राजा कृष्णदेव राय ने महल की खिड़की से देखा कि राजगुरु के कंधे पर कोई व्यक्ति बैठा हुआ है। सैनिक को बुलाकर क्रोध से कहा कि सामने जो व्यक्ति कंधे पर बैठकर आ रहा हैं उसे पकड़ कर दंडित करो । राजगुरु को सम्मान सहित राजमहल में ले कर आओ । तेनालीरामा ने जब महाराज को क्रोध में अपने सैनिक को बोलते हुए देखा तो वे समझ गये कि महाराज उन्हें दंडित करेंगे । | राजा कृष्णदेव राय ने महल की खिड़की से देखा कि राजगुरु के कंधे पर कोई व्यक्ति बैठा हुआ है। सैनिक को बुलाकर क्रोध से कहा कि सामने जो व्यक्ति कंधे पर बैठकर आ रहा हैं उसे पकड़ कर दंडित करो । राजगुरु को सम्मान सहित राजमहल में ले कर आओ । तेनालीरामा ने जब महाराज को क्रोध में अपने सैनिक को बोलते हुए देखा तो वे समझ गये कि महाराज उन्हें दंडित करेंगे । |