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समय पूर्ण होने के बाद जब महाराज सभा मे बैठे थे तब महाराज के चाटूकारो ने तेनालीरामा से पूछे गए प्रश्न का स्मरण करवाया । महाराज ने तेनालीरामा से पूछा मैंने जो आप से प्रश्न  पूछा था उसका  उत्तर देने के लिए तैयार हो । तेनालीरामा ने कहा जी महाराज मेरे पास  उन प्रश्नों का उत्तर  तैयार है ।हमारे राज्य मे कुल दो लाख चौवालीस हजार तीन  सौ चौतीस कौए है ।सभी दरवारी एवं महाराज तेनालीरामा को एक टक देखने लगे ।महाराज ने तेनालीरामा  से कहा मै अपने मंत्रीगण  से परिक्षण करवाऊंगा अगर उत्तर  गलत रहा  तो इसका परिणाम आप को भुगतना पड़ेगा।
 
समय पूर्ण होने के बाद जब महाराज सभा मे बैठे थे तब महाराज के चाटूकारो ने तेनालीरामा से पूछे गए प्रश्न का स्मरण करवाया । महाराज ने तेनालीरामा से पूछा मैंने जो आप से प्रश्न  पूछा था उसका  उत्तर देने के लिए तैयार हो । तेनालीरामा ने कहा जी महाराज मेरे पास  उन प्रश्नों का उत्तर  तैयार है ।हमारे राज्य मे कुल दो लाख चौवालीस हजार तीन  सौ चौतीस कौए है ।सभी दरवारी एवं महाराज तेनालीरामा को एक टक देखने लगे ।महाराज ने तेनालीरामा  से कहा मै अपने मंत्रीगण  से परिक्षण करवाऊंगा अगर उत्तर  गलत रहा  तो इसका परिणाम आप को भुगतना पड़ेगा।
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तेनालीरामा ने कहा महाराज मैंने पूरा  निरिक्षण करके  ही  उत्तर दिया ।अगर कौओ की  संख्या में  कुछ कमी  होगी तो कुछ कौए अपने रिश्तेदारों के  घर गये होंगे ।यदि संख्या अधिक होगी तो कुछ कौए अपने रिश्तेदारों से मिलने विजयनगर आये होंगे ।।तेनालीराम की हास्य पद बाते सुनकर हसने लगे  और महाराज कृष्णदेवराय ने तेनालीरामा की बुद्धि कौसलता की प्रशंसा की ।
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तेनालीरामा ने कहा महाराज मैंने पूरा  निरीक्षण करके  ही  उत्तर दिया ।अगर कौओ की  संख्या में  कुछ कमी  होगी तो कुछ कौए अपने रिश्तेदारों के  घर गये होंगे ।यदि संख्या अधिक होगी तो कुछ कौए अपने रिश्तेदारों से मिलने विजयनगर आये होंगे ।।तेनालीराम की हास्य पद बाते सुनकर हसने लगे  और महाराज कृष्णदेवराय ने तेनालीरामा की बुद्धि कौसलता की प्रशंसा की ।
    
[[Category:बाल कथाए एवं प्रेरक प्रसंग]]
 
[[Category:बाल कथाए एवं प्रेरक प्रसंग]]

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