Kashi (काशी)
Jump to navigation
Jump to search
काशी ही समस्त भू मण्डल में देवयजन एवं मोक्ष के हेतु विशिष्ट स्थान है।
समस्त देवगन इस काशी की परिक्रमा करते रहते है जिसे पंचक्रोशी परिक्रमा कहते है ।
यल्लिङ्गदृष्टवन्तौ हि नारायण पितामहौ । तदेव लोके वेदे च काशिति परिगीयते ॥(पद्मपुराण)
जिस तेजोमय लिङ्ग को नारायण और ब्रह्मा ने देखा था, उसी लिङ्ग को लोक और वेद मे काशी नाम से निर्देश किया गया है.।