जादूगर ने अपने हाथ में एक कबूतर लिया और उसकी ओर इशारा करते हुए कहाँ, सभी दरबारी इस कबूतर के ऊपर धयान दीजिये बात में मत कहिये गा यह कैसे हो गया |जादूगर ने आपनी कमीज की जेब से एक लाल रंग की रुमाल निकालर उस कबूतर को धक् देता है | जैसे ही जादूगर रुमाल हटता है वैसे सभी दरबारी आश्चर्यचकित रह जाते है तभी सभी लोग सोचते है ये कैसे हो गया |जादूगर जोर -जोर से हसने लगा और दरबारियों का मजाक उड़ाते हुए कहने लगा विजय नगर के सभी मंत्री अंधे है उनकी आखें कमजोर हो गई है एक कबूतर अंडा देकर उड़ गई और दरबारियों को दिखा ही नही |जादूगर की बाते सुनकर सभी दरबारी एवं महाराज क्रोधित होने लगे परन्तु जादूगर आपने घमंड में चूर दरबारियों का अपमान करता ही रहा | | जादूगर ने अपने हाथ में एक कबूतर लिया और उसकी ओर इशारा करते हुए कहाँ, सभी दरबारी इस कबूतर के ऊपर धयान दीजिये बात में मत कहिये गा यह कैसे हो गया |जादूगर ने आपनी कमीज की जेब से एक लाल रंग की रुमाल निकालर उस कबूतर को धक् देता है | जैसे ही जादूगर रुमाल हटता है वैसे सभी दरबारी आश्चर्यचकित रह जाते है तभी सभी लोग सोचते है ये कैसे हो गया |जादूगर जोर -जोर से हसने लगा और दरबारियों का मजाक उड़ाते हुए कहने लगा विजय नगर के सभी मंत्री अंधे है उनकी आखें कमजोर हो गई है एक कबूतर अंडा देकर उड़ गई और दरबारियों को दिखा ही नही |जादूगर की बाते सुनकर सभी दरबारी एवं महाराज क्रोधित होने लगे परन्तु जादूगर आपने घमंड में चूर दरबारियों का अपमान करता ही रहा | |