Changes

Jump to navigation Jump to search
m
no edit summary
Line 5: Line 5:     
== परिभाषा ==
 
== परिभाषा ==
बृहज्जातक में आया है कि कुछ लोगों के मत से होरा, अहोरात्र शब्द के पहले एवं अंतिम अक्षरों को निकाल देने से बना है। होराशास्त्र पूर्वजन्मों में किए गए अच्छे या बुरे फलों को भली-भाँति व्यक्त करता है।<blockquote>होरेत्यहोरात्रविकल्पमेके वाञ्छन्ति पूर्वापरवर्णलोपात्।</blockquote>होरा शब्द की व्युत्पत्ति अहोरात्र शब्द से अ और त्र हटाने के बाद होरा शब्द बनता है। बृहज्जातक में वराहमिहिर ने दो बातों पर विशेष बल दिया है-
+
बृहज्जातक में आया है कि कुछ लोगों के मत से होरा, अहोरात्र शब्द के पहले एवं अंतिम अक्षरों को निकाल देने से बना है। होराशास्त्र पूर्वजन्मों में किए गए अच्छे या बुरे फलों को भली-भाँति व्यक्त करता है।<blockquote>होरेत्यहोरात्रविकल्पमेके वाञ्छन्ति पूर्वापरवर्णलोपात्।</blockquote>होरा शब्द की व्युत्पत्ति अहोरात्र शब्द से अ और त्र हटाने के बाद होरा शब्द बनता है। बृहज्जातक में वराहमिहिर ने दो बातों पर विशेष बल दिया है-<ref>डॉ० श्रीअशोकजी थपलियाल,होरास्कन्धविमर्श, ज्योतिषतत्त्वांक, गोरखपुरः गीताप्रेस, (पृ० २२०)।</ref>
    
# होराशास्त्र कर्म एवं पुनर्जन्म के सिद्धान्तों से सम्बन्धित है।
 
# होराशास्त्र कर्म एवं पुनर्जन्म के सिद्धान्तों से सम्बन्धित है।
Line 16: Line 16:     
== होरा स्कन्ध का वर्ण्य विषय ==
 
== होरा स्कन्ध का वर्ण्य विषय ==
 +
 +
== उद्धरण ==
924

edits

Navigation menu