
# कानून नहीं धर्म
 
# कानून नहीं धर्म
# पर्यावरण संकल्पना को भारतीय बनाना
+
# पर्यावरण संकल्पना को धार्मिक बनाना
 
# अहिंसा का अर्थ
 
# अहिंसा का अर्थ
 
# एकरूपता नहीं एकात्मता
 
# एकरूपता नहीं एकात्मता
Line 166: Line 166:  
=== [[अध्याय ३९ -आशा कहाँ है|अध्याय ३९ - आशा कहाँ है...]] ===
 
=== [[अध्याय ३९ -आशा कहाँ है|अध्याय ३९ - आशा कहाँ है...]] ===
   −
== [[पर्व ५ : भारतीय शिक्षा की भूमिका|पर्व ५ : भारतीय शिक्षा की भूमिका]] ==
+
== [[पर्व ५ : धार्मिक शिक्षा की भूमिका|पर्व ५ : धार्मिक शिक्षा की भूमिका]] ==
   −
=== [[भारतीय शिक्षा का स्वरुप]] ===
+
=== [[धार्मिक शिक्षा का स्वरुप]] ===
भारत में भारतीय शिक्षा की प्रतिष्ठा, शिक्षा का व्यवस्थात्मक पक्ष, अर्थनिरपेक्ष शिक्षा
+
भारत में धार्मिक शिक्षा की प्रतिष्ठा, शिक्षा का व्यवस्थात्मक पक्ष, अर्थनिरपेक्ष शिक्षा
    
=== [[भारत विश्व को शिक्षा के विषय में क्या कहे]] ===
 
=== [[भारत विश्व को शिक्षा के विषय में क्या कहे]] ===
Line 216: Line 216:  
१०. मनुस्मृति और स्त्री, अन्य सुभाषित,  
 
१०. मनुस्मृति और स्त्री, अन्य सुभाषित,  
   −
११. भारतीय और यूरोअमेरिकी जीवनदृष्टि के अन्तर के दस सूत्र, भारतीय, यूरो अमेरिकी,  
+
११. धार्मिक और यूरोअमेरिकी जीवनदृष्टि के अन्तर के दस सूत्र, धार्मिक, यूरो अमेरिकी,  
   −
१२. दो दृष्टियों का अन्तर, युरोपीय दृष्टि, भारतीय दृष्टि
+
१२. दो दृष्टियों का अन्तर, युरोपीय दृष्टि, धार्मिक दृष्टि
    
=== [[समग्र शिक्षा योजना]] ===
 
=== [[समग्र शिक्षा योजना]] ===
Line 238: Line 238:     
==References==
 
==References==
<references />भारतीय शिक्षा : वैश्विक संकटों का निवारण भारतीय शिक्षा (भारतीय शिक्षा ग्रन्थमाला ५), प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे
+
<references />धार्मिक शिक्षा : वैश्विक संकटों का निवारण धार्मिक शिक्षा (धार्मिक शिक्षा ग्रन्थमाला ५), प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे
[[Category:भारतीय शिक्षा : वैश्विक संकटों का निवारण भारतीय शिक्षा]]
+
[[Category:धार्मिक शिक्षा : वैश्विक संकटों का निवारण धार्मिक शिक्षा]]
 
[[Category:Education Series]]
 
[[Category:Education Series]]
[[Category:Bhartiya Shiksha Granthmala(भारतीय शिक्षा ग्रन्थमाला)]]
+
[[Category:Bhartiya Shiksha Granthmala(धार्मिक शिक्षा ग्रन्थमाला)]]

Navigation menu