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ईश्वर ने हमें जिस रूप, रंग  और आकार में बनाया है, हमें उसी से  संतुष्ट रहना चाहिए और अपने कर्मो पर ध्यान देना चाहिए। कर्म करने से ही महानता का द्वार खुलता  है।
 
ईश्वर ने हमें जिस रूप, रंग  और आकार में बनाया है, हमें उसी से  संतुष्ट रहना चाहिए और अपने कर्मो पर ध्यान देना चाहिए। कर्म करने से ही महानता का द्वार खुलता  है।
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[[Category:बाल कथाए एवं प्रेरक प्रसंग]]

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