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→‎समाज को सुदृढ़ बनायें: लेख सम्पादित किया
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यह जानकारी यहाँ देनी ही क्यों चाहिये ? इसलिये कि इस जानकारी का उपयोग विश्वभर में होता है । विश्वविद्यालयों के शोध कार्यों में इनके सन्दर्भ दिये जाते हैं । इन मानकों के आधार पर देशों का मूल्यांकन होता है । जो अन्तर्जाल की दुनिया में सहज संचार करते हैं वे इस बात से परिचित है ।
 
यह जानकारी यहाँ देनी ही क्यों चाहिये ? इसलिये कि इस जानकारी का उपयोग विश्वभर में होता है । विश्वविद्यालयों के शोध कार्यों में इनके सन्दर्भ दिये जाते हैं । इन मानकों के आधार पर देशों का मूल्यांकन होता है । जो अन्तर्जाल की दुनिया में सहज संचार करते हैं वे इस बात से परिचित है ।
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यदि इस प्रकार से और इस स्वरूप में विश्व स्थिति का आकलन करना शुरू करेंगे तो वह कितना यान्त्रिक और अमानवीय होगा यह हम समझलें तो यह भी ध्यान में आयेगा । जानकारी से पूर्व इस पद्धति को ही नकारने की आवश्यकता है । इस आवश्यकता की अनुभूति हो उसी हेतु से उस जानकारी को यहाँ प्रस्तुत किया गया है ।  
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यदि इस प्रकार से और इस स्वरूप में विश्व स्थिति का आकलन करना आरम्भ करेंगे तो वह कितना यान्त्रिक और अमानवीय होगा यह हम समझलें तो यह भी ध्यान में आयेगा । जानकारी से पूर्व इस पद्धति को ही नकारने की आवश्यकता है । इस आवश्यकता की अनुभूति हो उसी हेतु से उस जानकारी को यहाँ प्रस्तुत किया गया है ।  
 
=== [[महाद्वीपश: देशों की सूची]] ===
 
=== [[महाद्वीपश: देशों की सूची]] ===
 
अफ्रीका, एशिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, ओशिनिया
 
अफ्रीका, एशिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, ओशिनिया
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भारत के सात दशक: एक केस-स्टडी,  
 
भारत के सात दशक: एक केस-स्टडी,  
# काल-खंड १, १९४७-६७ (लगभग २० वर्ष) : मेहनतकश ईमानदार नागरिक, मगर रोजी-रोटी की जद्दोजहद,  
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# काल-खंड १, १९४७-६७ (लगभग २० वर्ष) : मेहनतकश निष्कपट नागरिक, मगर रोजी-रोटी की जद्दोजहद,  
 
# कालखण्ड -२ (१९६७ से लगभग १९८० तक),  
 
# कालखण्ड -२ (१९६७ से लगभग १९८० तक),  
 
# कालखण्ड - 3 (१९८० से लगभग १९९० तक),  
 
# कालखण्ड - 3 (१९८० से लगभग १९९० तक),  
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# सामाजिक करार सिद्धान्त को नकार
 
# सामाजिक करार सिद्धान्त को नकार
 
# लोकतन्त्र पर पुनर्विचार
 
# लोकतन्त्र पर पुनर्विचार
# कुट्म्ब व्यवस्था का सुदूढ़ीकरण
+
# कुटुम्ब व्यवस्था का सुदूढ़ीकरण
 
# स्वायत्त समाज की रचना
 
# स्वायत्त समाज की रचना
# स्थिर समाज बनाना, आश्रम व्यवस्था
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# स्थिर समाज बनाना, [[Ashram System (आश्रम व्यवस्था)|आश्रम व्यवस्था]]
 
# व्यक्तिगत जीवन को व्यवस्थित करना
 
# व्यक्तिगत जीवन को व्यवस्थित करना
 
# राष्ट्रीय विवेकशक्ति का विकास
 
# राष्ट्रीय विवेकशक्ति का विकास

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